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भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) शुभ –समय –हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी) एवं उपाय-03जनवरी 2025


 

भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-03जनवरी 2025

"मस्कार,सभी प्रियजनों,

  • दैनिक राशिफल - और अधिक उपयोगी बनाने के लिए कोई सुझाव? कृपया सूचित करने का कष्ट करें।"९४२४४४६७०६

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ज्योतिष शिरोमणि “वी. के. तिवारी”-१९७२ से चर्चित ज्योतिष हस्ताक्षर;

डॉ आर.दीक्षित(वास्तु)डॉ एस.तिवारी(वैदिक ज्योतिष)9424446706;बैंगलोर

  1. शुभकामनाएँ:
    • आज का दिन- सुख, शांति, समृद्धि, और मंगलमय हो।
    • "लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन् कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्॥"-
    •  
  2. तिथि नक्षत्र व्रत -पर्व:
    • पौष शुक्ल पक्ष, शुक्रवार: चतुर्थी तिथि-अशुभ 11:39 तक -पूज्य- गणेश;
    • विनायक चतुर्थी व्रत  o -पंचमी-11:40से-शुभ,देवी लक्ष्मी ;

चंद्रमा: 10:47 से कुम्भ राशी; अशुभ विषघटी-03:25-04:25AM;

3-महत्वपूर्ण कार्य (वार्ता, यात्रा, शॉपिंग निर्णय,परामर्श देने-लेने) से बचें।

·         मिथुन राशी --- मृगशिरा के अन्तिम 2 -, आर्द्रा, पुनर्वसु के प्रथम 3 –चरण 

 

आज के वस्त्र और आभूषण प्रयोग के प्रभाव
प्रभाव: अगर आप आज नए वस्त्र या आभूषण पहनते हैं, तो यह आर्थिक क्षेत्र में सफलता, कार्य में प्रगति, और प्रयासों के अपेक्षित परिणाम पाने में सहायक होगा। यह सफलता प्राप्त करने में मदद करेगा।


प्रचलित नाम के अनुसार भविष्यफल

भविष्य नाम का प्रथम अक्षर होने पर:
यदि आपका नाम 'भविष्य' के पहले अक्षर से शुरू होता है, तो आज का दिन विघ्नकारी हो सकता है। खर्च, व्यस्तता, विवाद या खुशी में रुकावट आ सकती है।

उपाय:
मिथुन, तुला, और कुंभ राशियों के लिए विशेष उपाय किए जाने की आवश्यकता है।


जन्म नक्षत्र होने पर संभावित भविष्यफल

  • सुखद और अनुकूल दिन:
    यदि आपका जन्म निम्न नक्षत्रों में हुआ है, तो आपका दिन विशेष रूप से सुखद और अनुकूल रहेगा:
    • भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेशा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाती, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढा, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
  • सफल कार्य:
    आज निम्नलिखित कार्यों के परिणाम सकारात्मक होंगे:
    • यात्रा, नए कार्य, पूजा, शपथ, निर्माण, आवेदन, नीति निर्धारण, योजना निर्माण, उच्च अधिकारी से मिलना, दान, मंगल कार्य, देव-देवी दर्शन, संधि, विवाह, बैंक संबंधित कार्य (नया खाता खोलना), आदि।
      दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य सफल होंगे।

- दैनिक व्यावहारिक कार्य सफलता:

  • जैसे कि स्थान प्रवेश, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक कार्य, आदि कार्यों में सफलता मिलेगी।
  • अनुकूल अक्षर:
    • ली, लू, ले, लो; , , ; , , वि, वू, कू, के, को, घी, घु, घे, घो, , , , छी, छे, छो, छु।
    • के, को, , हि; डी, डु, डे, ड़ो; मो, टा, टी, टू; पू, , , ; रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते, तो; नो, या, यी, यू; भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फो, ; , खी, खू, खे, खो; गो, सा, सी, सू, से, सो, दा, दी, दे, दो, दे, दो, चा, ची।

12 राशियों की कार्य योजना और प्राथमिकता निर्धारण

यह जानकारी प्रत्येक राशि के लिए विशेष कार्य योजनाओं 

और प्राथमिकताओं को निर्धारित करने में सहायक होगी।

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

  • महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता: महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी।
  • नई योजनाएँ: नई योजनाएँ प्रारंभ हो सकती हैं।
  • सामाजिक एवं राजनीतिक सफलता: विशेष सफलता की संभावना है।
  • व्यापार: आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।
  • रोजगार: स्थिति आपके अनुकूल रहेगी।
  • पारिवारिक सुख: उत्तम रहेगा।
  • स्वास्थ्य: सुधार होगा या सुख प्राप्त होगा।
  • विद्या: उत्कृष्ट सफलता की संभावना है।
  • नए समाचार या प्रिय आत्मीय से मिलन: सुखद स्थितियाँ आनंदित करेंगी।

