जुलाई-2018
Ø आपत्ति निवारक एवं मनोकामना पूरक उपाय -
*मनोकामनापूरक(सफलता)-
महिषन्घी देवी-आषाढ़ शु. अष्टमी (देवी भागवत )-20 जुलाई-
हल्दी मिश्रित जल से स्नान
का विशेष महत्त्व
है |देवी को भी ऐसे ही जल से
स्नान कराएँ |जों,शकर,घी की मिठाई अर्पण |
*सौभाग्य,दीर्घायु,सौन्दर्य,आदि –देवशयन एकादशी (23 जुलाई)-भगवान् विष्णु की पूजा (ॐ विष्णवे नम:)|विष्णु जी की प्रतिमा को पीले रंग के वस्त्र से
सज्जित कर ,श्वेत वस्त्र उढा कर,गद्दे तकिये लगा कर रात्रीमें(सुप्ते त्वई जगन्नाथ
कह कर )सुला दे|
जुलाई- आगामी चार माह तक स्पर्श वर्जित |खाद्य पदार्थ जो पसंद हो उनका प्रयोग नहीं करने का संकल्प ले ,जेसे वंश वृद्धि के लिए - दूध ,सौभाग्य –- मूंगफली तेल ,शत्रु नाश -सरसों तेल, सद्गति- पुष्प,मधुर स्वर- गुड, पुत्र पोत्र संतान सुख- तेल,सुन्दरता-पंचगव्य,बर्तन नमे भोजन परीत्याग कर पत्ते पर भोजन करने से विशेष फल प्राप्त होते है |
देवशयन: विभिन्न देव कब 2 सोते है-
. विष्णुजी:आषाढ शुक्ल एकादशी को शयन की शेष नाग पर । कामदेव -त्रयोदशी: कंदब पुष्प पर सोते है।
यक्ष:स्वर्ण कमल पर शयन चतुर्दशी ,. उमापति शंकर:व्याध्र चर्म पर जटा बांधकर पूर्णिमा के दिन ।
ब्रम्हा: श्रावण शुक्ल प्रतिपदा को कमल पुष्प शया पर सोते हैं।
विश्वकर्माःद्वितीया को, पार्वती जी तृतीया , गणेशजी चतुर्थी , धर्मराज पंचमी ,कार्तिकेय षष्ठी , सूर्यदेव सप्तमी, दुर्गो जी अष्टमी, लक्ष्मीजी नवमी, द्वादश नागराज दशमी ,सिद्धि गण एकादशी को शयन करते है।
24 नाम विष्णु जी के स्मरण करे -
केशव, मधुसूदन, संकर्षण, दामोदर, वासुदेव, प्रदुम्न, विष्णु, गोविंद, त्रिविक्रम, श्रीधर, हषीकेश, हसिंह, विश्वयोनि
वामन, नारायण, पुंडरीकाक्ष,उपेन्द्र, हरि, श्रीकृष्ण
अनंतमूर्ति, अधोक्षत्र, जनार्दन, माधव, दामोदर, अनंतमूर्ति , गोविंद |
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