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भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-13 जनवरी 2025


 

भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-13 जनवरी 2025

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ज्योतिष शिरोमणि पंडित वी. के. तिवारी”-1972 से ;

डॉ आर.दीक्षित(वास्तु) डॉ एस.तिवारी(वैदिक ज्योतिष) 9424446706;बैंगलोर

                                                  वयं शुभकामना:

                                प्रार्थयामहे भव शतायुषी, ईश्वरः सदा त्वां च रक्षतु।

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तिथि नक्षत्र व्रत –लोहड़ी पर्व:

पौष सोमवार शुक्ल  ,

तिथि- पूर्णिमा-चन्द्र एवं विष्णु  पूजा ;

(varjit-तिल का तेल, लाल रंग, (चुकंदर, लाल पत्ते, सब्जी,)कांसे के बर्तन;  भोजन उपयोगी-मूंग करें)

नक्षत्र- आर्द्रा –दान  ;

चंद्रमा: मिथुन राशी;

पूजा हेतु शुभ समय (कार्य आरम्भ अशुभ) - विषघटी-07:55-09:05 बजे;

3-परामर्श-महत्वपूर्ण कार्य (वार्ता, यात्रा, शॉपिंग निर्णय,परामर्श देने-लेने) से बचें,वर्जित ----

A—मेष .सिंह,धन राशी ;

विशेष -धनु राशी —(15:58-18:10 baje tak vishesh)

मूल,पुर्वशाधा -1-4  चरण ,

उत्तरा शाध 1.– चरण;

v  नए कार्य शुभ समय –सूर्योदय से 17:31 ; 00:37-onwards  ;

निम्न नक्षत्र में जन्म लेने वालो का दिन सुखद अनुकूल होगा

अश्विनी कृत्तिका मॄगशिरा पुनर्वसु पुष्य मघा उत्तराफाल्गुनी चित्रा विशाखा अनुराधा मूल उत्तराषाढा धनिष्ठा पूर्व भाद्रपद उत्तर भाद्रपद

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दैनिक राशिफल (Daily Horoscope):

