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भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-06जनवरी 2025

भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-06जनवरी 2025

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ज्योतिष शिरोमणि “वी. के. तिवारी”-१९७२ से चर्चित ज्योतिष हस्ताक्षर

डॉ आर.दीक्षित(वास्तु)डॉ एस.तिवारी(वैदिक ज्योतिष)9424446706;बैंगलोर

*शुभकामनाएँ:

    • आज का दिन- सुख, शांति, समृद्धि, और मंगलमय हो।
    • "लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन् कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्॥"-
    •  

तिथि *नक्षत्र व्रत -पर्व:

    • पौष शुक्ल सोमवार ,
    • सप्तमी-18:23 तक;
    • उत्तरभाद्र-19:06 बजे तक;

चंद्रमा: मीन राशी;

कार्य अशुभ परन्तु पूजा शुभ विषघटी-05:48-06:56;

3-महत्वपूर्ण कार्य (वार्ता, यात्रा, शॉपिंग निर्णय,परामर्श देने-लेने) से बचें----

·         सिंह

·         मघा, पूर्वाफाल्गुनी,

·         उत्तराफाल्गुनी के प्रथम  चरण

·         ***********************************************************

निम्नलिखित नक्षत्रों में जन्मे व्यक्तियों के लिए शुभ दिन:

  • अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपदा, रेवती

आपके नाम के प्रथम अक्षर के आधार पर भविष्यवाणी:

  • अल्पकालिक या एकबारगी गतिविधियों (जैसे यात्रा, गृहप्रवेश, नौकरी ज्वाइन करना, आवेदन करना, सलाह देना, जोखिम उठाना, विवाद, कोर्ट केस, चुनाव, मित्रता, रोमांस आदि) के लिए, आपके नाम का प्रथम अक्षर (चाहे वह व्यक्ति हो, वस्तु हो, कंपनी हो, या स्थान हो) आज के दिन खर्च, व्यस्तता, विवाद या सुख में रुकावट का संकेत दे सकता है।
  • जिनके नाम का प्रथम अक्षर ये, यो, , भी, भू, , , , , मि, मु, मे, मो, , ति, तु, ते, चु, चे, चो, , लि, लु, ले, लो, अ है, उनके लिए आज का दिन खर्च, व्यस्तता, विवाद या सुख में रुकावट ला सकता है। बाकी सभी अक्षरों के लिए दिन अनुकूल रहेगा।

सिंह, मेष और धनु राशि के जातकों के लिए उपाय करना लाभकारी हो सकता है।

निम्नलिखित नक्षत्रों में जन्मे व्यक्तियों के लिए शुभ दिन:

  • अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपदा, रेवती

मेष राशि

-      (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

-      आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है। खर्चे बढ़ेंगे। अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें। अपव्यय से बचें। अपने द्वारा किए जा रहे व्यवहार के प्रति विशेष सचेत रहें। आपको मनवांछित फल न मिलना संभव है। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। आँखों में कोई संक्रमण हो सकता है अत: आँखों का विशेष ध्यान रखें। मानसिक रुप से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं।

-      विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

-      वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

-      आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह दिन प्रसन्नता, सुख व परम प्रिय मित्रों के साथ आनन्ददायक है। परिवार के सदस्यों का मेल मिलाप व पुराने मित्रों के साथ एकत्रित होकर पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं। विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है। आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे। ग्रह सर्व सुख शांति सफलता देने के लिए तत्पर हैं। इस माह इतना अनुकूल समय न मिला है ओर न ही आपको शेष दिनो मे  मिलेगा। प्रत्येक कार्य आपके अनुकूल होगा। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

-      मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

-      यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो उपयुक्त समय है। आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। माह की सर्वश्रेष्ठ अवधि का सर्वाधिक प्रयोग करिए। बिना समय का अपव्यय कर, अधिकतम उपयोग प्रयोग करिए। जिस कार्य को भी हाथ में लेंगे, उसकी पूर्णता सुनिश्चित समझिए। निर्णय या लंबित कार्य पूर्ण करने  के लिए एसा सर्वोत्तम समय दो दिन बाद नहीं मिलेगा। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

-      कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

-      तुलनात्मक रूप से स्त्री वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा। अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य कार्य सफलतापूर्वक करेंगे। आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है। शत्रुओं पर विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है। भाग्य एवं संतान सुख बाधा, विघ्न बाधा, कष्ट, स्वागत करने को आतुर हें। अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखिए। आपके प्रयासो को सफलता के पंख लगने ही वाले हैं।विशेष-नारीवर्ग के लिए सुख बाधक स्थितियों का दिन है .

