मेष
इस अवधि में चन्द्रमा आपके तृतीय भाव में होता
हुआ गोचर करेगा । चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता
दर्शाती है । इस विशेष समय आप ख्याति का स्वाद भी चख सकते हैं । यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है ।
बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति तथा कार्य के फलस्वरुप
आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं । घर के
लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है । आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र
व विपरीत लिंग वाले का अन्तरंग शारीरिक सम्पर्क मिल सकता है । आपके सामने आने वाली
हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा । मन में पूर्ण
संतोष का साम्राज्य रहेगा । यदि आप पुरुष हैं स्त्री मित्र और स्त्री हैं तो पुरुष
बनेंगे और उनके साथ अच्छा समय व्यतीत होगा ।
वृष
इस अवधि में चन्द्रमा आपके द्वितीय भाव में
होता हुआ गोचर करेगा । यह विशेष रुप से धन की हानि दर्शाता है । अपने व्यय पर
विशेष ध्यान देने रखें । कुछ ऐसी आडम्बरयुक्त वस्तुएं आपको लुभा लें जिन पर आप धन
व्यय कर दें परन्तु बाद में वे आपको अनावश्यक प्रतीत हों । इस दौरान आप लोगों से अपने व्यवहार के प्रति
विशेष सतर्क रहें । इन दिनों यदि आप विवाद में भी पड़ें तो वह व्यर्थ में झगड़े का
रुप ले सकता है । आपके सम्मान के लिए ये अत्यंत नाजुक दौर है । अपना सम्मान व
प्रतिष्ठा बचाए रखें क्योंकि तनिक सी भी असावधानी इन्हें ठेस पहुँचा सकती है
। कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं परन्तु
आप अविचलित रहें क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी । विश्वास रखें, परिश्रम
का फल अवश्य मिलता है चाहे आप थकान ही महसूस क्यों ना करें । शारीरिक रुप से आप
स्वास्थ्य में गिरावट महसूस करेंगे, विशेष रुप से आँखों की समस्या हो सकती
है । मानसिक रुप से भी सदा की भाँति उत्फुल्ल न रहकर असंतोष अनुभव करेंगे । इस समय
आँखों पर विशेष ध्यान दें व सतर्कता बरतें । इन दिनों आपको भोजन भी इतना रुचिकर
नहीं लगेगा जैसा हमेशा लगता है । बस, जीवन में एक असंतोष सा छाया रहेगा
।
मिथुन
इस अवधि में चन्द्रमा आपके प्रथम भाव में होता
हुआ गोचर करेगा । यह आपके जीवन में प्रत्यक्ष रुप से सकारात्मक परिवर्तन लाएगा ।
उनमें से एक है मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द । यह काल निश्चित रुप से आपको
सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध कराएगा । साथ ही आपको
शारीरिक सुख-साधन,
उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस
समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित निश्चित रुप से मिलेंगे । विपरीत लिंग वालों से
मित्रता का भी पूर्वाभास है । इस प्रकार के सम्बन्ध आपको शारीरिक एवम् भावनात्मक
तुष्टि देंगे । आपके दाम्पत्य जीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा
। दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं । इसके अतिरिक्त सौभाग्य, सुख
व उच्चतम सम्मान इस अवधि की विशेषता है ।
यह समय आपके व आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने का है । कोई शारीरिक
व्याधि आपके पास नहीं फटकेगी । जीवन में
शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा ।
फिर भी प्रयत्न करिए कि आप अपनी ही भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक
संवेदनशील न बन जाएं । आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है । पुराने दिए ऋणों,
आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति तथा कार्य में उन्नति भी हो सकती है ।
कर्क
इस अवधि में चन्द्रमा आपके बारहवें भाव में
होता हुआ गोचर करेगा । आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है । खर्चे
बढ़ेंगे । अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें क्योंकि आपकी कोई बहुमूल्य वस्तु खो सकती
है । अपव्यय से बचें । अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें
क्योंकि संभव है आपको मनवांछित फल न मिले । स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की
आवश्यकता है । इस काल में आँखों में कोई संक्रमण हो सकता है अत: आँखों का विशेष ध्यान रखें । मानसिक
रुप से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं । आप अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की
भावना से भी त्रस्त हो सकते हैं । आप अपने निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार
के प्रति विशेष सतर्क रहें तथा आवेश में न आएँ । अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने
से पूर्व सोच लें क्योंकि संभव है आप अपने
पद का लाभ उठाकर कोई अन्यायपूर्ण कार्य कर बैठें । घर पर भी सावधान रहें, ऐसा
न हो कि सगे-सम्बन्धियों
से व्यर्थ की शत्रुता हो जाए । अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बनाए रखने का विशेष ध्यान