  1. मेष राशि (Aries)
    •  चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,
    • स्वास्थ्य: आज स्वास्थ्य के मामले में स्थिति काफी अच्छी रहेगी। आप ऊर्जा और उत्साह से भरे रहेंगे, जो आपके कामकाज और अन्य गतिविधियों में सहायक साबित होगा।
    • आर्थिक: वित्तीय मामलों में सफलता और लाभ की उम्मीद है। निवेश और व्यावसायिक प्रयास आज सकारात्मक परिणाम ला सकते हैं।
    • सामाजिक: आज आपके विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा।
    • सफलता: कृषि, पशुपालन और भूमि से संबंधित कार्यों में विशेष सफलता की संभावना है।
    • अन्य: भूमि, संपत्ति या अन्य स्थाई संपत्तियों के मामले में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
  2. वृष राशि (Taurus)
    •  , , , , वा, वी, वू, वे, वो
    • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में थोड़ी कमी महसूस हो सकती है। शारीरिक ऊर्जा में कमी हो सकती है, इसलिए ध्यान रखें और स्वस्थ आहार पर ध्यान दें।
    • आर्थिक: धन के प्रबंधन में सावधानी बरतें क्योंकि आज खर्च बढ़ सकते हैं। अपने वित्तीय लेन-देन पर विशेष ध्यान दें।
    • सामाजिक: स्वजनों के साथ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। पारिवारिक या सामाजिक विवादों को सुलझाने की कोशिश करें।
    • सफलता: महत्वपूर्ण कार्यों में कठिनाइयाँ आ सकती हैं, इसलिए सावधानीपूर्वक कार्य करें।
    • अन्य: यात्रा के योग बन सकते हैं, जो आपकी स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
  3. मिथुन राशि (Gemini)
    •  का, की, कू, , , , के, को,
    • स्वास्थ्य: आज आपका स्वास्थ्य और मनोबल उच्च रहेगा। आप मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों में सक्रिय और स्वस्थ महसूस करेंगे।
    • आर्थिक: वित्तीय मामलों में सुखद समाचार प्राप्त हो सकता है। प्रिय आत्मीयों से मिलन सुखद रहेगा और आर्थिक लाभ की संभावना है।
    • सामाजिक: भाई-बहनों और दांपत्य जीवन में अच्छे संबंध बनेंगे।
    • सफलता: आज नए कार्यों की शुरुआत का अच्छा अवसर है। आपके प्रयासों को सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
    • अन्य: मित्रों और सहयोगियों से सहयोग मिलेगा, जो आपके कामकाज को आसान बनाएगा।
  4. कर्क राशि (Cancer)
    •  ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
    • स्वास्थ्य: आज स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है। छोटी-मोटी बीमारियाँ या शरीर में असुविधा हो सकती है।
    • आर्थिक: आकस्मिक धन के खर्च की संभावना है, इसलिए अपनी वित्तीय योजना पर ध्यान दें।
    • सामाजिक: महत्वपूर्ण लोगों के साथ मतभेद हो सकते हैं। धैर्य रखें और विवादों से दूर रहने की कोशिश करें।
    • सफलता: लंबी यात्रा के योग हैं, लेकिन उनके सफल होने की संभावना कम हो सकती है।
    • अन्य: संतान के मामलों में भी दिन विशेष रूप से अनुकूल नहीं रहेगा।
  5. सिंह राशि (Leo)
    •  मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
    • स्वास्थ्य: आज स्वास्थ्य की स्थिति उत्तम रहेगी। आप पूर्ण ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ अपने कार्यों को निभा सकेंगे।
    • आर्थिक: व्यापार और पेशेवर जीवन में पदोन्नति और यश प्राप्त होगा। आर्थिक दृष्टि से दिन बहुत अच्छा रहेगा।
    • सामाजिक: आज स्त्री वर्ग से विशेष सहयोग प्राप्त होगा, जो आपके सामाजिक दायरे को सशक्त बनाएगा।
    • सफलता: भूमि, मशीनरी और तकनीकी क्षेत्रों में सफलता की संभावना है।
    • अन्य: जनसंपर्क और राजनीतिक क्षेत्र में भी सहयोग प्राप्त होगा।
  6. कन्या राशि (Virgo)
    •  टो, , पी, पू, , , , पे, पो
    • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में स्थिति तुलनात्मक रूप से कम शुभ हो सकती है। ध्यान और सावधानी आवश्यक है।
    • आर्थिक: व्यापार में विशेष लाभ होने की संभावना है। वित्तीय स्थिति में सुधार होगा।
    • सामाजिक: दांपत्य जीवन में विशेष सहयोग और समझ प्राप्त होगी।
    • सफलता: विघ्न बाधाओं में कमी आएगी और आपके कार्यों में प्रगति होगी।
    • अन्य: मनोबल और आत्मविश्वास उच्च रहेगा, जिससे आपके प्रयास सफल होंगे।
  7. तुला राशि (Libra)
    •  रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
    • स्वास्थ्य: मानसिक तनाव और कष्ट महसूस हो सकता है। स्वयं को तनावमुक्त रखने की कोशिश करें।
    • आर्थिक: व्यापार के लाभ में कमी हो सकती है। वित्तीय मामलों में सावधानी बरतें।
    • सामाजिक: मित्रों और शत्रुओं से मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। विवादों से दूर रहने की कोशिश करें।
    • सफलता: यात्रा के योग बन रहे हैं, लेकिन उनके सफल होने की संभावना कम हो सकती है।
    • अन्य: भाग्य और संतान सुख में बाधा आ सकती है।
  8. वृश्चिक राशि (Scorpio)
    •  तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
    • स्वास्थ्य: शारीरिक कष्ट और क्रोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मानसिक शांति बनाए रखने का प्रयास करें।
    • आर्थिक: कार्य की सफलता में विघ्न उत्पन्न हो सकता है। अपनी योजनाओं पर ध्यान दें और कठिनाइयों को समझें।
    • सामाजिक: उच्च अधिकारियों या समाज के प्रभावशाली लोगों के साथ विवाद हो सकते हैं।
    • सफलता: पुत्रों से मतभेद हो सकते हैं। महत्वपूर्ण कार्यों में अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
    • अन्य: महत्वपूर्ण योजनाओं में सफलता प्राप्त करने की संभावना कम हो सकती है।
  9. धनु राशि (Sagittarius)
    •  ये, यो, , भी, भू, , , , भे
    • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की स्थिति अच्छी रहेगी। आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में सक्रिय रहेंगे।
    • आर्थिक: व्यापार और रोजगार में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। आर्थिक लाभ की संभावना है।
    • सामाजिक: दांपत्य जीवन और पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी।
    • सफलता: नए कार्यों की शुरुआत का अच्छा अवसर मिलेगा।
    • अन्य: विवादों और महत्वपूर्ण निर्णयों से दूर रहें।

