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13 सित. भविष्य, उपाय(जैन मन्त्र) Remedy that checks the problem Articles That Help You Prioritize Work Today This article may help whether to do or not to do important work.

 

 


13
सित. भविष्य, उपाय(जैन मन्त्र)

Remedy that checks the problem

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विक्रम संवत- 2079, -सूर्य दक्षिणायण,चातुर्मास; ऋतु वर्षा;

आश्वनी कृष्ण पक्ष,

तिथि –तृतीया10:37 तक; रेवती,मीन राशि -चंद्र;-

कार्य का शुभ समय- 06:39 से रात्रि अंत तक  ,

व्रत,पर्व-

संकष्टी चतुर्थी-गणेश व्रत ,श्राद्ध चतुर्थी,

रूद्र अभिषेक-(संध्या उपरांत पूजा श्रेष्ठ)वर्जित

स्वयंभू ,ज्योतिर्लिंग एवं नर्मदेश्वर शिवलिंग के अभिषेक की वर्जना नहीं

 अन्य शिवलिंग  का अभिषेक

आज 10:37 बजे के पश्चात् शुभ प्रभाव .

राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य- को प्राथमिकता

-       दैनिक राशिफल (Daily Horoscope)

                                           जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

,मंत्रणा,जन सम्पर्क, चिकित्सा, जोखिम कार्य.आवेदन.,लेख आदि सिंह,,धनु,मेष –,- राशी के लिए सुख बाधक .

सिंह,धनु,मेष –राशी के लिए सुख बाधक.

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

विशेष रुप से धन की हानि, व्यय या विनियोजन के योग है। अपने व्यय पर विशेष ध्यान देने रखें। आप लोगों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें। इन दिनों आप कोई परामर्श,बीच वचाव या विवाद में भी न पड़ें। व्यर्थ में झगड़े की संभावना है। असावधानी अहम को ठेस पहुँचा सकती है। कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। आप अविचलित रहें, क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी।

वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

चन्द्रमा की स्थिति  लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है । आप ख्याति का वृद्धि का समय हैं। यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति हो ने के योग हैं, प्रयास करे। आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको रुचि पूर्ण उत्तम भोजन, वस्त्र सुख योग है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति निराकृत होगी। आज सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा। मित्र एवं परचितों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। विजय पथ के पथिक होंगे आप।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो उपयुक्त समय है। आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। माह की सर्वश्रेष्ठ अवधि का सर्वाधिक प्रयोग करिए। बिना समय का अपव्यय कर, अधिकतम उपयोग प्रयोग करिए। जिस कार्य को भी हाथ में लेंगे, उसकी पूर्णता सुनिश्चित समझिए। निर्णय या लंबित कार्य पूर्ण करने  के लिए एसा सर्वोत्तम समय दो दिन बाद नहीं मिलेगा।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

तुलनात्मक रूप से पुरुष वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा। यह स्वास्थ्य से सम्बन्धित नकारात्मक परिणामों का सूचक है। परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का स्वास्थ्य व्याय एवं व्यस्तता का कारण बन सकता है। मानसिक रुप से आप अशांत व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं। आप विषाद, व्यर्थ का भय व मानसिक संताप को दूर रखने का भरसक प्रयास करें। यात्रा के योग भी प्रबल है। धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा अथवा कार्यालय में सम्मान कम हो। यात्रा स्थगित रखिये, परामर्श या meeting के परिणाम अनुकूल नहीं होंगे। नारीवर्ग के लिए विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है। आपको हानि हो सकती है। भाग्य की समस्या रहेगी ।शरीर स्वस्थ रहेगा। लाभ की स्थिति उत्तम है। स्थाई लाभ की योजना बनेगी। आर्थिक खर्च बढ़ेगा। मंगल कार्य में धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। स्त्री वर्ग द्वारा भाग्य की वृद्धि होगी। भाइयों पर व्यय अथवा उनसे सहयोग मिलेगा। 10:37 तक विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

 

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक दिन है। नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है। दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे। संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी। दिन की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे। इस दिन को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

स्त्री वर्ग के लिए दिन बाधा एवं  व्यवधान पूर्ण रहेगा। दाम्पत्य जीवन में सुख समन्वय रहेगा। आपको आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे।संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन की शान्ति होगी। आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति सुख एवं प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। दिन कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है।नारीवर्ग के लिए तुलनात्मक विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है। आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी। प्रेम या  नए मित्र, मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल हैरोजगार, व्यवसाय मे आशा के अनुरूप सफलता की प्रबल संभावनाएं है। शत्रु वर्ग के विरुद्ध सफलता का उत्तम अवसर हैं।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

स्त्री वर्ग की तुलना मे पुरुष वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा। सुविधा, असहयोग, समन्वयहीन, अपेक्षा के विपरीत स्थिति का  समय है। किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए। सूचना भी सत्यता से परे हो सकती हैं। यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व बाधाओं का दिन है। आर्थिक दृष्टि से भी यह काल लाभ पूर्ण नहीं है। आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है। सक्रियता, विनियोजन, विपणन, लेनदेन, महत्वपूर्ण कार्य लंबित/स्थगित, रखना ही श्रेयष्कर होगा। 10:37 बजे तक नारीवर्ग के लिए विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