रखना पड़ सकता है ।
सिंह
इस अवधि में चन्द्रमा आपके ग्यारहवें भाव में
होता हुआ गोचर करेगा । यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में
सहायक होगा । यदि आप कृषि से सम्बन्धित हैं तो उपज सामान्य से अधिक होगी । आपको
अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है ।
व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख
व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है । परिवार के सदस्यों का
मेलमिलाप व पुराने मित्रों के साथ एकत्रित होकर पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं ।
विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है । यदि आप अविवाहित हैं और
विवाह हेतु उपयुक्त आयु के हैं तो आपको आदर्श साथी मिलने के पूर्ण अवसर हैं । इस समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त
सांसारिक सुख मिलने की संभावना है ।
स्वास्थ्य उत्तम रहेगा व इस पूरे काल में आप मानसिक रुप से प्रसन्न व
शान्तचित्त रहेंगे ।
कन्या
इस अवधि में चन्द्रमा आपके दशम् भाव में होता
हुआ गोचर करेगा । यह अच्छा समय है । यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति
तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है । यदि आप कुछ नया करने की योजना बना
रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित है । इस काल के अनुकूल
होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे । यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है । आप
सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं । इस
समय आप सत्ता में अधिकारी के पद पर आसीन हो सकते हैं तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त
कर सकते हैं । इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी । यदि आप महिला हैं तो इस समय गर्भ धारण न करने
के प्रति विशेष सावधानी बरतें क्योंकि इस विशेष समय में आपको गर्भपात की यातना
झेलनी पड़ सकती है । स्वास्थ्य इस अवधि
में सामान्यत: अच्छा
रहेगा । इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु भोजन का आनन्द लेने की
संभावना है ।
तुला
इस अवधि में चन्द्रमा
आपके नवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह किसी आशंका का सूचक है। आपको अपने
व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है । पेट
की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें ।
अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है । मानसिक
रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं व अकर्मण्यता या आलस्य भी आप पर हावी हो सकता है
। यह सब कुछ होते हुए भी इस अवधि में कुछ
आलोकमय भी है । आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य कार्य सफलतापूर्वक
करेंगे । आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है । यदि चन्द्रमा क्षीण है तो दुर्भाग्य आपकी
योग्यता एक चुन्नौती दे सकता है क्योंकि घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी पड़
सकती है । धन-व्यय के समय विशेष सचेत रहें क्योंकि आप इसे गँवा सकते हैं । शत्रुओं
पर विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है । संतान से विवाद अथवा झगड़ा न करें । हो सकता है
कि इसके कारण वे आपसे दूर चले जायें । व्यर्थ के टकराव में न पड़कर समाज में अपनी
प्रतिष्ठा व सम्मान बचाए रखें । मानसिक रुप से आप चिन्ता व अत्यधिक कार्यभार के
कारण पीडि़त हो सकते हैं ।
वृश्चिक
इस अवधि में चन्द्रमा आपके आठवें भाव में
होते हुए गोचर करेगा । यह चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए । यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व
बाधाओं का द्योतक है । दुखद घटनाएँ व खतरे भी हो सकते हैं । आर्थिक दृष्टि से भी यह काल चुन्नौतीपूर्ण है ।
आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है एवम् लाभप्रद व अच्छे कार्यों को बन्द करने की
भी संभावना है । अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में मधुर सम्बन्ध रखें
क्योंकि आप उनकी नजरों में गिरना नहीं चाहते । उनसे किसी भी प्रकार की असहमति अथवा
विवाद से बचें । स्वास्थ्य की ओर ध्यान
देने की भी आवश्यकता है । स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें क्योंकि पाचन तंत्र व
श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है । व्यर्थ की चिन्ता व भय को पास न फटकने दें
क्योंकि इनसे मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है । अच्छे भोजन का लोभ संवरण करने का
प्रयत्न करें । इपने जीवन के प्रति कोई खतरा मोल न लें ।
धनु
इस अवधि में चन्द्रमा आपके सातवें भाव में
होता हुआ गोचर करेगा । इस समय जीवन में कुछ सकारात्मक परिवर्तन होंगे । यह समय सुख
व कार्यों में सफलता का द्योतक है ।
आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है । आपको सट्टे में
