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11सित. भविष्य,उपाय(जैन मन्त्र) Remedy that stops the problem whether to do or not to do important work ?

विक्रम संवत- 2079, -सूर्य दक्षिणायण,चातुर्मास; ऋतु वर्षा;

आश्वनी कृष्ण पक्ष,

तिथि –प्रतिपदा ,मीन राशि -चंद्र;-

कार्य का शुभ समय---08:03 से रात्रि अंत तक  ,

व्रत,पर्व-द्वितीया श्राद्ध ,

रूद्र अभिषेक-(संध्या या उसके उपरांत शीघ्र फल प्रद )

आज रूद्र अभिषेक 08:03 बजे के पश्चत वर्जित (नियमाबुसार) .

राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य- को प्राथमिकता

*-जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

-       दैनिक राशिफल (Daily Horoscope)

                       जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

. राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य-योजना को प्राथमिकता के अनुसार अंतिम निर्णय सफलतापूर्ण *कर्क,धनु,मेष रशिवालो को बाधा नाश के लिए तिथि दोष के उपाय करना चाहिये .

आज का राशिफल

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

कल की तुलना में आज आपका दिन विशेष उत्तम सिद्ध होगा। महीने के प्रमुख दिनों में आज का दिन सिद्ध हो सकता है। जनसंपर्क से संबंधित सभी क्षेत्र में जुड़े लोगों को विशेष सफलताके योग हैं। व्यापारिक लाभ उत्तम रहेगा। रोजगार में अनुकूल स्थितियां या काम की कमी से सुख सुविधा आराम प्राप्त होगा। परिचितों से सहयोग मिलेगा। आशा के अनुरूप सफलता मिलेगी। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना विशेष प्रयास से  है

वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

सामाजिक कार्यकर्ताओं व समाजसेवी वर्ग के लिए उपलब्धि का दिन है। शासन की ओर से अनुकूल स्थितियां रहेंगी। प्रशासनिक वर्ग के लिए विशेष सफलता का सहयोग है ।विद्या एवं रोजगार क्षेत्र में अच्छी सफलताएं मिलेंगी। आज के दिन का भरपूर प्रयोग लाभदायक सिद्ध हो सकता है। किसी भी प्रकार के नए कार्य या लंबी यात्रा का सुझाव देना उचित नहीं होगा। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। कल से भी  आज का दिन अधिक उत्तम व्यतीत होगा। अपेक्षा अनुरुप  कार्य अधिक सरलता से पूर्ण होंगे। राजनीति वर्ग को  विशेष सफलता मिलेगी।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

कार्य की प्रगति मन के अनुकूल होगी। पारिवारिक सुख में बाधा रहेगी। परिचितों से सहयोग मिलेगा। मित्र अपने दिए हुए वचन को पूरा नहीं कर सकेंगे। व्यापार में सामान्य लाभ होगा। रोजगार में के उल्लेखनीय बात नहीं है। कार्य की अधिकता भी हो सकती है। धन का विनियोजन संभव है। विद्या के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। प्रयासों के परिणाम देर में ही सही परंतु आप के पक्ष में ही होंगे। यात्रा या विपणन की सफलता संदिग्ध है, विवाद से बचे।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

तुलनात्मक रूप से पुरुष वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा। कार्य होते होते रुक जाएंगे ।यात्रा योग प्रबल है। कार्य की अधिकता से परेशानी होगी। व्यवहार की त्रुटि से अनपेक्षित स्थिति बन सकती है। समय पर भोजन आदि प्राप्त होना भी कठिन है। रोजगार एवं राजनीति में प्रत्येक कार्य सूझबूझ के बाद ही करना उचित होगा। प्रत्येक कार्य में बाधा की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नारी वर्ग-स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान रखना उचित होगा। यात्रा को स्थगित रखें।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

प्रतिकूल परिस्थितियों पर आपका नियंत्रण रहेगा। विरोधी वर्ग नतमस्तक होगा। उदर कष्ट संभव है। भागदौड़ रहेगी। जनप्रतिनिधियों के लिए अच्छा दिन है। वाद विवाद में विजय प्राप्त होगी। कंसल्टेंसी या सुझाव देने के लिए उत्तम दिन है। नई योजना प्रारंभ की जा सकती है। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी।

