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04 सित. भविष्य,उपाय(जैन मन्त्र) Remedy that stops the problem Articles That Help You Prioritize Work Today

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विक्रम संवत- 2079, -सूर्य दक्षिणायण,चातुर्मास;

भाद्रपद शुक्लपक्ष,

तिथि – अष्टमी,ज्येष्ठा ,वृश्चिक राशि -चंद्र;-

कार्य का शुभ समय-सूर्योदय से रात्रि अंत तक ,

व्रत,पर्व-

राधा अष्टमी,महा लक्ष्मी व्रत आरंभ

रूद्र अभिषेक-(संध्या या उसके उपरांत शीघ्र फल प्रद )

आज10.39बजे तक अशुभ ,इसके पश्चात् रूद्र अभिषेक के शुभ प्रभाव होंगे नियमाबुसार .

राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य- को प्राथमिकता

*-जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,

निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

-       दैनिक राशिफल (Daily Horoscope)

                       जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

                                                            12 राशी भविष्य

                                       सिंह,,धनु,मेष –राशी के लिए सुख बाधक .दिन

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

सामान्य रूप से आशा के अनुरूप प्रगति वाला नहीं रहेगा। प्रत्येक क्षेत्र में कुछ बाधाएं उपस्थित होंगी। किसी भी प्रकार का जोखिम लेना हानि प्रद सिद्ध हो सकता है।व्यापार में लाभ की संभावना कम है। यात्रा में कष्ट अतः वाहन चालन आदि में सावधानी लाभदायक सिद्ध होगी। जनप्रतिनिधियों के लिए उत्तम दिन नहीं है।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

रोजगार में अनुकूल स्थितियां उत्पन्न होंगी। प्रेम या दांपत्य सुख में वृद्धि होगी। विवाह से संबंधित कार्य की प्रगति संतोषप्रद रहेगी। रोजगार में लाभ अपेक्षित होगा। राजनेताओं के लिए उत्तम दिन है। यात्रा का उद्देश्य पूर्ण होना कठिन है। नए कार्य में प्रगति होगी। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

आशा के अनुरूप कार्य पूर्ण होते दृष्टिगोचर होंगे। सामाजिक आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। जनप्रतिनिधियों के लिए सफलता का दिन है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा परंतु पेट से संबंधित कष्ट की संभावना बनी रहेगी। यात्रा का उद्देश्य पूर्ण होगा। विरोधियों के विरुद्ध कार्रवाई का उचित दिन है। कनिष्ठ वर्ग के लिए आप कारवाई  कर सकते हैं। मनोबल ऊंचा रहेगा।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

कार्यों की प्रगति से संतुष्टी नहीं मिलेगी। कनिष्ठ वर्ग का अपेक्षित सहयोग कठिन है। या वे आपके इच्छा के अनुकूल कार्य परिणाम नहीं दे सकेंगे। परिवार के सदस्यों के कारण जनता एवं सुख बाधा की स्थिति बन सकती है। संतान पक्ष से भी परेशानी उत्पन्न हो सकती है। सामान्य रूप से दैनिक कार्यों में रोजगार एवं व्यापार में सफलता मिलेगी। कोई महत्वपूर्ण कार्य या दिन नहीं कहा जा सकेगा।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

यह स्वास्थ्य से सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक है। स्वयं का व परिवार के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है। हो सकता है कि आपको पेट की गड़बड़ी व छाती में बैचेनी जैसी समस्याएँ झेलनी पड़े। स्वास्थ्य में गिरावट चिन्ता का विषय बन सकता है। परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है। मानसिक रुप से आप अशांत व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं।

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

सामान्य रूप से कल की तुलना में दिन उत्तम व्यतीत होगा, परंतु महत्वपूर्ण दिन नहीं कहा जा सकेगा। प्रयासों के परिणाम विलंब से ही सही परंतु आपके पक्ष में आएंगे। खर्च के योग प्रबल बन सकते हैं।नए कार्य हाथ में नहीं लें। जनप्रतिनिधियों के लिए दिन अनुकूल शारीरिक मानसिक दृष्टि से रहेगा।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

आर्थिक दृष्टि से दिन अनुकूल नहीं है। आवश्यक खर्च के योग बने रहेंगे। बचत में कमी होगी। जोखिम के परिणाम उपयोगी सिद्ध नहीं होंगे। भागदौड़ या कार्य की अधिकता उत्पन्न हो सकती है। कार्यों के परिणाम अंतिम रूप से आपके पक्ष में रहेंगे। वाद विवाद से बचने का प्रयास करें।किसी ककोई सलाह देने के स्थान पर स्वयं कार्य निष्पादन करना उत्तम रहेगा।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