अच्छे लोगों से परिचय होगा। कार्यों में सफलता मिलेगी पद प्रतिष्ठा के अच्छे अवसर हैं। विद्या के क्षेत्र में यश बढ़ेगा| सफलता मिलेगी। राजनीति में गौरव तथा सफलता के अवसर मिलेंगे। मित्र वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। शासन या राज्य मैं आपके कार्य प्रगति पर रहेंगे।सज्जन वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा। व्यापार में प्रगति होगी समय का भरपूर उपयोग करने का सुझाव दिया जाता है। विरोधियों एवं लंबित कार्य मे सफलता मिलेगी। विरोधियों एवं लंबित कार्य मे सफलता मिलेगी। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

भाग्य की समस्या रहेगी। शरीर स्वस्थ रहेगा। लाभ की स्थिति उत्तम है। स्थाई लाभ की योजना बनेगी। आर्थिक खर्च बढ़ेगा। मंगल कार्य में धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी ।स्त्री वर्ग द्वारा भाग्य की वृद्धि होगी। भाइयों पर व्यय अथवा उनसे सहयोग मिलेगा। यात्रा के योग भी प्रबल है। 10:37 बजे तक  विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

कल की तुलना में आज का दिन और भी अच्छा व्यतीत होगा। महत्वपूर्ण समाचार प्रसन्नता वर्धक रहेंगे। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी।व्यापारिक लाभ होगा। रोजगार में उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे। कनिष्ठ वर्ग पूर्ण सहयोग करेगा। कार्य की योजना बनाकर उसको निपटाना अच्छा रहेगा। सफलता के अवसर अधिक है। नए अनुबंध या नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। विद्या के क्षेत्र में श्रेष्ठ सफलता के सुयोग हैं। ********************************************

-           आज प्रचलित नाम से भविष्य -यात्रा,गृह,प्रवेश,व्यवहारिक-कार्य,ज्वाइनिंग,आवेदन,परामर्श देना,जोखिम,विवाद हितकर नहीं होगा .

-       नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है – -ये यो भ,भी भू ध,,,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो अ.शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l

-       -सिंह,मेष,धनु राशी वालो को उपाय करना हित कर होगा - For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenditure, busyness, dispute or happiness.-Yo Bh, F DH, M, T Chu- Cho La, Lu. Rest all names will be good for alphabets.-It may be beneficial for the people of Leo, Aries, and Sagittarius to take measures.

उपाय :नक्षत्र के मन्त्र  से अनिष्ट प्रभाव में कमी से दिन सुख, शांति एवं सफलता में वृद्धि  होती है।

कुम्भ राशी /  नाम स.श,ग,से प्रारंभ हो उनको निम्न उपाय  अधिक उपयोगी होंगे -

1-जटामांसी ,मौलश्री लाल पुष्प जल मे मिला कर स्नान करे ।।

2-दान-गुड,मसूर तांबा ,लाल चन्दन युवा पुरुष,

रक्षक,कनेर लाल पुष्प ।

3-दान किसे दे – युवा अवश्यक -लाल बैल,युवा लड़का,कष्ट्रीय,सुरक्षा कर्मी,चौकीदार को दे।।

4- घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं–––कांजी ।या मसूर की दालके कुछ दाने  पृथ्वी पर छोड़े

जैन धर्म मंत्र-

ॐ ह्रीं णमो सिद्धाणं ।

ॐ ह्रीं मंगल ग्रहारिष्ट निवारक श्री वासु पूज्यजिनेन्द्राय नम।

सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।

मम (..अपना नाम ) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्व शांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

ब्रह्माण्डपुराण मन्त्र-अनुभूत त्वरित प्रभावी-

भूमिपुत्रो महातेजा जगतां भयकृत् सदा।

वृष्टि कृद् वृष्टि हर्ता च पीडां हरतु में कुज: ।।

भूमि के पुत्रमहान् तेजस्वीजगत् को भय प्रदान करने वालेवृष्टि करने वाले

तथा वृष्टि का हरण करने वाले मंगल (ग्रहजन्य) मेरी पीड़ा का हरण करें ।।

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व  

  -  कुबेराय नम:.  यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतयेधनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

  ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः.

 श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

क्रय-विक्रयादि व्यापारिक व्यवहार में उसे अत्यधिक लाभ होता है।

-जौ. परवल,आवला व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे

- भात भोजन में शामिल करे ।

- अशुभ- अंग स्पर्श न करे -कृष्ण पक्ष में नाभि।

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व    मन्त्र -   ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय नमः

भाद्रपद माह

 प्रयोग ना करें-  दही,उड़द ,मसूर, चना ,परवल ,लौकी ,भिंडी ,करेला ,बैंगन ,फ्राई अरबी, जिमीकंद कुंदरु ,ककड़ी ,नया आलू ,गाजर ,मूली ,चुकंदर ,फूल गोभी ,पत्ता गोभी ,पालक ,तरबूज, खरबूजा, पपीता पोदीना, हरी मिर्च ,हरा धनिया ,अदरक ,इमली ,जावित्री ,मूंगफली का तेल ,रिफाइंड तेल, श्रीखंड दही लस्सी ,गन्ना ,काजू ,पिस्ता

By renowned astrologer VK Tiwari –(since 1972) – -Vastu, Horoscope, Palmistry, Numerology.

 (Many honorary degrees from 1976-1990) (85+ebooks,3books+poems-published, aired; Navneet Hindi Digest - Bharatiya Vidya Bhavan Mumbai - Bhavishya Phal Monthly - 1980 to 2000)

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र हो | - क

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन करिये | चंद्रहासोज्

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश पर -