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति हो सकती है। धन की प्राप्ति योग हैं। प्रयास एवं कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपकी रुचि के अनुसार भोजन के संयोग बनेगे। प्रेम या दाम्पत्य सुख उत्तम है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया, हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

पारिवारिक सुख में कमी होगी। दांपत्य साथी की ओर से अनावश्यक परेशानियां पैदा की जाएंगी, वाद विवाद की स्थिति से बचें। कोई अपने दिए हुए प्रॉमिस को पूरा नहीं कर सकेगा। नए कार्य या उत्तरदायित्व लेने से बचना चाहिए। रोजगार में किसी भी प्रकार की जोखिम लेना उचित नहीं रहेगा। महत्वपूर्ण प्रपत्र या पत्र पर हस्ताक्षर से पहले सूक्ष्म करना, अध्ययन भविष्य उपयोगी सिद्ध होगा। संतान पक्ष की ओर से चिंता या दायित्व बढ़ेगा।विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखें। मानसिक कष्ट की भी संभावना है। अहम को चोट लगेगी। आपके साथ अच्छा व्यवहार होने की संभावना कम है। वाद विवाद की स्थितियां निर्मित होंगी। मानसिक एवं शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में विशेष ध्यान रखें या संभव हो तो स्थगित रखें। नई विचार या योजना की पहल ना करना ही अच्छा सिद्ध होगा। राजनीति व सामाजिक क्षेत्र में कष्ट की संभावनाएं हैं। नई विचार या योजना की पहल ना करना ही अच्छा सिद्ध होगा। राजनीति व सामाजिक क्षेत्र में  कष्ट की संभावनाएं हैं। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

कार्य के लिए किए गए प्रयास से प्रसिद्धि मिलेगी। आप के निर्णय सराहे जाएंगे। भाइयों या नौकरों यह अथवा कनिष्ठ वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। आराम की स्थिति बनेगी। मनोबल अच्छा रहेगा। विजय और पराक्रम आपके साथ रहेंगे। कार्य पूर्ण होंगे। भाग्य साथ देगा। आज का काम आज ही निपटाना उचित होगा। विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

खर्च की योजना बनेगी। अथवा धन का निवेश होगा। मार्केटिंग शॉपिंग की सूची बनेगी। भागदौड़ या कार्य के अधिकता रहेगी। परिवार का दायित्व बढ़ेगा या परिवार के कार्यों में अधिक समय देना होगा। परिवार के सदस्यों की ओर से चिंता की स्थिति रहेगी। बाद में विबाद में ना पड़े। संतान एवं परिवार के सदस्य आलोचना या टीका टिप्पणी भी कर सकते हैं। रोजगार में अधिकारी वर्ग की आप्रसन्नता भी सामने आ सकती है। राजनीति एवं जनप्रतिनिधियों के लिए सफल दिन नहीं है।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

कल की तुलना में आज का दिन और भी अच्छा व्यतीत होगा। महत्वपूर्ण समाचार प्रसन्नता वर्धक रहेंगे। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी ।व्यापारिक लाभ होगा। रोजगार में उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे। कनिष्ठ वर्ग पूर्ण सहयोग करेगा। कार्य की योजना बनाकर उसको निपटाना अच्छा रहेगा। सफलता के अवसर अधिक है। नए अनुबंध या नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। विद्या के क्षेत्र में श्रेष्ठ सफलता के सुयोग हैं।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

कल की तुलना में आज का दिन और भी विघ्न बाधा या परेशानी का सिद्ध हो सकता है। कार्यों की प्रगति रुक जाएगी। परामर्श-निष्क्रिय, मौन रहकर पठन, चिंतन पुजा पाठ मे दिन व्यतीत करना श्रेष्ठ उपाय होगा। अपेक्षा के अनुकूल की कोई भी कार्य होना कठिन प्रतीत होता है। यात्रा सुझाव मार्केटिंग शॉपिंग आदि नहीं करना उचित नहीं होगा। वाद विवाद से बचें। ऐसी स्थितियां उत्पन्न होंगी जिन पर जिन पर आप नियंत्रण नहीं कर सकेंगे। किसी प्रकार के नए काम या उत्तरदायित्व नहीं लेना चाहिए। आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी।व्यापारिक लाभ सामान्य रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान दें। स्वास्थ्य या नेत्र के कारण कष्ट भी संभव है। मित्रों परिचितों के कारण कार्य में रूकावट या विलंब होगा।

