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07 सित. भविष्य,उपाय(जैन मन्त्र) Remedy that stops the problem Articles That Help You Prioritize Work Today This article may help whether to do or not to do important work.

विक्रम संवत- 2079, -सूर्य दक्षिणायण,चातुर्मास; ऋतु वर्षा;

भाद्रपद शुक्लपक्ष,

तिथि – उत्तराशा. ,मकर राशि -चंद्र;-

कार्य का शुभ समय-- से  ,

व्रत,पर्व-

वामनअवतार दिवस,कल्कि जयंती   ,.

रूद्र अभिषेक-(संध्या या उसके उपरांत शीघ्र फल प्रद )

आज रात्रि 00.04 बजे तक शुभ ,इसके पश्चात् अशुभ प्रभाव नियमाबुसार .

राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य- को प्राथमिकता

*-जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

-       दैनिक राशिफल (Daily Horoscope)

                       जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

जन सम्पर्क, चिकित्सा,रोग,जोखिम कार्य.

 - मिथुन,तुला,कुम्भ –,- राशी के लिए सुख बाधक एवं  कर्क ,सिंहराशी  के लिए श्रेष्ठ .

-       राशी भविष्य-ज्ञात कर ,दैनिक कार्य-योजना को प्राथमिकता के अनुसार अंतिम निर्णय सफलतापूर्ण

-      ** कुम्भ,मिथुन , से अधिक सिंह शी के लिए - विवाद,कष्ट,हानि,व्यय योग यात्रा,विवाद आदि स्थगित रखना,शांति,अल्पभाषी ,मूक दर्शक बनना , एक मात्र समस्या को निर्मूल करने का उपाय .

-       12 राशी भविष्य

-      -मिथुन,तुला,कुम्भ राशी को सूझ बुझ से दिन व्यतीत करना करना चाहिए ।

-       Remedy--Gemini, Libra, Aquarius zodiac signs should be done.

-       मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

-       सकारात्मक परिवर्तन होंगे. यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है. आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है. अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है. यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो यही उचित समय है. आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी. प्रेम या नए मित्र, मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है. दाम्पत्य जीवन में सुख समन्वय रहेगा. आपको आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे. संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी . स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. मन की शान्ति होगी. आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति सुख एवं प्रसन्न्ता अनुभव करेंगे. दिन कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है.

-       वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

-       प्राथमिकता के आधार पर कार्य करिए, क्योंकि सफलता की संभावना प्रबल हैं. यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है. आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे. नए मित्र भी बनाएँगे. मित्रों से सहयोग मिलेगा. प्रेम संबंध सुख पूर्ण रहेंगे. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे. कुल मिलाकर इस अवधि में आप सफल एवं प्रसन्न रहेंगे. विजयश्री आपके साथ होगी. मनोबल उत्तम रहेगा. राजनीति एवं जनसम्पर्क से लाभ सफलता मिलेगी.

-       मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

-       कुछ मिले जुले परिणाम का दिन है. व्यापार मे लाभप्रद लेन-देन सम्पन्न करने में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं. विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो यात्रा हेतु हरी झंडी मिलने से पहले आपको कुछ बाधाएं पार करनी होंगी. अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण आप मानसिक रुप से अशांत खिन्न रहेंगे. वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है. आपको हानि हो सकती है अत: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें. स्वास्थ्य का अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. निराशा जीवन को अकर्मण्य बना सकती है. विशेष सावधान रहें व कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा अथवा कार्यालय में सम्मान कम हो. विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है.मौन एवं निष्क्रियता श्रेष्ठ उपाय है .

-       कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

-       यह स्वास्थ्य से सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक है. स्वयं का व परिवार के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है. परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है. मानसिक रुप से आप अशांत व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं. आप विषाद, व्यर्थ का भय व मानसिक संताप को दूर रखने का भरसक प्रयास करें. अपने आत्मविश्वास पर उस समय विशेष रुप से भरोसा रखें. अपने मानसिक संतुलन को स्थिरता प्रदान करके बनाए रखें. आर्थिक दृष्टि से यह कठिन समय है. खर्चे बढ़ सकते हैं. यह एक ऐसा समय है जब आपको अपने आत्मीयजनों से मधुर सम्बन्ध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी है क्योंकि उनके द्वारा परस्पर शत्रुता पनप सकती है. अनियंत्रित क्रोध पर अंकुश रखें. विशेष -,अनपेक्षित,विघ्न बाधा की संभावित स्थिति के प्रति सतर्क रहना उपयोगी होगा .