अपने कार्य में) लाभ हो सकता है या अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है । यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो यही उचित समय है । यह खगोलीय गति सम्मान, सांसारिक सुख व सुस्वादु भोजन का आनन्द मिलने का सूचक है । यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी । इसके अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है । दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे । संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी । वर्ष की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी । आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे । इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है ।
अपने कार्य में) लाभ हो सकता है या अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है । यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो यही उचित समय है । यह खगोलीय गति सम्मान, सांसारिक सुख व सुस्वादु भोजन का आनन्द मिलने का सूचक है । यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी । इसके अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है । दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे । संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी । वर्ष की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी । आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे । इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है ।
मकर
इस अवधि में चन्द्रमा आपके छठे भाव में से
होता हुआ गोचर करेगा । यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है क्योंकि आप
सफल हो सकते हैं । यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो
सकता है । आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे, नए मित्र भी बनाएँगे, विशेष रुप से विरीत लिंग वालों को ।
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे । कुल मिलाकर इस
अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे ।
कुम्भ
इसमें कुछ मिले जुले नकारात्मक विरोधी) परिणाम आते हैं । यदि चन्द्रमा क्षीण चन्द्राकृति
वाला) है तो आपको अपने
द्वारा ली गई जिम्मेदारी अथवा कार्य में निराशा ही हाथ लगेगी । चन्द्रमा के इस
परागोचर की गति बाधाओं की सूचक है । यदि आप व्यापारी हैं तो जो भी लाभप्रद लेन-देन है । उसे सम्पन्न करने में कुछ
कठिनाइयाँ आ सकती हैं । यदि आप विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो यात्रा हेतु
हरी झंडी मिलने से पहले आपको कुछ बाधाएं पार करनी होंगी । अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण
आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे । जो भी हो आपको इस कटु सत्य को झेलना ही पड़ेगा
जबकि आपके मित्रों को मनचाही सराहना मिलेगी, और इस सबसे आप और भी त्रस्त होंगे ।
वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है । आप कुछ रुपया गँवा सकते
हैं अथवा आपको हानि हो सकती है अत: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें ।
स्वास्थ्य की ओ सदा से अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है । आप पेट की
समस्याओं अथवा हवा में व्याप्त कीटाणुओं के संक्रमण से बीमार हो सकते हैं । निराशा
जीवन को अकर्मण्य अथवा सुस्त बना सकती है ।
विशेष सावधानी रहें व कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा अथवा
कार्यालय में सम्मान कम हो ।
मीन
इस अवधि में चन्द्रमा आपके चतुर्थ भाव में
होता हुआ गोचर करेगा । यह स्वास्थ्य से सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक
है । अत: स्वयं का व परिवार के
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है । हो सकता है कि आपको
पेट की गड़बड़ी व छाती में बैचेनी जैसी समस्याएँ झेलनी पड़े । स्वास्थ्य में
गिरावट चिन्ता का विषय बन सकता है । परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का
स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है ।
मानसिक रुप से आप अशांत व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं । आप विषाद, व्यर्थ का भय व मानसिक संताप को दूर रखने का
भरसक प्रयास करें । अपने आत्मविश्वास पर उस समय विशेष रुप से भरोसा रखें । अपने
मानसिक संतुलन को स्थिरता प्रदान करके बनाए रखें । आर्थिक दृष्टि से यह कठिन समय है, खर्चे बढ़ सकते हैं और आप द्वारा की गई
गलतियाँ कार्य को प्रभावित कर सकती हैं । धन सावधानी पूर्वक खर्च करें । यह एक ऐसा समय है जब आपको अपने आत्मीयजनों से
मधुर सम्बन्ध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी है क्योंकि इसमें परस्पर शत्रुता पनप
सकती है । अनियंत्रित क्रोध पर अंकुश रखें और ऐसी हर बात से दूर रहें जो इसका कारण
बने ।
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