कल की तुलना में आज का दिन महत्वपूर्ण नहीं रहेगा तथापि कार्य सफलता के योग हैं। शुभ समाचार मिलने की संभावना है। आपके किए गए कार्यों के अच्छे परिणाम आज प्राप्त हो सकते हैं। किसी भी कार्य को करने से पीछे नहीं हटे क्योंकि समय आपके पक्ष में है। राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए उत्तम दिन है। महिलाओं के लिए उपयोगी दिन सिद्ध नहीं होगा।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

किसी भी प्रकार के नए कार्य जोखिम की सलाह नहीं दी जा सकती है। किसी को कोई परामर्श देना व्यर्थ रहेगा। मार्केटिंग शॉपिंग नहीं करना आपके हित में रहेगा। आवश्यक कामों में ही रुचि लें। जनप्रतिनिधियों के लिए कष्टकारी दिन है। सफलता की संभावनाएं बहुत कम है।यात्रा एवं भागदौड़ या कार्य की अधिकता रहेगी। महिलाओं के लिए सुविधा में कमी का विशेष दिन है। आकस्मिक कार्य की अधिकता भी हो सकती है। आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

आज का दिन भी बहुत महत्वपूर्ण है। आराम के स्थान पर कार्य को महत्व देकर शीघ्र निष्पादन करना आपके लिए लाभदाई रहेगा। किसी भी प्रकार कोई काम कल पर टालना उचित नहीं होगा। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। नए निर्णय लाभदायक सिद्ध होंगे। सफलता के योग उत्तम है। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। आमोद प्रमोद पर व्यय हो सकता है।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

सामान्य रूप से दिन उत्तम है, परंतु किसी भी कार्य के परिणाम की आशा अपने इच्छा के अनुकूल संपन्न होने की ना रखें। किसी भी प्रकार की जोखिम मै या नए कार्य या मार्केटिंग शॉपिंग अथवा किसी को परामर्श देना लाभदायक सिद्ध नहीं होगा। व्यर्थ किसी के विवाद में ना पड़े। कार्य की सफलता संदिग्ध है, आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। व्यापारिक लाभ रहेगा। रोजगार में अनुकूल स्थितियां बनी रहेंगी।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

भाग्य आपका साथ देता प्रतीत नहीं होगा। परिवार के सदस्यों एवं संतान पक्ष से चिंता कर परेशानी रहेगी।विद्या प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता की संभावनाएं कम है। प्रत्येक कार्य को सूझ बुझ  एवं विचार उपरांत करना उचित होगा। न्याय निर्णय लाभदायक सिद्ध होंगे। बड़ों के आशीर्वाद से किए गए उपरोक्त कार्य पूर्ण होंगे। अथवा बड़ों से विवाद की स्थिति या उनसे अप्रसन्नता का उपहार मिल सकता है। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। व्यापारिक लाभ रहेगा।

*

   भविष्य - नाम के प्रथम अक्षर से-

-           नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है –

-ये यो भ,भी भू ध,,,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो अ.

शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l-सिंह,मेष,धनु राशी वालो को उपाय करना हित कर होगा

- For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenditure, busyness, dispute or happiness.Yo Bh, F DH, M, T Chu- Cho La, Lu. Rest all names will be good for alphabets.It may be beneficial for the people of Leo, Aries, and Sagittarius to take measures.

उपाय :–

नक्षत्र के मन्त्र  से अनिष्ट प्रभाव में कमी से दिन सुख, शांति एवं सफलता में वृद्धि  होती है।

वेद मंत्र  ज्येष्ठा वैदिक-ॐ त्राताभिंद्रमबितारमिंद्र गवं हवेसुहव गवं शूरमिंद्रम वहयामि शक्रं पुरुहूतभिंद्र गवं स्वास्ति नो मधवा धात्विन्द्र:। ॐ इन्द्राय नम:।

पौराणिक मंत्र :श्वेतहस्तिनमारूढं वज्रांकुशलरत्करम।

सहस्त्रनेत्रं पीताभं इंद्रं ह्रदि विभावये llनक्षत्र देवता मंत्र :- ॐ इंद्राय नमःlनक्षत्र मंत्र :- ॐ जेष्ठायै नमःl