-       सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

-       चन्द्रमा गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है. आप ख्याति का वृद्धि का समय हैं. यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है. बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति होसक्ति है ,प्रयास करें. कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं. घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है. आपको रुचि पूर्ण उत्तम भोजन, वस्त्र सुख योग है. आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति निराकृत होगी. आज सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा. मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा. मित्र एवं परचितों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा. विजय पथ के पथिक होंगे आप.

-       कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

-       विशेष रुप से धन की हानि के योग है. अपने व्यय पर विशेष ध्यान देने रखें. आप लोगों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें. इन दिनों आप कोई परामर्श,बीच वचाव या विवाद में भी न पड़ें. व्यर्थ में झगड़े की संभावना है. अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बचाए रखें. असावधानी अहम को ठेस पहुँचा सकती है. कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं. आप अविचलित रहें क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी. विश्वास रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलता है. शारीरिक रुप से आप स्वास्थ्य में गिरावट महसूस करेंगे. मानसिक रुप से असंतोष अनुभव करेंगे. आपको भोजन भी इतना रुचिकर नहीं लगेगा. दिन में एक असंतोष सा रहेगा.

-       तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

-       यात्रा स्थगित, धैर्य, अल्पभाषी सफलता का मूल रहेगा | मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द मिलने का योग है. आपको सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध होगा. आपको शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी. इस समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित मिलेंगे. आपके पारिवारिक जीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा. प्रेम या दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं. सौभाग्य, सुख व उच्चतम सम्मान इस अवधि की विशेषता है. आपके व आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने सुयोग है. जीवन में सुख शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा. भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील न बन जाएं. आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है. पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति होगी. कार्य में उन्नति भी हो सकती है.पूर्वार्ध में

-       वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

-       यात्रा एवं निर्णय स्थगित रखे. आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है. खर्चे बढ़ेंगे. अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें. अपव्यय से बचें. अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें. संभव है आपको मनवांछित फल न मिले. स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. मानसिक रुप से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं. अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से भी त्रस्त हो सकते हैं. अपने निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें तथा आवेश में न आएँ. योजनाओं को क्रियान्वित करने से पूर्व सोच लें. घर पर

-        

-       धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

-       यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा. आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है. व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है. परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप होगा. पुराने मित्रों के साथ पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं. विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है. इस समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त सांसारिक सुख मिलने की संभावना है. स्वास्थ्य उत्तम रहेगा व इस पूरे काल में आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे. व्यापार के लिए लाभदायक विशेष रहेगा. राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े वर्ग के लिए उत्तम दिन है. नारी वर्ग के लिए विशेष-महत्वपूर्ण कार्य,उपदेश एवं यात्रा के अपेक्षित परिणाम की सम्भावना अल्प है.

-       मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

-       उपदेश देने से बचे. यह माह का अच्छा समय है. यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति का है. तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है. यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित है. इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे. यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है. आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं. इस समय आप सत्ता में अधिकारी के पद पर आसीन हो सकते हैं तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं . इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी. स्वास्थ्य इस अवधि में सामान्यत: अच्छा रहेगा. इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु भोजन का आनन्द लेने की संभावना है.

-       कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

-       आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है. स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें. अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है. मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं व अकर्मण्यता या आलस्य भी आप पर हावी हो सकता है. आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य कार्य सफलतापूर्वक करेंगे. आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है. घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ सकती है. धन-व्यय के समय विशेष सचेत रहें. शत्रुओं पर विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है. संतान से विवाद अथवा झगड़ा न करें. व्यर्थ के टकराव में न पड़कर समाज में अपनी प्रतिष्ठा व सम्मान बचाए रखें. मानसिक रुप से आप चिन्ता व अत्यधिक कार्यभार के कारण पीडि़त हो सकते हैं.

