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भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-10 जनवरी 2025

 

भविष्य-(जन्म राशी- नक्षत्र,नाम) एवं उपाय-10 जनवरी 2025

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ज्योतिष शिरोमणि “पंडित वी. के. तिवारी”-1972 से चर्चित ज्योतिष हस्ताक्षर

डॉ आर.दीक्षित(वास्तु)डॉ एस.तिवारी(वैदिक ज्योतिष)9424446706;बैंगलोर

  •                   मम शुभकामना: प्रार्थयामहे -
  •                                           भवतु दिनं तव मङ्गलम्

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तिथि नक्षत्र व्रत -पर्व:

पौष शुक्ल शुक्रवार ,

एकादशी-;

कृत्तिका- ;

व्रत-पुत्रदा एकादशी;वैकुण्ठ एकादशी;

चंद्रमा: मेष राशी;

कार्य अशुभ परन्तु पूजा शुभ - विषघटी-05:17-06:25 बजे;

3-परामर्श-महत्वपूर्ण कार्य (वार्ता, यात्रा, शॉपिंग निर्णय,परामर्श देने-लेने) से बचें----

A- वृष,मकर राशी ;

विशेष -कन्या राशी —

हस्त,उत्तराफाल्गुनी,के 2.3.4  चरण ,

चित्रा प्रथम 2– चरण;

S-10:20 बजे तक वृष,कन्या ,मीन , राशी;

D-10:21 बजे से –मिथुन ,कर्क राशी  ;

******************************************************** जन्म नक्षत्र निम्न हो तो आज  का दिन सुखद अनुकूल होगा

(भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

          भरणी रोहिणी मॄगशिरा पुनर्वसु अश्लेशा पूर्वाफाल्गुनी हस्त चित्रा विशाखा ज्येष्ठा पूर्वाषाढा श्रवण धनिष्ठा,उत्तरभाद्र

नाम का प्रथम अक्षर है तो आज दैनिक व्यावहारिक कार्य-जेसे  स्थान प्रवेश,मित्रता,सहयोग,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता मिलेगी-

ली , लू , ले, लो; अ इ , ऊ . ऐ ; , , वि , वू;  के , को , , हि ; डी, डु, डे, ड़ो;

मो, टा, टी, टू;  पू , , , ; पे , पो , रा , री ; ती, तू, ते , तो ; नो , या , यी , यू; भू,धा,धि ,धू,ढे,ढो,फा,फी,फु,फे.फ़ो.ढ; ,खी , खू , खे , खो; , गी गू , गे ; दू.दे,दो, ,थी,थू,थे,थो झ,झी,झो,झे,राशियों के लिए विशेष उपाय:

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  • मिथुन, तुला, कुम्भ राशियों को विशेष उपाय करने चाहिए।

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

स्वास्थ्य: मान-सम्मान एवं स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
आर्थिक स्थिति: आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। व्यापार में लाभ होगा।
सफलता: कार्यों में सरलता से सफलता मिलेगी। यश और प्रताप बढ़ेंगे।
परिवार: परिवार एवं परिचितों से सहयोग प्राप्त होगा। गृह सुख और दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
सामाजिक जीवन: मित्रों और स्त्रियों से मित्रता बढ़ेगी। अधिकारी वर्ग का समर्थन मिलेगा।
राजनीति: राजनीतिक दृष्टि से यह समय बहुत अच्छा है।

2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो

योजनाएं: योजनाओं को क्रियान्वित करने से पूर्व सोच-विचार करें।
सावधानियां: घर पर सावधानी रखें, सगे-सम्बन्धियों से व्यर्थ की शत्रुता संभव है।
यात्रा और खर्च: अनायास यात्रा और खर्च के योग बन सकते हैं।
कार्य स्थल: कार्यालय में कार्य की अधिकता रहेगी।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य में बाधाएं संभव हैं।
राजनीति: राजनीति के क्षेत्र में कठिनाइयां हो सकती हैं।
विशेष सलाह: यात्रा और नए कार्य हाथ में न लें। मनोबल बढ़ेगा।