2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

  • दिन की स्थिति: आज का दिन बेहतर रहेगा।
  • राजनीति में सफलता: विशेष सफलता की संभावना है।
  • सामाजिक कार्यकर्ता और समाजसेवी: उपलब्धि का दिन।
  • प्रशासनिक वर्ग: अनुकूल स्थितियां रहेंगी।
  • विद्या और रोजगार: अच्छी सफलताएं प्राप्त होंगी।
  • आज का दिन: भरपूर प्रयोग लाभकारी सिद्ध हो सकता है।

3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,

  • कार्य की प्रगति: कार्य की प्रगति मन के अनुकूल होगी।
  • पारिवारिक सुख: बाधा रह सकती है।
  • परिचितों से सहयोग: मिलेगा।
  • मित्रों के वचन: पूरा नहीं कर सकेंगे।
  • व्यापार: सामान्य लाभ होगा।
  • रोजगार: उल्लेखनीय बात नहीं है।
  • धन का विनियोजन: संभव है।
  • विद्या: सफलता मिलेगी।
  • पुरुष वर्ग: दिन अधिक व्यवधानपूर्ण रहेगा।
  • विशेष: नए महत्वपूर्ण कार्य, परामर्श, और प्रेम-मित्रता में सुख की संभावना कम है।

4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

  • कार्य: रुक सकते हैं।
  • यात्रा योग: प्रबल है।
  • व्यवहार की त्रुटि: अनपेक्षित स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
  • स्वास्थ्य: विशेष ध्यान रखें।
  • रोजगार और राजनीति: सूझबूझ के साथ कार्य करें।
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: होगा।
  • कनिष्ठ वर्ग: पूर्ण सहयोग करेगा।
  • नए अनुबंध: प्राप्त हो सकते हैं।

5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

  • उदर कष्ट: संभव है।
  • दाम्पत्य साथी: सहयोग मिलेगा।
  • भागदौड़: रहेगी।
  • जनप्रतिनिधियों के लिए: अच्छा दिन।
  • वाद विवाद में विजय: प्राप्त होगी।
  • कंसल्टेंसी या सुझाव: उत्तम दिन नहीं है।
  • नई योजना: लंबित की जा सकती है।
  • आर्थिक स्थिति: सामान्य रूप से उत्तम रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: होगा।
  • रोजगार में: उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे।
  • कनिष्ठ वर्ग: पूर्ण सहयोग करेगा।

6. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

  • कार्य समय पर पूर्ण होंगे: समय पर कार्य पूर्ण होंगे।
  • धन: उत्तम दिन।
  • रुका धन या लंबित कार्य: पूर्ण होंगे।
  • दांपत्य सुख: उत्तम रहेगा।
  • प्रेम संबंधों में सफलता: मिलेगी।
  • विवाद और यात्रा: बचे।
  • प्रशासनिक वर्ग: उत्तम दिन।
  • नए कार्य प्रारंभ: अच्छा दिन।
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: होगा।
  • रोजगार में: उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे।
  • कनिष्ठ वर्ग: पूर्ण सहयोग करेगा।

1. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

  • कार्य की स्थिति: आशा के अनुसार कार्य सफल नहीं होंगे।
  • पारिवारिक सुख: कमी हो सकती है।
  • दांपत्य जीवन: दांपत्य साथी से अनावश्यक परेशानियां हो सकती हैं।
  • वाद विवाद: ऐसी स्थिति से बचें।
  • प्रॉमिस: कोई अपना वादा पूरा नहीं कर सकेगा।
  • नए कार्य या उत्तरदायित्व: लेने से बचें।
  • रोजगार: किसी भी जोखिम से बचें।
  • प्रपत्र या पत्र पर हस्ताक्षर: सूक्ष्मता से करें।
  • संतान पक्ष: चिंता या दायित्व बढ़ सकता है।
  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में विघ्न और बाधाएं अधिक हो सकती हैं।
  • यात्रा और मार्केटिंग: उचित नहीं होगा।
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
  • विशेष: नए महत्वपूर्ण कार्य, परामर्श, और प्रेम-मित्रता में सुख की संभावना अल्प है।

2. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में कठिनाइयाँ बढ़ेंगी।
  • स्वास्थ्य: विशेष ध्यान रखें, मानसिक कष्ट की संभावना है।
  • अहम: चोट लग सकती है।
  • वाद विवाद: स्थिति निर्मित हो सकती है।
  • यात्रा: विशेष ध्यान रखें या स्थगित करें।
  • नई योजना: पहल न करना बेहतर रहेगा।
  • राजनीति और समाज: कष्ट की संभावना है।
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: सामान्य रहेगा।
  • स्वास्थ्य: नेत्र या अन्य कारणों से कष्ट हो सकता है।

3. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

  • कार्य के प्रयास: प्रसिद्धि प्राप्त होगी।
  • निर्णय: सराहे जाएंगे।
  • सहयोग: भाइयों, नौकरों या कनिष्ठ वर्ग से मिलेगा।
  • आराम की स्थिति: बनेगी।
  • मनोबल: अच्छा रहेगा।
  • विजय और पराक्रम: आपके साथ रहेंगे।
  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में अच्छा रहेगा।
  • राजनीतिक दृष्टि: उत्तम दिन।
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: होगा।
  • नए अनुबंध: प्राप्त हो सकते हैं।

4. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • खर्च योजना: बनेगी।
  • धन का निवेश: होगा।
  • परिवार का दायित्व: बढ़ेगा।
  • परिवार के सदस्यों: आलोचना या टीका टिप्पणी कर सकते हैं।
  • रोजगार: अधिकारी वर्ग की अप्रसन्नता संभव है।
  • राजनीति और जनप्रतिनिधियों: सफल दिन नहीं है।
  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में विघ्न और बाधाएं अधिक हो सकती हैं।
  • यात्रा और मार्केटिंग: उचित नहीं होगा।
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
  • विशेष: नए महत्वपूर्ण कार्य, परामर्श, और प्रेम-मित्रता में सुख की संभावना अल्प है।

5. कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में अच्छा रहेगा।
  • महत्वपूर्ण समाचार: प्रसन्नता वर्धक रहेंगे।
  • आर्थिक स्थिति: उत्तम रहेगी।
  • व्यापारिक लाभ: होगा।
  • रोजगार: उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे।
  • कनिष्ठ वर्ग: पूर्ण सहयोग करेगा।
  • स्वास्थ्य: दांपत्य सुख और प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी।
  • नए कार्य प्रारंभ: अच्छा दिन है।
  • विद्या: श्रेष्ठ सफलता के सुयोग हैं।

6. मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  • दिन की स्थिति: कल की तुलना में विघ्न और बाधाएँ बढ़ेंगी।
  • कार्य की प्रगति: रुक सकती है।
  • यात्रा और मार्केटिंग: उचित नहीं होगा।
  • आर्थिक स्थिति: अनुकूल रहेगी।
  • स्वास्थ्य: विशेष ध्यान दें।
  • मित्रों और परिचितों: कार्य में रूकावट कर सकते हैं।
  • समय का उपयोग: भविष्य की दृष्टि से उपयोगी रहेगा।

    •  शुभ समय हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी)                        
    •   विशेष पूजा और कार्य आरम्भ - मुहूर्त:
    • अभिजित मुहूर्त (12:01-2:47: सर्व कार्य सफलता ।
    • शुभ समय: 06:44-22:22 तक।
    • दुर्गा पूजा10:59-23:39 तक ;

2-

    • शिव अभिषेक:-11:40उपरांत-शुभ
  1. हवन:
    • आवश्यक/दैनिक हवन-शुभ
    • ग्रह विशेष की अनिष्ट  शान्ति हवन:शुभ
    • रुद्र शिव हवन:शुभ
    • विष्णु हवन:-

दुर्गा हवन:शुभ- (बाधाओं का निवारण और धन-संतान सुख में वृद्धि।

 

सौभाग्य वृद्धि और ग्रह दोष शांति के उपाय

Priority:

Building homes, coronation, donations, food, worship, and Brahmin-related work. Focus on relationships with friends and women.

Favorable

for water, decoration, wood, and door-related tasks.

  1. Effect of wearing new clothes:
  2. Possibility of financial gain.
  3. Using new clothes will lead to progress in daily tasks and increase the chances of success in any new venture.  Donations: Salt.

Beneficial foods:

Musk, cardamom, mung beans, rice, bitter gourd, root vegetables, and sweet potatoes.

Avoid foods:

Green vegetables, mung dal, and kheer

·  धनिष्ठा मंत्र:
ॐ वसो:पवित्रम असि शतधारंवसो: पवित्रम असि सहत्रधारम।
देवस्त्वा सविता पुनातु वसो: पवित्रेण शतधारेण सुप्वाकामधुक्षः।

·  नक्षत्र देवता मंत्र:
ॐ वसुभ्यो नमः।

·  पौराणिक मंत्र:
श्राविष्ठा देवतांम वंदे वसुन्वरधर आश्रिताम्।
शंख चक्रांम अकितरां किरीटांम अकित मस्तकाम्।

·  नक्षत्र मंत्र:
ॐ धनिष्ठायै नमः।

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...