ज्योतिष उपाधि : वाचस्पति, भूषण, महर्षि, शिरोमणि, मनीषी, रत्नाकर, मार्तण्ड, महर्षि वेदव्यास
विशेषज्ञता :(1976 से अब तक) वास्तु, जन्म कुण्डली, मुहूर्त, रत्न परामर्श, हस्तरेखा, पंचांग संपादक |
विशेषज्ञता :(1976 से अब तक) वास्तु, जन्म कुण्डली, मुहूर्त, रत्न परामर्श, हस्तरेखा, पंचांग संपादक |
शुभ विवाह मुहूर्त : दांपत्य सुख का
वरदान |
विवाह के लिए कुंडली मिलान के अतिरिक्त शुभ
विवाह मुहूर्त का भी बहुत महत्व होता है ।
कोई कार्य यदि अशुभ समय किया जाता है तो
,उसके सुपरिणाम मिलना संदिग्ध होते हैं ।
इसलिए मुहूर्त का सर्वाधिक विशेष महत्व
है, क्योंकि यदि कोई कार्य गलत समय पर किया गया तोउसमें विभिन्न
प्रकार की विघ्न बाधाएं एवं परेशानियां आना सामान्य बात है।
प्रारब्ध या परंपरा दांपत्य जीवन के
प्रमुख कारक हें | विवाह पूर्व कुंडली मिलान एवं शुभ बेला मे
ब्रह्म विवाह या वेदिक विधि से विवाह ,दाम्पत्य जीवन पर
प्रारब्ध की काली छाया को कम करने मे,अहम भूमिका विवाह शुभ मुहूर्त एवं कुंडली से कडली मिलान (केवल
जन्म नक्षत्र से मिलान अपूर्ण विधि )
वर की राशि के अनुसार ,(प्रत्येक
वर्ष) विवाह किन माह में अनुकूल रहेगा ?
इसकी जानकारी निम्नानुसार
इसकी जानकारी निम्नानुसार
मेष राशि के लिए-
16 जनवरी-12फरवरी ;17जून -15 जुलाई माह विवाह के लिए अत्यंत सुख दाई हैं ।
वृषभ राशि -
16 जून -15 जुलाई 14 फरवरी से 13मार्च
मिथुन राशि के लिए -
18 नवंबर -15 दिसंबर;15अप्रेल से 13 मई;
कर्क राशि के लिए -
15 अप्रेल से 13जून :;
सिंह राशि के लिए -
16जनवरी -12 फरवरी;16 मई-15 जुलाई ;
कन्या राशि के लिए
18नवंबर -15दिसंबर;15फरवरी -13मार्च;17जून-15 जुलाई;
वृश्चिक राशि के लिए
16 जनवरी - 12 फरवरी;16 अप्रैल-14मई ;
धनु राशि -
15फरवरी -13 मार्च; 15 मई-14जून;
मकर राशि के लिए
17 नवंबर-दिसंबर15;15 जून-15जुलाई;
कुंभ राशि के लिए
16अप्रेल1-13 मई;17नवंबर-15दिसंबर;
मीन के लिए
16जनवरी-13फरवरी;16मई -13जून ;
अनुकूल होंगे ।
तुला राशि-
जिन माह में विवाह के मुहूर्त होते हैं
उनमें से कोई भी माह तुला राशि के लिए अनुकूल नहीं होता है।
पुरुष वर्ग का विवाह वर्जित माह-
राशि के आधार पर किस माह विवाह नहीं
किया जा सकता है अर्थात किसी भी प्रकार से शुभ मुहूर्त सूर्य केद्वारा नहीं
प्राप्त होता है ?