3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को,

भाग्य: भाग्य की समस्या रहेगी, परंतु लाभ की स्थिति उत्तम है।
स्वास्थ्य: शरीर स्वस्थ रहेगा।
आर्थिक स्थिति: स्थाई लाभ की योजना बनेगी, परंतु आर्थिक खर्च बढ़ेगा।
मंगल कार्य: मंगल कार्यों और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
सामाजिक जीवन: स्त्री वर्ग द्वारा भाग्य की वृद्धि होगी। भाइयों या प्रिय वर्ग से सहयोग मिलेगा।
यात्रा: यात्रा के योग भी प्रबल हैं।
विशेष सलाह: धैर्य रखें, विवाद से बचें और अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।

4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

प्रेम जीवन: प्रेम के क्षेत्र में अपमान का सामना करना पड़ सकता है।
कार्य स्थल: कार्य स्थल पर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
यात्रा: ज्योतिषीय दृष्टि से यात्रा स्थगित रखना उचित है।
नए कार्य: नए कार्य का शुभारंभ, बैठक, जनसंपर्क आदि स्थगित रखें।
परिवार: परिवार सामान्य रूप से सुखी रहेगा।
समाज: कार्य स्थल पर सम्मान, यश और प्रशंसा की आशा कर सकते हैं।

5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

परिवार और कार्य स्थल: परिवार के बड़ों, मित्रों और अधिकारियों से मतभेद या विरोध की स्थिति बन सकती है।
सम्मान: अनपेक्षित अपमान से बचना उचित होगा।
कार्य स्थल: आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, अनिद्रा और कार्य की चिंता हो सकती है।
विशेष सलाह: अति उत्साह से बचें, धैर्य रखें और आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।

6. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

सफलता: कार्यों की सफलता संदिग्ध हो सकती है।
विरोध: विरोध, मतभेद, और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
राजनीति: राजनीति में छल की संभावना है, विश्वास के परिणाम प्रतिकूल हो सकते हैं।
दांपत्य जीवन: दांपत्य साथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
आर्थिक स्थिति: आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी।
स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक कष्ट की स्थिति से बचने के लिए, अल्प भाषी रहें।
विशेष सलाह: यात्रा और नए कार्य हाथ में न लें।

विशेष वर्ग:

  1. प्रशासकीय और योजना संबन्धित वर्ग: महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विवादास्पद मामलों में निर्णय, और Presentation
  2. व्यापारी वर्ग: नए सौदों के परिणाम अपेक्षानुसार होना संदिग्ध है।

7. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

  • स्वास्थ्य: आज आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।
  • आर्थिक स्थिति: आज आवश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। बजट का ध्यान रखें और फिजूलखर्ची से बचें।
  • सफलता: कार्यस्थल पर सफलता के लिए अधिक परिश्रम की आवश्यकता है। राजनीतिक क्षेत्र में धोखाधड़ी की संभावना है।
  • सामाजिक स्थिति: आज किसी भी प्रकार के विवाद में न उलझें। समाज में आपकी छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • विशेष सलाह: नए कार्यों की शुरुआत करने से बचें और यात्रा टालने का प्रयास करें।

8. तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

  • स्वास्थ्य: आज आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करेंगे।
  • आर्थिक स्थिति: व्यापार में लाभ की स्थिति कमजोर रहेगी। आय की अपेक्षा व्यय अधिक हो सकता है।
  • सफलता: कार्यस्थल पर कुछ अड़चनें आ सकती हैं, जिससे आपके प्रयास सफल नहीं हो पाएंगे।
  • सामाजिक स्थिति: दांपत्य जीवन में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं।
  • विशेष सलाह: आज किसी नए काम की शुरुआत न करें। आवश्यक कार्यों को ही प्राथमिकता दें।

9. वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

  • स्वास्थ्य: आज आपका मनोबल ऊंचा रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से आप मजबूत महसूस करेंगे।
  • आर्थिक स्थिति: आज आपको आर्थिक लाभ मिल सकता है। नई योजनाओं में निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • सफलता: आज नए मित्रों का साथ मिलेगा और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे।
  • सामाजिक स्थिति: सामाजिक जीवन में आपका सम्मान बढ़ेगा। प्रेम संबंधों में भी मधुरता बनी रहेगी।
  • विशेष सलाह: विवादास्पद मामलों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की हड़बड़ी से बचें।

10. धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

  • स्वास्थ्य: आज स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। विशेष रूप से शारीरिक परेशानियों से बचने का प्रयास करें।
  • आर्थिक स्थिति: आज आर्थिक और सामाजिक स्तर पर असंतोषजनक स्थिति रह सकती है। बचत पर ध्यान दें।
  • सफलता: धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग का सहारा लें।
  • सामाजिक स्थिति: सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
  • विशेष सलाह: विशेष ध्यान रखे--महत्वपूर्ण कार्य,सहयोग-समन्वय.अपेक्षाओं एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है,विवाद संभव है .धैर्य रखे ,अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्तिया देना उचित होगा.।

11. मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • स्वास्थ्य: आज आपके जीवनसाथी से सहयोग की कमी हो सकती है। उनके स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
  • आर्थिक स्थिति: आज आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें। जोखिम भरे निवेशों से बचें।
  • सफलता: कार्यस्थल पर सफलता की संभावना कम रहेगी। परियोजनाओं में अड़चनें आ सकती हैं।
  • सामाजिक स्थिति: आज के दिन किसी भी विवाद में न उलझें।

कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

  1. ख्याति और प्रतिष्ठा: आज का दिन आपकी ख्याति और प्रतिष्ठा में वृद्धि का समय है। आपके कार्यों की प्रशंसा होगी, और समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।
  2. आर्थिक स्थिति: धन की दृष्टि से यह दिन सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति या व्यवसाय में धन की प्राप्ति के योग हैं। आर्थिक लाभ की आप उम्मीद कर सकते हैं, और प्रयास के परिणाम भी आपकी आशा के अनुसार होंगे।
  3. घर और परिवार: घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण रहेगा। आपको रुचिपूर्ण उत्तम भोजन और वस्त्रों का सुख मिलेगा।
  4. प्रशासनिक कार्य: प्रशासकीय या योजना संबंधी कार्यों में, जैसे कि महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर, बैठक, विवादास्पद मामलों में निर्णय या प्रस्तुति, अधिकारी से विचार-विमर्श के परिणाम अपेक्षानुसार होंगे या नहीं, यह कहना कठिन है।
  5. व्यापार: व्यापारी वर्ग के लिए नए सौदों के परिणाम अपेक्षानुसार होना संदिग्ध है। अतः किसी भी नए निर्णय में सावधानी बरतें।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  1. आर्थिक स्थिति: विशेष रूप से धन की हानि, व्यय या विनियोजन के योग बन रहे हैं। अपने व्यय पर विशेष ध्यान दें और किसी भी अनावश्यक खर्च से बचें।
  2. व्यवहार: लोगों के साथ व्यवहार करते समय विशेष सतर्कता रखें। किसी भी प्रकार के परामर्श, बीच-बचाव या विवाद में न पड़ें, क्योंकि व्यर्थ में झगड़े की संभावना है।
  3. सावधानी: असावधानी आपके अहम को ठेस पहुंचा सकती है, जिससे आपके संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है।
  4. कार्यालय: कार्यालय में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्यों में अड़चनें आ सकती हैं, इसलिए धैर्य बनाए रखें और सोच-समझकर निर्णय लें।

=============================remedy++++++++++

  • work- Mathematical-astrological tasks, sewing clothes, water, decoration, ornamentation, wood, doors, roofs, business are auspicious.
  • Effect of new clothes: Possibility of clothes tearing or staining Effect of new clothes: Possibility of clothes tearing or staining. : Using new clothes could cause damage related to fire and the sky.\
  • Donate: Salt.
  • Priority: Digging, sowing seeds (grain planting), land, house.

food: Curd, Kheer, Ghee, Urad, Misri, Garlic is beneficial.

  • Forbidden food: Lemon, Kheer, Rice, Sesame, Green vegetables.
  • --------------------------------------------------------------------------------------

अरिष्ट नाशक नक्षत्र उपाय मंत्र:
कृतिका नक्षत्र के लिए:
ॐ अयमग्नि सहत्रिणो वाजस्य शांति गवं वनस्पति: मूर्द्धा कबोरीणाम ।

ॐ अग्नये नम:
पौराणिक मंत्र:
कृतिका देवतामाग्निं मेशवाहनं संस्थितम्
स्त्रुक् स्तुवाभीतिवरधृक्सप्तहस्तं नमाम्यहम्
नक्षत्र मंत्र:
ॐ आग्नेय नम:
ॐ कृतिकाभ्यो नम:

///////////////////////// दुर्लभ शुभ समय हवन पूजा (दुर्लभ जानकारी)

विशेष पूजा और कार्य आरम्भ - मुहूर्त:

अभिजित मुहूर्त (12:04-12:50-: सर्व कार्य सफलता ।

शुभ समय- 06:45-15:06 अंत;

दुर्गा पूजा- -10:19 बजे तक  समय;11:19-12:27 बजे;

शिव अभिषेक:-10:20 बजे के बाद  शुभ ,

हवन:आहुति-यज्ञ परामर्श

आवश्यक/दैनिक हवन- अशुभ

ग्रह विशेष की अनिष्ट  शान्ति हवन:10.20 के  बाद शुभ ;

रुद्र शिव हवन(:दुःख परेशानी )शुभ ;

विष्णु हवन:-अशुभ ASHUBH

दुर्गा हवन:शुभ -SHUBH shubh

/////////////////**********

 

कुंडली मिलान विशेषज्ञता

  1. नाड़ी दोष: कुल 5 नाड़ियाँ होती हैं।
  2. नक्षत्र: 13 नक्षत्र ऐसे होते हैं जिनमें नाड़ी दोष नहीं होता।
  3. मंगल दोष: 35 से अधिक अपवाद नियम होते हैं।
  4. नवांश D-9: 5 नाड़ी, 9 ग्रहों एवं लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
  5. विशेषताएँ: 30 विशेषताओं पर विचार किया जाता है, जबकि प्रचलित अष्टकूट केवल 8 विशेषताओं पर विचार करता है।

संभावित विवाहित जीवन के परिणाम:
प्रिंटेबल 6 से 10 पृष्ठ, अन्यत्र दुर्लभ।

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


एकादशी आवश्यक ध्यातव्य

गृहस्थ-वर्ग जिनके पुत्र हो वे ध्यान रखें:
वर्जित: कृष्ण एकादशी, रविवार, संक्रांति, ग्रहण के दिन व्रत करना अशुभ है। परंतु स्नान और दान आवश्यक है।(नारद अनुसार)

घर से निकलते समय यात्रादी के कष्ट से सुरक्षा के लिए

रविवार: ताम्बूल,
सोमवार: दूध, जल एवं दर्पण देखना,
मंगलवार: गुड़+धनिया, गरम दूध, मसूर,
बुधवार: कच्चा दूध, मिठाई,
गुरुवार: राई, केसर तिलक, दही,
शुक्रवार: दही,
शनिवार: बायबिडिंग + काले तिल।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:
रविवार: ताम्बूल, घी,
सोमवार: खीर, जल एवं तिलक,
मंगलवार: गुड़,
बुधवार: धनिया और तिल, राई,
गुरुवार: दही शकर,
शुक्रवार: जौ।


 

 

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...