-      सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

-      पारिवारिक सुख में कमी होगी। दांपत्य साथी की ओर से अनावश्यक परेशानियां पैदा की जाएंगी, वाद विवाद की स्थिति से बचें। कोई अपने दिए हुए प्रॉमिस को पूरा नहीं कर सकेगा। नए कार्य या उत्तरदायित्व लेने से बचना चाहिए। रोजगार में किसी भी प्रकार की जोखिम लेना उचित नहीं रहेगा। महत्वपूर्ण प्रपत्र या पत्र पर हस्ताक्षर से पहले सूक्ष्म अध्ययन करना, भविष्य उपयोगी सिद्ध होगा। संतान पक्ष की ओर से चिंता या दायित्व बढ़ेगा।

-      कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

-      जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक दिन है। नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है। दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे। संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी। दिन की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे। इस दिन को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है।

-      तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

-      स्त्री वर्ग के लिए दिन बाधा एवं  व्यवधान पूर्ण रहेगा|यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है आपकी सफलता के योग हैं। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे, नए मित्र भी बनाएँगे, विशेष रुप से विरीत लिंग वालों को।  स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे। उदर कष्ट संभव है। रोजगार, व्यवसाय मे आशा के अनुरूप सफलता की प्रबल संभावनाएं है। शत्रु वर्ग के विरुद्ध सफलता का उत्तम अवसर है। विवादास्पद मामलों मे प्रयासो के सुपरिणाम अवश्य ही मिलेंगे। हैं।विशेष-नारीवर्ग के लिए सुख बाधक स्थितियों का दिन है .

-      वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

-      अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण, आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे। वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है। आप कुछ रुपया गँवा सकते हैं। आपको हानि हो सकती है। धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य की ओर सदा से अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। पूर्ण मनोयोग से धैर्य, शांति एवं भावनाओं पर नियंत्रण रखिए। सक्रियता, विनियोजन, विपणन, लेनदेन, महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित, रखना ही श्रेयष्कर होगा।

-      धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

-      स्त्री वर्ग की तुलना मे पुरुष वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा|स्वयं का या परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य में गिरावट के योग हैं। रोग खर्च एवं कष्ट का कारण हो सकता है। आपके आत्मविश्वास मे कमी होगी। आर्थिक दृष्टि से यह कठिन समय है। खर्चे बढ़ सकते हैं। आप द्वारा हुई गलतियाँ सफलता या सुख को प्रभावित कर सकती हैं। धन सावधानी पूर्वक खर्च करें। आपको अपने आत्मीयजनों से मधुर सम्बन्ध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी है। मतभेद या परस्पर शत्रुता पनप सकती है। क्रोध को अनियंत्रित न होने दे। पूर्ण मनोयोग से धैर्य, शांति एवं भावनाओं पर नियंत्रण समय की मांग है। सक्रियता, विनियोजन, विपणन, लेनदेन, महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित, रखना ही श्रेयष्कर होगा। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

-      मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

-      यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति योग हैं। आज अपेक्षित आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र  सुख मिल सकता है। आपके सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा। मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। विरोधियों एवं लंबित कार्य मे सफलता मिलेगी।

-      कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

-      पारिवारिक पक्ष के सुख मे कमी होगी। लोगों से अपने व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें। आप विवाद में न पड़ें। किसी को राय या सुझाव व्यर्थ में झगड़े का रुप ले सकता है। असावधानी पूर्ण व्यवहार ठेस पहुँचा सकता है। कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। असंतोष अनुभव करेंगे। आँखों पर विशेष ध्यान दें व सतर्कता बरतें। आपको भोजन भी इतना रुचिकर नहीं लगेगा।