मकर राशि (Capricorn)भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • पारिवारिक सुख: उत्तम रहेगा।
  • प्रेम संबंध: वृद्धि होगी।
  • शत्रु पर विजय: प्राप्त होगी।
  • स्थिति: बहुत दिनों बाद आपके अनुकूल रहेगी। हर स्थिति पर आपका नियंत्रण स्थापित होगा।
  • स्थाई संपत्ति: सुख प्राप्त होगा और उसकी योजना पूर्ण होगी।
  • कार्य: आपके सोचे हुए कार्य पूर्ण होंगे।
  • उदर कष्ट: संभव है।
  • रोजगार/व्यवसाय: आशा के अनुरूप सफलता की प्रबल संभावनाएं हैं।
  • विवादास्पद मामले: प्रयासों के सुपरिणाम मिलेंगे।

कुंभ राशि (Aquarius)गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

  • स्त्री वर्ग: तुलनात्मक रूप से अशुभ।
  • दांपत्य साथी: स्वास्थ्य में कमी आएगी।
  • संतान: कष्ट होगा या सुख में कमी होगी।
  • व्यापार: मंदी की स्थिति।
  • प्रेम संबंध: विरोध और विवाद की स्थिति।
  • अच्छे लोग: उनके साथ समय व्यतीत होना कठिन।
  • योजनाएं: सफल नहीं होंगी।
  • मन: भ्रम या अनीर्णय की स्थिति।

मीन राशि (Pisces)दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  • विरोधियों पर विजय: मिलेगी।
  • लंबित कार्य: सफलता मिलेगी।
  • शारीरिक मानसिक स्थिति: कम सक्रिय रहे।
  • पूर्ण मनोयोग, धैर्य, शांति: बनाए रखें।
  • सक्रियता, विनियोजन, विपणन: महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित रखें।
  • स्वास्थ्य: आकस्मिक बाधा होगी।
  • शत्रुओं की संख्या: वृद्धि होगी।
  • यात्रा/स्थान परिवर्तन: संभावना।
  • धन: कमी प्रतीत होगी।
  • जनसंपर्क और राजनीतिक वर्ग: प्रतिकूल स्थिति।
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  नए वस्त्र, आभूषण या वस्त्र प्रयोग के संभावित परिणाम

आज के दिन नए वस्त्र, आभूषण या किसी भी नई वस्तु का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें। -ऐसे कार्य करने से चोट, शारीरिक कष्ट या अन्य नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं।

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 मंत्र:mahakasht -badha mantr-

  • राम लक्ष्मणौ सीता च सुग्रीवों हनुमान कपि।
  • पञ्चैतान स्मरतौ नित्यं महाबाधा प्रमुच्यते।
- सफलता के लिए नक्षत्र कृत अरिष्ट नाशक मंत्र

उपाय:

  1. पौराणिक मंत्र:
    • रुद्र श्वेतो वृशारूढः श्वेत माल्यश्चतुर्भुजः
    • शूल खड्ग अभय वरान्दधानो मे प्रसीदतु
  2. नक्षत्र देवता मंत्र:
    • ॐ रुद्राय नमः
  3. नक्षत्र मंत्र:
    • ॐ आर्द्रायै नमः
  4. वेद मंत्र:
    • ॐ नमस्ते रूद्र मन्यवउतोत इषवे नम:
    • बाहुभ्यां मुतते नम:
  5. पूज्य वृक्ष: कृष्णागरू, काला तेंदू
  6. शिव की पूजा:
    • ओम वाम देवाय नमः
    • ओम अघोराय नमः
    • ओम तत्पुरूषाय नमः
    • ओम ईशानाय नमः

सफलता के लिए – 

  1. जटामांसी, मौलश्री, लाल पुष्प जल में मिलाकर स्नान करें।
  2. दान: गुड़, मसूर, तांबा, लाल चन्दन, कनेर, लाल पुष्प।
  3. दान किसे दें: सुरक्षा कर्मी, चौकीदार को।

आज के कार्य:

  • शिल्प आभूषणों से संबंधित कार्य।
  • संग्राम, विवाह, यज्ञ, जलाशय यात्रा, शांतिकारी कार्य।
  • पितृगण की पूजा से प्रजा वृद्धि, धन-रक्षा, आयु, बल-शक्ति प्राप्त होती है।

