11मार्च 2021-
Ø 1-शिवरात्रि- पापनाशक कामना पूरक -फाल्गुन कृ.चतुर्दशी –13 फरवरी (ईशान संहिता)ज्योतिर्लिंग का
प्रादुर्भाव इस तिथि को हुआ |स्कन्दपुराण –अर्धरात्रि में पूजा का महत्व है क्युकी शिव जी इस
समय भ्रमण करते हैं |
Ø प्रार्थना मन्त्र-संसार क्लेश दग्धस्य व्रत
अनेन शंकर|प्रसीद सुमुखो नाथ ज्ञान दृष्टि प्रदों भव |
Ø 2- वैधव्यसुरक्षा,प्रसन्नतावर्धक –18फरवरी ,मधूक तृतीया-पार्वती पूजा ,
Ø मन्त्र-भूमिकाये नम:,देवाभूषाये नम:, उमाये नम:, तपोवनरताये नम:, गौर्यै नम:| दौर्भाग्यम में शमयतु सुप्रसन्नम मन: सदा|अवैधव्यं कुले जन्म ददात्व पर्जन्मनी |
Ø 3-रोग नाशक एवं सर्व कामना पूरक –(अर्क,कामनापूरक ,कल्याण सप्तमी)-सूर्य एवं उनके सात घोडो की पूजा-ॐखखोल्काय नम:| रोग नाशक एवं सर्व कामना पूरक-घी ,खीर एवं गुड दान तथा खीर स्वयं खाएं |
Ø
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