-      मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

-      नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन,तथा सुखद स्थितियाँ आनंदित करेंगी। आपको, उत्तम वस्त्र तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुओं का सुख-साधन मिलेंगा। मित्र व परिचित निश्चित रुप से मिलेंगे। प्रेम या मित्रता सुख का भी सुयोग है। शारीरिक एवम् भावनात्मक तुष्टि का दिन है। दाम्पत्य जीवन में सुख-आनन्द होगा। मित्रों एवं प्रेम में वृद्धि की संभावना हैं। सौभाग्य, सुख व यश आज की विशेषता है। आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति तथा कार्य में उन्नति भी हो सकती है। नये कार्य, परामर्श एवं यात्रा में सावधानी अपेक्षित है। विशेष रूप से पुरुषों के लिए।

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-             नक्षत्र  सुख बाधा  एवं नक्षत्र देवता की कृपा के उपाय :

वेद मंत्र उत्तर प्रोष्ठ :-

ॐ शिवोनाम असिस्वधितिस्तो पिता नमस्तेस्तुम आमाहि गवं सो निर्वत्त याम्यायुषेSत्राद्याय प्रजननायर रायपोषाय ( सुप्रजास्वाय )।

पौराणिक मंत्र :-

अहिर्मे बुध्नियो भूयात मुदे प्रोष्ठ पदेश्वरः।

शंख चक्र अंकीत करः किरीट उज्वल मौलिमान्।।

नक्षत्र देवता मंत्र :- ॐ अहिर्बुंधन्याय नमः।

नक्षत्र मंत्र :- ॐ उत्तर प्रोष्ठ पदभ्यां नमः।

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आज नए कपड़े और आभूषणों के प्रयोग के संभावित प्रभाव:

  • भविष्य में जब भी इन कपड़ों या आभूषणों का प्रयोग किया जाएगा, तो आपको बच्चों, विशेषकर पुत्र से खुशी, प्रसिद्धि और आनंद प्राप्त हो सकता है।
  •  

    ·          

  • दुर्लभ शुभ –समय –हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी)
  • विशेष पूजा और कार्य आरम्भ - मुहूर्त:

o    अभिजित मुहूर्त (12:03-2:48: सर्व कार्य सफलता ।

o    शुभ समय: 21:23- रात्रि अंत;

o    दुर्गा पूजा- 18:23-05:25; 08:09-09:35;

o     

o    शिव अभिषेक:-शुभ  

  1. हवन:
    • आवश्यक/दैनिक हवन-शुभ
    • ग्रह विशेष की अनिष्ट  शान्ति हवन:वर्जित;
    • रुद्र शिव हवन:अशुभ;
    • विष्णु हवन:-अशुभ
दुर्गा हवन:शुभ- (बाधाओं का निवारण और धन-संतान सुख में वृद्धि।)-ASHUBH

 

उक्त आलेख

By- Renowned Astrologer VK Tiwari –(Since 1972) – -Vastu, Horoscope, Palmistry, Numerology.

(Many honorary degrees since  1976-) (85+ebooks,3 books -published; Contact- (WhatsApp Mobile-9-11am;17-18 pm SMS)

- Horoscope creation, Disease, Lucky gem, Job, Career.

- Kundli Matching Not only from Nakshatra but from 09 planets, 05 Nadi Siddhanta, D9 Nadi  dosha, Mangal dosha, - of exception *

1- What is the subject of education? Career? Job.

2-Life long Success Tips –Do’s & Don’ts-Lucky-Day, Colors, Month, Name, City, Institute, Apartment, Direction, Tutor name

jyotish9999@gmail.com-whatsapp9424446706-  Bangaluru(karnatak).jyotish9999@gmail.com-9424446706-Sun city Bangaluru**************************

-(Astro Vastu & Palmist)
Contact: 9424446706

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


 

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...