-स्नान जल मे कनेर पुष्प ,केसर,खस.इलायची मिला कर स्नान करे ।

-सूर्य देव को जल अर्पण करे । मंत्र -खखोल्काय नमः ।

-  दान पदार्थ -गुड,लाल,वस्त्र,पुष्पतांबा नारंगी वस्तु,लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प ।

दान -लाल गाय को ,सूर्य मंदिर10 वर्ष तक के बच्चे,विष्णु,कृष्ण मंदिर मे  दे सकते है।।

3- घर से प्रस्थान पूर्व खाएं––रसाल,आम,घी,पान मे से कोई भी पदार्थ ।

जैन धर्म मंत्र-

’ ऊँ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रहारिष्ट निवारक। श्री पद्म प्रभु जिनेन्द्राय नमः सर्वशांतिं कुरू कुरू स्वाहा।

मम (अपना नाम) दुष्टग्रहरोगकष्टनिवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

ब्रह्माण्डपुराण-मन्त्र

ग्रहाणाम आदिरात्यो लोक रक्षण कारक:।

विषम स्थान सम्भूतां पीडां हरतु मे रवि: ।।

ग्रहों में प्रथम परिगणित अदिति के पुत्र तथा विश्व की रक्षा करने वाले,

भगवान सूर्य विषम स्थान जनित मेरी पीड़ा का हरण करें ।।

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व  - वृषभ से सुशोभित भगवान सदाशिव की पूजा करनी चाहिएवे प्रचुर ज्ञान कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व - भगवान शंकर मृत्य्हरण करनेवालेज्ञान देनेऔर बंधनमुक्त ।

-         -सभी के लिए उपयोगी उपाय परन्तु ,सिंह,धनु,कुम्भ  राशी के लिए उपाय विशेष ,उपयोगी होंगे ।

-नारियल, आवला,नमक, तिल का तेल लाल रंग (चुकंदर,लाल पत्ते की भाजी,कोई भी लाल रंग की सब्जी ) व काँसे के बर्तन में भोजन करना एवं बेल पत्र तोडना निषिद्ध है।

- अनार भोजन में शामिल करे ।

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व   मन्त्र    -

-ॐ सदाशिवाय नम: ।या

-     - ॐ साम्ब सदा शिवाय नम:।। 5- ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ॐ।

किये जाने वाले कार्य -

 शिकार , विवाद,वसूली , जोखिम, शस्त्र निर्माण , मद्यपान तथा निर्माण कार्य तथा सभी प्रकार के क्रूर कर्म.

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व - दुर्गा की पूजा लोक व्यवहार में विजय हेतु करे ।

या ॐ एम् ह्रीं क्लिम चामुंडाये विच्चे । ११बार ।

*

भाद्रपद माह

 प्रयोग ना करें-  दही,उड़द ,मसूर, चना ,परवल ,लौकी ,भिंडी ,करेला ,बैंगन ,फ्राई अरबी, जिमीकंद कुंदरु ,ककड़ी ,नया आलू ,गाजर ,मूली ,चुकंदर ,फूल गोभी ,पत्ता गोभी ,पालक ,तरबूज, खरबूजा, पपीता पोदीना, हरी मिर्च ,हरा धनिया ,अदरक ,इमली ,जावित्री ,मूंगफली का तेल ,रिफाइंड तेल, श्रीखंड दही लस्सी ,गन्ना ,काजू ,पिस्ता

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उक्त आलेख

-देश देशांतर के सुप्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित वी.के.तिवारी द्वारा सृजित

(अनेक सम्मान उपाधि 1976-1990 तक)

(85+ebooks,3books+10.000 लेख ,कविता-प्रकाशित,प्रसारित;साप्ताहिक हिंदुस्तान में भविष्यवाणी ,नवनीत हिंदी डाइजेस्ट-भारतीय विद्या भवन मुंबई  -भविष्य फल मासिक-1980से 2000तक)

सम्पर्क -कुंडली निर्माण ,रोग,भाग्यशाली रत्न ,जाब,केरियर  (Dakshina500/).

- कुंडली मिलान

केवल नक्षत्र से नहीं 09 ग्रहों से, 05 नाडी नारद सिद्धांत ,D9 ,नक्षत्र चरण 30बिन्दु पर.08 pages में विस्तृत कुंडली मिलान

jyotish9999@gmail.com-9424446706-Sun city Bangaluru

 

 

 

                                 

 

 

 

 

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन करिये | चंद्रहासोज्

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश पर -