धन त्रयोदशी से दीपावली तक पूजा का श्रेष्ठ समय
ज्योतिष-शिरोमणि पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी (भोपाल-9424446706 )
धनतेरस -
1/ सफलता एवं कामना पूरक अभिजीत / विशुद्ध अमृत काल महत्व है|
**नाम के आधार पर शुभ काल -
***अभिजीत सर्व कार्य के लिए सफलता का 11:45 से 12:20 तक,
दोपहर विजय मुहूर्त 2:00 बजे से 2:40 बजे तक, पूजा अर्चना के लिए गोधूलि 540 से 6:00 बजे तक शाम को,
रात्रि कालीन निशीथ पूजा के लिए श्रेष्ठ समय 11:45 से 12:20 तक
स्नानादि के लिए शुभ समय प्रातः 4:45 से 5:30 तक रहेगा.
दोपहर विजय मुहूर्त 2:00 बजे से 2:40 बजे तक, पूजा अर्चना के लिए गोधूलि 540 से 6:00 बजे तक शाम को,
रात्रि कालीन निशीथ पूजा के लिए श्रेष्ठ समय 11:45 से 12:20 तक
स्नानादि के लिए शुभ समय प्रातः 4:45 से 5:30 तक रहेगा.
2/ सम्पदा कार्य आरंभ की स्थिरता के लिए उपयोगी लग्न|
शुभ लग्न BLUE Best- Muhurt
वृश्चिक लग्न प्रातः 8:40 से 10:10 तक .
Dhanu-11:05-12:00;
मकर लग्न दोपहर 12:55 से 2:10 बजे तक
कुंभ लग्न 14:50से 15:35 तक .
मीन लग्न 16:20 से 17:15 तक.
best-vrush लग्न 19:31 से20:00 बजे तक.
कर्क लग्न रात्री में23:43 से 01:30
मकर लग्न दोपहर 12:55 से 2:10 बजे तक
कुंभ लग्न 14:50से 15:35 तक .
मीन लग्न 16:20 से 17:15 तक.
best-vrush लग्न 19:31 से20:00 बजे तक.
कर्क लग्न रात्री में23:43 से 01:30
लग्न के आधार पर वृषभ लग्न स्थिर लग्न होती है तथापि शुभ लग्न की श्रेणी में इस वर्ष नहीं आ रही है.
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नरक चतुर्दशी
नरक चतुर्दशी यमदीप दान एवं अरिष्ट नाशक हनुमान जी की पूजा
*यमदीप *
तिल के तेल का श्रेष्ठ इसका प्रयोग 5:50 से 7:00 बजे तक दक्षिण दिशा की ओर वर्तिका तथा दीपक कर रखना चाहिए .
प्रदोष काल 8:15 तक है
तथा वृषभ लग्न 6:58 से 8:56 रात्रि तक है.
इस प्रकार दीपदान का श्रेष्ठ समय 5:50 से 8:15 तक सिद्ध होता है.
*मंत्र सिद्धि एवं अनुष्ठान के लिए -
रात्रि 11:40 से 12:25 तक उत्तम समय है. इसके साथ ही रात्रि 1:18 से 3:30 बजे तक सिंह लग्न में में भी अनुष्ठान कार्य किए जा सकते हैं
* विभिन्न राशियों का शुभ अशुभ प्रभाव*
आज का दिन वृश्चिक राशि , धनु राशि के लिए सर्वोत्तम है
मिथुन तुला कुंभ राशि के लिए अशुभ बाधा व्यय विवाद कारक है
जबकि अन्य राशियों के लिए सामान्यतः शुभ दिन .
*विभिन्न विभिन्न अशुभ काल जो कि किसी भी कार्य के लिए बाधा कारक परंतु पूजा के लिए उत्तम है.-
प्रातः 6:22 से 8:28 तक अशुभ योग हैं.
**किसी पर कार्य के लिए विशिष्ट संशोधित लग्न के अनुसार शुभ समय-
विशिष्ट लग्न के शुभ समय लग्न के मुहूर्त को श्रेष्ठ माना जाता है .
लग्न के शुभ समय को भी इस प्रकार चयन किया गया है ,जो भारत के प्रदेशों के अधिकांश में लागू हो सके .
*यमदीप *
*यमदीप *
तिल के तेल का श्रेष्ठ इसका प्रयोग 5:50 से 7:00 बजे तक दक्षिण दिशा की ओर वर्तिका तथा दीपक कर रखना चाहिए .
प्रदोष काल 8:15 तक है
तथा वृषभ लग्न 6:58 से 8:56 रात्रि तक है.
इस प्रकार दीपदान का श्रेष्ठ समय 5:50 से 8:15 तक सिद्ध होता है.
*मंत्र सिद्धि एवं अनुष्ठान के लिए -
रात्रि 11:40 से 12:25 तक उत्तम समय है. इसके साथ ही रात्रि 1:18 से 3:30 बजे तक सिंह लग्न में में भी अनुष्ठान कार्य किए जा सकते हैं
* विभिन्न राशियों का शुभ अशुभ प्रभाव*
आज का दिन वृश्चिक राशि , धनु राशि के लिए सर्वोत्तम है
मिथुन तुला कुंभ राशि के लिए अशुभ बाधा व्यय विवाद कारक है
जबकि अन्य राशियों के लिए सामान्यतः शुभ दिन .
*विभिन्न विभिन्न अशुभ काल जो कि किसी भी कार्य के लिए बाधा कारक परंतु पूजा के लिए उत्तम है.-
प्रातः 6:22 से 8:28 तक अशुभ योग हैं.
**किसी पर कार्य के लिए विशिष्ट संशोधित लग्न के अनुसार शुभ समय-
विशिष्ट लग्न के शुभ समय लग्न के मुहूर्त को श्रेष्ठ माना जाता है .
लग्न के शुभ समय को भी इस प्रकार चयन किया गया है ,जो भारत के प्रदेशों के अधिकांश में लागू हो सके .
*यमदीप *
तिल के तेल का श्रेष्ठ इसका प्रयोग 5:50 से 7:00 बजे तक दक्षिण दिशा की ओर वर्तिका तथा दीपक कर रखना चाहिए .
इस प्रकार दीपदान का श्रेष्ठ समय 5:50 से 8:15 तक सिद्ध होता है.
*मंत्र सिद्धि एवं अनुष्ठान के लिए -
रात्रि 11:40 से 12:25 तक उत्तम समय है. इसके साथ ही रात्रि 1:18 से 3:30 बजे तक सिंह लग्न में में भी अनुष्ठान कार्य किए जा सकते हैं
* विभिन्न राशियों का शुभ अशुभ प्रभाव*
इस प्रकार दीपदान का श्रेष्ठ समय 5:50 से 8:15 तक सिद्ध होता है.
*मंत्र सिद्धि एवं अनुष्ठान के लिए -
रात्रि 11:40 से 12:25 तक उत्तम समय है. इसके साथ ही रात्रि 1:18 से 3:30 बजे तक सिंह लग्न में में भी अनुष्ठान कार्य किए जा सकते हैं
* विभिन्न राशियों का शुभ अशुभ प्रभाव*

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