1- मेष सिंह धनु राशि वालों को -
16 नवंबर-16दिसंबर;
2-वृष कन्या मकर राशि वालो के लिए-
15अप्रैल -15मई;
3-मिथुन तुला कुंभ के लिए-
15जनवरी -14फरवरी;15 मई -15जून
4-कर्क वृश्चिक मीन राशि के पुरुष हेतु-
14फरवरी-14मार्च; 14 जून-15जुलाई;
उक्त दोनों विवरण जो राशि वार प्रस्तुत
किए गए हैं ।
उनमें से एक है कि- पुरुष का किस माह
में विवाह किया जाना उचित है ।
दूसरा विवरण है जिस माह में विवाहअशुभ
उस माह में चंद्र अनुकूल होंने पर भी विवाह नहीं किया जा सकता है
इस विवरण के अतिरिक्त अन्य विवाह
मुहूर्त वाले माह में सूर्य की पूजा /लाल पूजा के द्वारा विवाह किया जा सकता है ।
स्त्री वर्ग राशि के लिए,गुरु
की निम्न राशि मे विवाह वर्जित
1- मेष, सिंह,धनु राशी जिनकी हो उनके लिए-
कर्क,वृश्चिक, मीन राशि का गुरु वर्जित।
2-वृष,कन्या,मकर राशी की कन्या के लिए-
सिंह,धनु, मेष राशि का गुरु वर्जित।
3-मिथुन,तुला,कुम्भ राशि की कन्या हेतु-
वृष,कन्या, मकर राशि का गुरु(वर्ष 2020में
मकर राशि का गुरुःहै इसलिए इन तीन राशि की कन्या का विवाह वर्जित है।)उपाय आवश्यक |
4-कर्क, वृश्चिक,मीन राशि की कन्या हेतु-
गुरु राशि वर्जित हैं,मिथुन,तुला,कुम्भ।
वर्ष 2020 विवाह
मुहूर्त,(समय,दिनांक)03
राशि अशुभ ,शेष
09 के लिए अनुकूल दिनांक -
किस किस राशि वालो को विवाह वर्जित।
दिनांक,विवरण सहित।
(शेष राशियों के लिए शुभ।वर एवम कन्या दोनों में से किसी एक की
अशुभ राशि विवाह दिनांक को नही होना चाहिए)
फरवरी-
3 ,4फरवरी-(रोहणी,वृष चंद्र,मकर सूर्य)
वर्जित राशि-मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर-
कन्या।
शेष राशियों हेतु शुभ।
3 दिनांक-विवाह समय-1:30-3:47AM।लग्न8;
4 फरवरी- दिन9:07-10:25;
गोधूलि।लग्न12;
9,10फरवरी -मघा, सिंह चंद्र
किनके लिए वर्जित -वृष,कन्या,मकर राशी के वर-
कन्या के लिए।
शेष राशियों हेतु शुभ।
9डेट-विवाह समय-1:06-3:11
रात्रि।लग्न8;
10-विवाह समय-10:25-11:34
दिन।लग्न1;
*******
12 फरवरी-हस्त,कन्या चंद्रमा।
किनके लिए वर्जित -
मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर- कन्या हेतु। शेष राशियों हेतु शुभ।
शुभ समय-12:54-2:59;लग्न8.