नहीं करें:Do't Do=-

  • तिल का तेल, लाल रंग (चुकंदर, लाल पत्ते की भाजी, कोई भी लाल रंग की सब्जी) व कांसे के बर्तन में भोजन।
  • तुलसी तोड़ना, बाल नाखून काटना, बेल पत्र तोड़ना।
  • व्यंजन उत्पाद का प्रयोग न करें, कृषि बागबानी कार्य निषिद्ध है।
  • मूंग भोजन में शामिल करें।
  • --------------------------------------------
  •  

    दुर्लभ शुभ समय हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी)विशेष पूजा और कार्य आरम्भ - मुहूर्त:

    अभिजित मुहूर्त (12:06-12:51-: सर्व कार्य सफलता ।

    शुभ समय- 06:45-10:38 अंत;

                                                  दुर्लभ  पुष्कर नवांश

     ( 06:45 सूर्योदय आधारित,अपने नगर के सूर्योदय से ( स्थानीय समय) से संशोधनीय )

                                               श्रेष्ठ समय आगामी 24 घंटे में –Good For Success  to start work-

    AM-07:47-07:51;   

    PM-13:22-13:26;  14:51-14:56 ; 17:43-17:58; 21:45-21:49; 23:18-23:22 ; 

    AM-02:04-02:08 ;

    दुर्गा पूजा- -08:11-09:38 बजे ;

    शिव अभिषेक:- -     वर्जित,

    हवन:आहुति-यज्ञ परामर्श

    दैनिक हवन- अशुभ

    ग्रह विशेष की अनिष्ट  शान्ति हवन: 15:56 तक अशुभ

    रुद्र शिव हवन(:दुःख परेशानी )वर्जित अशुभ;

    विष्णु हवन:-शुभ

    दुर्गा हवन:शुभ- (बाधाओं का निवारण और धन-संतान सुख में वृद्धि।–शुभ धन प्रद

    Annpurna mantr daily-

                                              देवी पार्वती अन्नपूर्णा -

    भोजन निर्माण समय एवं भोजन ग्रहण पूर्व अन्नपूर्णा मंत्र 

    से धन-धान्य की कमी नहीं होती है-

    अन्नपूर्णे सदा पूर्णे शंकर प्राण वल्लभे ।

    ज्ञान वैराग्य-सिद्ध्‌यर्थं भिक्षां देहिं च पार्वति ।।

     माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वरः।

     बान्धवाः शिव भक्ताश्च स्वदेशो भुवन त्रयम्‌ ।।धन धान्य अन्न  पूर्णेश्वरी।।

    **************************************

घर से निकलते समय: Every day before out step

  • गच्छ गौतम! शीघ्रं त्वं, ग्रामेषु नगरेषु च।
  • असनं वसनं चैव, ताम्बूलं तत्र कल्पय।।-----------------------------

-       (विजय,सफलता पूर्वक वापसी घरके लिए )भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन ...क्या खाना चाहिए?

-        रविवार को ताम्बूल,घी, सोम को खीर,जल एवं तिलक लगाकर.

-       मंगलवार के दिन - गुड़ खाकर निकलना चाहिए।

-       बुधवार - धनिया और तिल ,राइ खाकर निकलना चाहिए।

-       गुरुवार को - दही  शकर,खाकर घर से निकलना चाहिए।

-       शुक्रवार को - जौ खाकर निकलें।

 मंत्र-

राम लक्ष्मणौ सीता च सुग्रीवों हनुमान कपि।

पञ्चैतान स्मरतौ नित्यं महाबाधा प्रमुच्यते।।


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There are 42 dashas – Vishottari dasha is not applicable in every horoscope. Due to dasha error, the solution and future will also be wrong. 2Horoscope Matching - (Not only with birth Nakshatra) –

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3. Create future with name - (Name consultation as per your requirement of knowledge, luck, wealth, health)

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कुंडली मिलान विशेषज्ञता

1.      नाड़ी दोष: कुल 5 नाड़ियाँ होती हैं।

2.      नक्षत्र: 13 नक्षत्र ऐसे होते हैं जिनमें नाड़ी दोष नहीं होता।

3.      मंगल दोष: 35 से अधिक अपवाद नियम होते हैं।

4.      नवांश D-9: 5 नाड़ी, 9 ग्रहों एवं लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।

5.      विशेषताएँ: 30 विशेषताओं पर विचार किया जाता है, जबकि प्रचलित अष्टकूट केवल 8 विशेषताओं पर विचार करता है।

संभावित विवाहित जीवन के परिणाम:
प्रिंटेबल 6 से 10 पृष्ठ, अन्यत्र दुर्लभ।

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


 

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28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...