-       मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

-       असुविधा, असहयोग, समन्वयहीन, अपेक्षा के विपरीत स्थिति का समय है. किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए. सूचना भी सत्यता से परे हो सकती हैं. यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व बाधाओं का दिन है. आर्थिक दृष्टि से भी यह काल लाभ पूर्ण नहीं है. आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है. अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में किसी भी प्रकार की असहमति अथवा विवाद से बचें. स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें क्योंकि पाचन तंत्र व श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है. व्यर्थ की चिन्ता न करे.

-       *प्रचलित नाम से भविष्य-

-       नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बा

-       For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenses, busyness, disputes or happiness.Si, su, se, so, da, ra, ri ru, re, ro, ta, ti, tu te. Ka, ki, ku, d, d, ch, k, ko, h. Rest all names will be good for alphabets. Remedy--Gemini, Libra, Aquarius zodiac signs should be done.

विशेष सभी राशियों के लिए दिन मंगलप्रद बनाने के उपयोगी सुझाव :-

वेद मंत्र उत्तराषाढा
ॐ विश्वे अद्य मरुत विश्वSउतो विश्वे भवत्यग्नय: समिद्धा:
विश्वेनोदेवा अवसागमन्तु विश्वेमस्तु द्रविणं बाजो अस्मै ।

पौराणिक मंत्र:-विश्वांदेवान् अहं वंदेषाढनक्षत्रदेवताम् l
श्रीपुष्टिकीर्तीधीदात्री सर्वपापानुमुक्तये llनक्षत्र देवता मंत्र:- ॐ विश्वेभ्यो देवेभ्यो नमः lनक्षत्र मंत्र:- ॐ उत्तराषाढाभ्यां नमःl

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भाद्रपद माह

 प्रयोग ना करें-  दही,उड़द ,मसूर, चना ,परवल ,लौकी ,भिंडी ,करेला ,बैंगन ,फ्राई अरबी, जिमीकंद कुंदरु ,ककड़ी ,नया आलू ,गाजर ,मूली ,चुकंदर ,फूल गोभी ,पत्ता गोभी ,पालक ,तरबूज, खरबूजा, पपीता पोदीना, हरी मिर्च ,हरा धनिया ,अदरक ,इमली ,जावित्री ,मूंगफली का तेल ,रिफाइंड तेल, श्रीखंड दही लस्सी ,गन्ना ,काजू ,पिस्ता

********************************

उक्त आलेख

-देश देशांतर के सुप्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित वी.के.तिवारी द्वारा -

(अनेक सम्मान उपाधि 1976-1990 तक)

(85+ebooks,3books+10.000 लेख ,कविता-प्रकाशित,प्रसारित; नवनीत हिंदी डाइजेस्ट-भारतीय विद्या भवन मुंबई  -भविष्य फल मासिक-1980से 2000तक)

सम्पर्क -कुंडली निर्माण ,रोग,भाग्यशाली रत्न ,जाब,केरियर  (Dakshina500/).

- कुंडली मिलान

केवल नक्षत्र से नहीं 09 ग्रहों से, 05 नाडी नारद सिद्धांत ,D9 ,नक्षत्र चरण 30बिन्दु पर.08 pages में विस्तृत कुंडली मिलान

पंडित वी.के.तिवारी “ज्योतिष शिरोमणि (1972 से )–

-वास्तु,कुंडली,हस्तरेखा ,अंकविद्या.

1- शिक्षा के विषय क्या हो ?केरियर ? job, उपाय ।

2-वैवाहिक जीवन की समस्या?

4-रोग ,व्यय अधिक,

3सफलता के आजीवन टिप्स –Do’s & Dont’s-Lucky-Day.कलर्स,Month,Name-City,Institute,Apartment,Direction

कुंडली मिलान -श्रेष्ठ विधि-32 कूट ,05 नाडी.06 वर्ण,09ग्रह, से कुंडली मिलान ।

-नाडी दोष,मंगल दोष, -अपवाद के *

jyotish9999@gmail.com-9424446706-Sun city Bangaluru

 

 

 

 

                                  

 

 

 

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र हो | - क

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन करिये | चंद्रहासोज्

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश पर -