*******
दिनांक14
-स्वाति,तुला
किनके लिए वर्जित -कर्क, वृश्चिक,मीन राशि , वर-कन्या हेतु. शेष
राशियों हेतु शुभ।
विवाह शुभ समय-10:10-11:29 दिन।लग्न8;
********
दिनांक16-अनुराधा, वृश्चिक।
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह,धनु राशी हेतु। शेष
राशियों हेतु शुभ।
विवाह शुभ समय-12:38-2:24 रात्रि।लग्न
†*******
18 फरवरी-मूल,धन ।
-विवाह शुभ समय-12:30-2:36
दिन।लग्न8;
किनके लिए वर्जित -वृष,कन्या,मकर राशी के वर-
कन्या के लिए।
शेष राशियों हेतु शुभ।
25 फरवरी -
उत्तराभाद्र नक्षत्र मीन राशि
विवाह शुभ समय-8:26-1045;लग्न
मेष
12:03-2:08लग्न 8।
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
26 फरवरी -
उत्तराभाद्र मीन रेवती नक्षत्र
विवाह शुभ समय-9:23-10:42,,लग्न
मेष।
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह,धनु। शेष राशियों
हेतु शुभ।
27 फरवरी
रेवती नक्षत्र मीन।
विवाह शुभ समय-9:28-10:38 दिन,मेष लग्न।
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
मार्च-
10 मार्च उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र कन्या राशि
विवाह शुभ समय-8:31-9:50दिन;लग्न 1,
8:52-10:56;लग्न 7,
किनके लिए वर्जित -मिथुन, तुला,कुम्भ राशि।
शेष राशियों हेतु शुभ।
हस्त नक्षत्र कन्या राशि
11 मार्च हस्त नक्षत्र कन्या राशि
विवाह शुभ समय-8:27-9:46AM, लग्न
मेष
अप्रैल 27
मृगशिरा नक्षत्र ,मिथुन का चंद्रमा,
शुभ समय-लग्न सिंह 2:30 से
3:21 ,
गोधूलि बेला,
लग्न वृश्चिक रात्रि 8:00 से
10:04।
किन राशि के लिए अशुभ-कर्क,वृश्चिक,मीन राशि वालों के
लिए |
शेष राशियों हेतु शुभ।
2 मई
मघा नक्षत्र ,सिंह राशि ,
शुभ समय-
वृषभ लग्न 6:34 से
8:22 ,
लग्न कन्या 1:12 से
3:0 1
दिन गोधूलि बेला ;
लग्न वृश्चिक रात्रि 7:39 से
9:44.
किन राशि के लिए अशुभ-वृष,कन्या,मकर राशि वालों के
लिए वर्जित |
शेष राशियों हेतु शुभ।
4 मई
उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र ,कन्या राशि ,
शुभ समय-लग्न वृषभ 6:22 -8:11
लग्न कन्या 1:04 से
2:53 .
गोधूलि बेला.
लग्न वृश्चिक रात्रि 7:31 से
9:36.
किनके लिए वर्जित -
मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर- कन्या हेतु-
शेष राशियों हेतु शुभ।
6 मई
स्वाति नक्षत्र ,तुला राशि ,
शुभ समय-
गोधूलि बेला,
लग्न वृश्चिक 7:23 -7:40
किनके लिए वर्जित -कर्क, वृश्चिक,मीन राशि , वर-कन्या हेतु.
शेष राशियों हेतु शुभ।
10 मई
मूल नक्षत्र ,धनु राशि ,
शुभ समय-लग्न कन्या,वृश्चिक, मीन।
गोधूलि/
किन राशि के लिए अशुभ-वृष,कन्या,मकर राशि हेतु अशुभ
/वर्जित |
शेष राशियों हेतु शुभ।
17 मई
उत्तराभाद्रपद,मीन चंद्र राशि।
शुभ समय-
गोधूलि लग्न ;
लग्न मीन रात्रि 2:21 से
5:19 ;
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
18 मई
उत्तराभाद्र नक्षत्र ,मीन राशि,
शुभ समय-
लग्न कन्या दिन में 2:09 से
4:09
लग्न गोधूलि ;
मेष लग्न में रात्रि 3:59 से
5:15 ।
किनके किन राशि के लिए अशुभ-
शेष राशियों हेतु शुभ।
19 मई
रेवती नक्षत्र ,मीन राशि ,
शुभ समय-
लग्न कन्या दिन में 2:05 से
4:06.
