मेष
इसमें
कुछ मिले जुले नकारात्मक विरोधी) परिणाम आते हैं । यदि चन्द्रमा क्षीण चन्द्राकृति
वाला) है तो आपको अपने द्वारा ली गई जिम्मेदारी अथवा कार्य में निराशा ही
हाथ लगेगी । चन्द्रमा के इस परागोचर की गति बाधाओं की सूचक है । यदि आप व्यापारी
हैं तो जो भी लाभप्रद लेन-देन है । उसे सम्पन्न करने में कुछ
कठिनाइयाँ आ सकती हैं । यदि आप विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो यात्रा हेतु
हरी झंडी मिलने से पहले आपको कुछ बाधाएं पार करनी होंगी । अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण
आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे । जो भी हो आपको इस कटु सत्य को झेलना ही पड़ेगा
जबकि आपके मित्रों को मनचाही सराहना मिलेगी, और इस सबसे आप और भी त्रस्त होंगे ।
वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है । आप कुछ रुपया गँवा सकते
हैं अथवा आपको हानि हो सकती है अत: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें । स्वास्थ्य की ओ सदा से अधिक ध्यान देने की
आवश्यकता है । आप पेट की समस्याओं अथवा हवा में व्याप्त कीटाणुओं के संक्रमण से
बीमार हो सकते हैं । निराशा जीवन को अकर्मण्य अथवा सुस्त बना सकती है । विशेष सावधानी रहें व कुछ ऐसा न करें जिससे
आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा अथवा कार्यालय में सम्मान कम हो ।
वृष
इस
अवधि में चन्द्रमा आपके चतुर्थ भाव में होता हुआ गोचर करेगा । यह स्वास्थ्य से
सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक है । अत: स्वयं का व परिवार के स्वास्थ्य का
विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है । हो सकता है कि आपको पेट की गड़बड़ी
व छाती में बैचेनी जैसी समस्याएँ झेलनी पड़े । स्वास्थ्य में गिरावट चिन्ता का
विषय बन सकता है । परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का स्वास्थ्य चिन्ता का
कारण बन सकता है । मानसिक रुप से आप अशांत
व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं । आप विषाद, व्यर्थ का भय व मानसिक संताप को दूर
रखने का भरसक प्रयास करें । अपने आत्मविश्वास पर उस समय विशेष रुप से भरोसा रखें ।
अपने मानसिक संतुलन को स्थिरता प्रदान करके बनाए रखें । आर्थिक दृष्टि से यह कठिन समय है, खर्चे बढ़ सकते हैं और आप द्वारा की गई
गलतियाँ कार्य को प्रभावित कर सकती हैं । धन सावधानी पूर्वक खर्च करें । यह एक ऐसा समय है जब आपको अपने आत्मीयजनों से
मधुर सम्बन्ध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी है क्योंकि इसमें परस्पर शत्रुता पनप
सकती है । अनियंत्रित क्रोध पर अंकुश रखें और ऐसी हर बात से दूर रहें जो इसका कारण
बने ।
मिथुन
इस
अवधि में चन्द्रमा आपके तृतीय भाव में होता हुआ गोचर करेगा । चन्द्रमा की यह गति
लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है । इस विशेष समय आप ख्याति
का स्वाद भी चख सकते हैं । यह समय धन की
दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है । बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति तथा कार्य के फलस्वरुप
आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं । घर के
लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है । आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व विपरीत लिंग वाले का अन्तरंग
शारीरिक सम्पर्क मिल सकता है । आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया
गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा । मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा । यदि
आप पुरुष हैं स्त्री मित्र और स्त्री हैं तो पुरुष बनेंगे और उनके साथ अच्छा समय
व्यतीत होगा ।
कर्क
इस
अवधि में चन्द्रमा आपके द्वितीय भाव में होता हुआ गोचर करेगा । यह विशेष रुप से धन
की हानि दर्शाता है । अपने व्यय पर विशेष ध्यान देने रखें । कुछ ऐसी आडम्बरयुक्त
वस्तुएं आपको लुभा लें जिन पर आप धन व्यय कर दें परन्तु बाद में वे आपको अनावश्यक
प्रतीत हों । इस दौरान आप लोगों से अपने
व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें । इन दिनों यदि आप विवाद में भी पड़ें तो वह
व्यर्थ में झगड़े का रुप ले सकता है । आपके सम्मान के लिए ये अत्यंत नाजुक दौर है
। अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बचाए रखें क्योंकि तनिक सी भी असावधानी इन्हें ठेस
पहुँचा सकती है । कार्यालय में बाधाएं आ
सकती हैं परन्तु आप अविचलित रहें क्योंकि ये शीघ्र ही निकल जाएंगी । विश्वास रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलता है चाहे आप
थकान ही महसूस क्यों ना करें । शारीरिक रुप से आप स्वास्थ्य में गिरावट महसूस
करेंगे, विशेष रुप से आँखों की समस्या हो सकती
है । मानसिक रुप से भी सदा की भाँति उत्फुल्ल न रहकर असंतोष अनुभव करेंगे । इस समय
आँखों पर विशेष ध्यान दें व सतर्कता बरतें । इन दिनों आपको भोजन भी इतना रुचिकर
नहीं लगेगा जैसा हमेशा लगता है । बस, जीवन में एक असंतोष सा छाया रहेगा ।
सिंह
इस
अवधि में चन्द्रमा आपके प्रथम भाव में होता हुआ गोचर करेगा । यह आपके जीवन में प्रत्यक्ष
रुप से सकारात्मक परिवर्तन लाएगा । उनमें से एक है मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द
। यह काल निश्चित रुप से आपको सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध कराएगा । साथ ही आपको
शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस
समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित निश्चित रुप से मिलेंगे । विपरीत लिंग वालों से
मित्रता का भी पूर्वाभास है । इस प्रकार के सम्बन्ध आपको शारीरिक एवम् भावनात्मक
तुष्टि देंगे । आपके दाम्पत्य जीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा
। दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं । इसके अतिरिक्त सौभाग्य, सुख व उच्चतम सम्मान इस अवधि की
विशेषता है । यह समय आपके व आपके परिवार
के लिए रोगों से मुक्त रहने का है । कोई शारीरिक व्याधि आपके पास नहीं फटकेगी
। जीवन में शान्ति का मनोभाव आपको संतोष
प्रदान करेगा । फिर भी प्रयत्न करिए कि आप
अपनी ही भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील न बन जाएं । आर्थिक रुप से
भी यह एक अच्छा समय है । पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति तथा कार्य में उन्नति भी हो सकती है ।
कन्या
इस
अवधि में चन्द्रमा आपके बारहवें भाव में होता हुआ गोचर करेगा । आर्थिक दृष्टि से
यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है । खर्चे बढ़ेंगे । अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें
क्योंकि आपकी कोई बहुमूल्य वस्तु खो सकती है । अपव्यय से बचें । अपने द्वारा किए
जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें क्योंकि संभव है आपको मनवांछित फल न मिले
। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है । इस काल में आँखों में कोई संक्रमण
हो सकता है अत: आँखों का विशेष ध्यान रखें । मानसिक रुप से आप
व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं । आप अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से भी
त्रस्त हो सकते हैं । आप अपने निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार के प्रति
विशेष सतर्क रहें तथा आवेश में न आएँ । अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने से पूर्व
सोच लें क्योंकि संभव है आप अपने पद का
लाभ उठाकर कोई अन्यायपूर्ण कार्य कर बैठें ।
घर पर भी सावधान रहें, ऐसा
न हो कि सगे-सम्बन्धियों से व्यर्थ की शत्रुता हो जाए ।
अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बनाए रखने का विशेष ध्यान रखना पड़ सकता है ।
तुला
इस अवधि में चन्द्रमा आपके ग्यारहवें भाव में होता हुआ गोचर करेगा ।
यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा । यदि आप कृषि
से सम्बन्धित हैं तो उपज सामान्य से अधिक होगी । आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त
हो सकती है । व्यक्तिगत रुप से यह समय
आपको प्रसन्नता, सुख व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के
साथ आनन्ददायक है । परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप व पुराने मित्रों के साथ
एकत्रित होकर पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं । विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की
पूर्ण संभावना है । यदि आप अविवाहित हैं और विवाह हेतु उपयुक्त आयु के हैं तो आपको
आदर्श साथी मिलने के पूर्ण अवसर हैं । इस
समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त सांसारिक सुख मिलने की संभावना है । स्वास्थ्य उत्तम रहेगा व इस पूरे काल में आप
मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे ।
वृश्चिक
इस अवधि में चन्द्रमा आपके दशम् भाव में होता हुआ गोचर करेगा । यह अच्छा
समय है । यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है । यदि आप कुछ
नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित
है । इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे
। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है
। आप सम्मान, पदोन्नति एवम्
प्रशंसा की आशा कर सकते हैं । इस समय आप सत्ता में अधिकारी के पद पर आसीन हो सकते
हैं तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं । इस विशेष समय में आपकी सामाजिक
प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी । यदि आप महिला हैं
तो इस समय गर्भ धारण न करने के प्रति विशेष सावधानी बरतें क्योंकि इस विशेष समय
में आपको गर्भपात की यातना झेलनी पड़ सकती है ।
स्वास्थ्य इस अवधि में सामान्यत: अच्छा रहेगा । इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु भोजन का
आनन्द लेने की संभावना है ।
धनु
इस अवधि में चन्द्रमा आपके नवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह किसी
आशंका का सूचक है। आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक
परिश्रम करना पड़ सकता है । पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत: स्वास्थ्य पर विशेष
ध्यान दें । अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है ।
मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं व अकर्मण्यता या आलस्य भी आप पर
हावी हो सकता है । यह सब कुछ होते हुए भी
इस अवधि में कुछ आलोकमय भी है । आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य
कार्य सफलतापूर्वक करेंगे । आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है
। यदि चन्द्रमा क्षीण है तो दुर्भाग्य
आपकी योग्यता एक चुन्नौती दे सकता है क्योंकि घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी
पड़ सकती है । धन-व्यय के समय विशेष सचेत रहें क्योंकि आप इसे गँवा सकते हैं । शत्रुओं पर
विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है । संतान से विवाद अथवा झगड़ा न करें । हो सकता है
कि इसके कारण वे आपसे दूर चले जायें । व्यर्थ के टकराव में न पड़कर समाज में अपनी
प्रतिष्ठा व सम्मान बचाए रखें । मानसिक रुप से आप चिन्ता व अत्यधिक कार्यभार के
कारण पीडि़त हो सकते हैं ।
मकर
इस अवधि में चन्द्रमा आपके आठवें भाव में होते हुए गोचर करेगा । यह
चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए । यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व
बाधाओं का द्योतक है । दुखद घटनाएँ व खतरे भी हो सकते हैं । आर्थिक दृष्टि से भी यह काल चुन्नौतीपूर्ण है ।
आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है एवम् लाभप्रद व अच्छे कार्यों को बन्द करने की
भी संभावना है । अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में मधुर सम्बन्ध रखें
क्योंकि आप उनकी नजरों में गिरना नहीं चाहते । उनसे किसी भी प्रकार की असहमति अथवा
विवाद से बचें । स्वास्थ्य की ओर ध्यान
देने की भी आवश्यकता है । स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें क्योंकि पाचन तंत्र व
श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है । व्यर्थ की चिन्ता व भय को पास न फटकने दें
क्योंकि इनसे मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है । अच्छे भोजन का लोभ संवरण करने का
प्रयत्न करें । इपने जीवन के प्रति कोई खतरा मोल न लें ।
कुम्भ
इस अवधि में चन्द्रमा आपके सातवें भाव में होता हुआ गोचर करेगा । इस समय
जीवन में कुछ सकारात्मक परिवर्तन होंगे । यह समय सुख व कार्यों में सफलता का
द्योतक है । आर्थिक दृष्टि से भी यह समय
आपके लिए शुभ है । आपको सट्टे में
अपने कार्य में) लाभ हो सकता है या अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है । यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो यही उचित समय है । यह खगोलीय गति सम्मान, सांसारिक सुख व सुस्वादु भोजन का आनन्द मिलने का सूचक है । यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी । इसके अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है । दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे । संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी । वर्ष की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी । आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे । इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है ।
अपने कार्य में) लाभ हो सकता है या अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है । यदि आप कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो यही उचित समय है । यह खगोलीय गति सम्मान, सांसारिक सुख व सुस्वादु भोजन का आनन्द मिलने का सूचक है । यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी । इसके अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है । दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे । संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी । वर्ष की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी । आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे । इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है ।
मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी । आप स्वयं अपने आप में व
परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे । इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा
जा सकता है ।
मीन
इस अवधि में चन्द्रमा आपके छठे भाव में से होता हुआ गोचर करेगा । यह समय
आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है क्योंकि आप सफल हो सकते हैं । यह समय आपके
लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है । आप शत्रुओं पर विजय
पाएँगे, नए मित्र भी बनाएँगे, विशेष रुप से विरीत
लिंग वालों को । स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और
आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे । कुल मिलाकर इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे
।
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