दीपावली के मंगल पर्व पर गोधूलि,प्रदोष काल या अर्ध रात्रि के निशीथ काल की अवधि में पंडित पूजा हेतु उपलब्ध नहीं होते हैं,तदर्थ इस मंगल पर्व पर सर्वेश्वर विष्णु जी की प्रिया लक्ष्मिसमुद्र मंथन उद्भभवा लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की संक्षिप्त सरल विधि फोटो मई उपलब्ध है और मेरे पंचंग कैलेंडर के पृष्ठभाग पर उपलब्ध है
नरक चतुर्दशी स्नान आज रात्रि समापन के पूर्व , कल प्रात:पूर्व,05 बज कर 30 मिनट तक स्नान का श्रेष्ठ मुहूर्त नरक चतुर्दशी का है।
काले तिल एवम् आवला स्नान जल में मिश्रित कर , सरसों के तेल का उबटन कर स्नान करने का विधान है।
जिन सौभाग्यवती नारियों ने करवा चौथ पूजा की हो,वे कर्वे के जल को स्नान जल में मिला कर स्नान करे।
ओम् पितेभ्य नम:.
नम:विष्ण वे ।
काले तिल एवम् आवला स्नान जल में मिश्रित कर , सरसों के तेल का उबटन कर स्नान करने का विधान है।
जिन सौभाग्यवती नारियों ने करवा चौथ पूजा की हो,वे कर्वे के जल को स्नान जल में मिला कर स्नान करे।
ओम् पितेभ्य नम:.
नम:विष्ण वे ।
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