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
24 मई-
मृगशिरा नक्षत्र,वृष राशि ;
शुभ समय-लग्न कन्या दिन में 1:46 से
3:40
किन राशि के लिए अशुभ-
मिथुन,तुला,कुम्भ राशि के लिए वर्जित ;
शेष राशियों हेतु शुभ।
13 जून
उत्तराभाद्र नक्षत्र में चंद्रमा मीन।
शुभ समय-मीन एवं मेष लग्न 12:35 से
3:32 रात्रि।
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
15 जून-
रेवती नक्षत्र, मीन चंद्र।
शुभ समय-लग्न कन्या,12:19-2:19;
किनके लिए वर्जित -मेष,सिंह, धनु।
शेष राशियों हेतु शुभ।
27 जून -
उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र ,कन्या चंद्र।
शुभ समय-लग्न मेष 1:21-2:41;
किनके लिए वर्जित -
मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर- कन्या हेतु
शेष राशियों हेतु शुभ।
30 जून-
स्वाति नक्षत्र, तुला राशि।
शुभ समय-लग्न सिंह9:19-11:09;दिन।
लग्न मेष,
रात्रि 1:10
से 2:29
।
किनके लिए वर्जित -कर्क, वृश्चिक,मीन राशि , वर-कन्या हेतु.
शेष राशियों हेतु शुभ।
30 नवंबर
रोहिणी नक्षत्र,वृष चंद्र।
शुभ समय-लग्न सिंह। रात्रि 11:16 से
1:05 .
किन 3
राशियों के लिए वर्जित-मिथुन,तुला,कुम्भ|
शेष राशियों हेतु शुभ।
7 दिसंबर
मघा नक्षत्र ,सिंह राशि ।
शुभ समय- लग्न धनु ,प्रातः 7:44 -9:18.
किन 3
राशियों के लिए वर्जित-वृष,कन्या,मकर |
शेष राशियों हेतु शुभ।
9 दिसंबर
हस्त नक्षत्र ,कन्या राशि,.
शुभ समय-
लग्न सिंह, रात्रि 10:40 से
12:30 ।
किनके लिए वर्जित -
मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर- कन्या हेतु.
| शेष राशियों हेतु शुभ।
11 दिसंबर
स्वाति नक्षत्र ,तुला राशि।
शुभ समय-
लग्न धनु प्रातः 8:55 से
9:12 .
लग्न सिंह ,रात्रि 10:32 से12:22;
किनके लिए वर्जित -कर्क, वृश्चिक,मीन राशि , वर-कन्या हेतु.
शेष राशियों हेतु शुभ।
2020 दिसंबर मध्य पश्चात 2021
अप्रेल मध्य तक कोई विवाह मुहूर्त नहीं |
मलमास दिसम्बर 2020 में
प्रारम्भ।
2021 में मलमास के पश्चात गुरु अस्त।
गुरु अस्त के पश्चात शुक्र अस्त।
इसके पश्चात मलमास 15 अप्रेल 2021 तक
कोई शुद्ध विवाह मुहूर्त नही है।
लेख का आधार,ज्योतिष के नियमो का
अनुशीलन –
नियमो के आधार पर दंपति जीवन के लिए
सूर्य ग्रह का अनुकूल होना , पुरुष वर्ग के लिए एवं
स्त्री वर्ग के लिए गुरु ग्रह का अनुकूल
होना तथा जिस दिनाक को विवाह करना हो उस दिन
चंद्रमा वर-कन्या दोनों के अनुकूल हो ,इतना ही नहीं जिस समय
विवाह करना हो
वह लग्न भी (अष्टम आदि न हो अर्थात शुभ
फलप्रद हो |
1-पुरुष वर्ग के लिए सूर्य के अनुसार विवाह माह का विचार आवश्यक-
सामान्य सिद्धांत है की पुरुष वर्ग के
लिए उसकी राशि से चौथा ,आठवां ,12 th सूर्य जिस महीने हो उस
माह विवाह नहीं करना चाहिए ।
केवल तीसरा ,छटा ,दसवां 11th सूर्य
होने पर व्यवहार किया जा सकता है .
इसके अतिरिक्त अन्य समय में सूर्य की
पूजा जिसे लाल पूजा के नाम से जाना जाता है करने के पश्चात
विवाह उचित होता है .