सूर्य देव की प्रसन्नता के लिए उपाय या सूर्य कृत अशुभ दोष नाश के उपाय 

नक्षत्र  सुख बाधा  एवं नक्षत्र देवता की कृपा के उपाय :

वेद मंत्र  पुर्वा भाद्रपद : ॐ उतनाहिर्वुधन्य: श्रृणोत्वज एकपापृथिवी समुद्र: विश्वेदेवा ॠता वृधो हुवाना स्तुतामंत्रा कविशस्ता अवन्तु।ॐ अजैकपदे नम:।

पौराणिक मंत्र :

शिरसा महजं वंदे ध्येकपादं तमोपहम् lमुदे प्रोष्ठपदेवानं सर्वदेवनमस्कृतम् ll

नक्षत्र देवता मंत्र : ॐ अजैकपदे नमःlनक्षत्र मंत्र : ॐ पुर्वाप्रोष्ठपद्भ्यां नमःl

-   भविष्य -नाम के प्रथम अक्षर से-

नाम का प्रयोग व्यवहारिक /अल्पकालीन/एक बार के -कार्य के लिए करे-जैसे-यात्रा,गृहप्रवेश, ,ज्वाइनिंग,आवेदन,परामर्श देना,जोखिम,विवाद,मुकद्दमा,चुनाव,मित्रता,प्रेम आदि  l

नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन -व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है .

 

**पितृ दोष शमन एवं उनकी प्रसन्नता के लिए

25 सितम्बर तक नियमित तर्पण – कुश की अंगूठी एवं कुश के साथ ,काले तिल,जल श्वेत पुष्प अर्पण

1पितरों को दक्षिण में मुख कर तर्जनी एवं अंगूठे के मध्य भाग से अर्पण;

 2इसके पश्चात् पूर्व की और मुख कर उंगलियों के  अग्रभाग से विष्णु एवं देवों अर्पण ,

3अंत में उत्तर दिशा  की और मुख कर कनिष्था के नीचे के भाग से ऋषियों को अर्पण .

-तिल का तेल ,लाल रंग (चुकंदर,लाल पत्ते की भाजी,कोई भी लाल रंग की ) सब्जी काँसे के बर्तन में भोजन करना निषिद्ध है।

मन्त्र- ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च नम: ,स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:,जलं तर्पयामि.
-
भगवत गीता का 7 वां अध्याय पढ़ें

*भाद्रपद माह प्रयोग ना करें-  दही,उड़द ,मसूर, चना ,परवल ,लौकी ,भिंडी ,करेला ,बैंगन ,फ्राई अरबी, जिमीकंद कुंदरु ,ककड़ी ,नया आलू ,गाजर ,मूली ,चुकंदर ,फूल गोभी ,पत्ता गोभी ,पालक ,तरबूज, खरबूजा, पपीता पोदीना, हरी मिर्च ,हरा धनिया ,अदरक ,इमली ,जावित्री ,मूंगफली का तेल ,रिफाइंड तेल, श्रीखंड दही लस्सी ,गन्ना ,काजू ,पिस्ता

********************************

26 अगस्त के राशिफल लेख में आगामी 15 दिन दक्षिण भारत एवं उत्तर भारत में वर्षा की सम्भावना उल्लेखित की गयी थी .बंगलौर विशेष .

––उक्त आलेख

-देश देशांतर के सुप्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित वी.के.तिवारी द्वारा -

(अनेक सम्मान उपाधि 1976-1990 तक)

(85+ebooks,3books+10.000 लेख ,कविता-प्रकाशित,प्रसारित; नवनीत हिंदी डाइजेस्ट-भारती मुंबई  -भविष्य फल मासिक-1980से 2000तक)

सम्पर्क -कुंडली निर्माण ,रोग,भाग्यशाली रत्न ,जाब,केरियर  (Dakshina500/).

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-वास्तु,कुंडली,हस्तरेखा ,अंकविद्या.

1- शिक्षा के विषय क्या हो ?केरियर ? job, उपाय ।

2-सफलता के आजीवन टिप्स –Do’s & Dont’s -Lucky-Day.Colors,Month, Name-City, Institute, Apartment, Direction

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- कुंडली मिलान 05 नाडी नारद सिद्धांत ,D9 ,नक्षत्र चरण 30बिन्दु पर.08 pages

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन करिये | चंद्रहासोज्

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश पर -