2-कन्या के लिए गुरु की राशि का विचार, दाम्पत्य जीवन के सुख
के लिए आवश्यक-
शुभ गुरु- स्त्री वर्ग के लिए गुरु उसकी
राशि से चौथा ,8,12 th नहीं होना चाहिए ,एवं 2, 5 ,7, 9, 11 th
होने पर विवाह किया जा सकता है . वर्ष 2020में मकर राशि का
गुरुःहै इसलिए मिथुन ,तुला ,कुम्भ
इन तीन राशि मे से कोई भी कन्या की राशि
होने पर विवाह वर्जित है।)।
पूज्य गुरु -
यदि कन्या की राशि से 1,3,6, 10 है
तो गुरु या पीली पूजा के द्वारा उसका दोष निराकरण होता है ।
विवाह के दिन चंद्रमा की राशि का
विचार विशेष आवश्यक-
परंतु इन दोनों के अतिरिक्त एक विशेष
बात है कि जिस दिन वैदिक पद्धति से विवाह किया जाए ,उसमेंदोनों स्त्री,
पुरुष की राशि से ,चंद्रमा चौथा आठवां ,बारहवा नहीं होना
चाहिए ।
यदि यह स्थिति बनती है शुभ मुहूर्त
निष्फल हो जाता है .विभिन्न बाधाएं उपस्थित हो सकती हैं
इसलिए कुंडली मिलान से भी कम महत्वपूर्ण
विवाह मुहूर्त नहीं है .
राशि /लग्न क्रम -
1-मेष ;2 वृषभ; 3 मिथुन; 4 कर्क ;5 सिंह ;6 कन्या 7 तुला ; 8 वृश्चिक ;9 धनु ; 10 मकर ; 11 कुम्भ; 12 मीन
2- वर्जित-वर या कन्या में से किसी एक की भी राशि हो।
3-(दिनांक हिंदी आधार,
सूर्योदय से आगामी सूर्योदय तक।)
चंद्र राशि प्रमुख,वर एवं कन्या दोनों
हेतु-
विवाह समय वर एवम कन्या के लिए अशुभ
चंद्रमा की राशियां-
स्त्री -पुरुष वर्ग के लिए,चंद्र की निम्न राशि
मे विवाह वर्जित
1- मेष, सिंह,धनु राशी ,वर-कन्या हो उनके लिए-
कर्क,वृश्चिक, मीन राशि का चंद्रमा वर्जित।
2-वृष,कन्या,मकर राशी ,वर- कन्या के लिए-
सिंह,धनु, मेष राशि का चंद्रमा वर्जित।
3-मिथुन,तुला,कुम्भ राशि वर- कन्या हेतु-
वृष,कन्या, मकर राशि का चंद्रमा वर्जित ,
4-कर्क, वृश्चिक,मीन राशि , वर,कन्या हेतु-
चंद्रमा की राशि वर्जित हैं,मिथुन,तुला,कुम्भ।
- आप पुरुष हें तो आपकी राशि के अनुसार सूर्य किस माह अनुकूल हे ,
-स्त्री हें तो गुरु किस वर्ष आपके अनुकूल हे यह उपरिलिखित
विवरण से ज्ञात होने के पश्चात
-वर एवं कन्या के लिए किस दिनांक को सुख शांति के कारक चंद्रमा
अनुकूल हे ,
तथा किस समय विशेष की कुंडली मे नवग्रह
अनुकूल हें |
वर्ष 2020
मे किन 3
राशि के लिए कौनसी प्रतिकूल दिनाक हे ,जबकि वही दिनांक
अन्य 9
राशियों के लिए
अनुकूल दिनांक हे -
*आदि अनेक नियमों के आधार पर विवाह मुहूर्त की दिनांक ,समय राशि के अनुरूप
माहवार प्रस्तुत की गयी हें |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें