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6Dec. 2025 – ✨ Fortune & Remedies(दैनिक भाग्य एवं उपाय)

 

 Indicator of Auspicious and Adverseosmic Currents.

Remedial Measures for Cosmic Imbalance

Mantras for Accelerating Karmic Progress-🌟   )  

  (दोष-निवारण उपाय) Rituals for Amplifying Success Potential 🌙

💠 🌟  (सफलता-वृद्धि उपाय)

📧 ईमेल (Email):   tiwaridixitastro@gmail.com =- since 1972.)📲 +91 9424446706

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🌟 Today’s Planetary & Spiritual Harmony Guide -

1.       जन्म नक्षत्र शुभ - कार्य पूर्ण होंगे।

2.       नाम का प्रथम अक्षर शुभ— दिन सुखद और सहयोग मिलेगा।
-*If your Janma Nakshatra (birth star) is auspicious,

 your tasks will be accomplished Successfully.

-*If the first letter of name is auspicious, stay assured —

Day will be pleasant and support will come your way.

3.    🕉 न्यूनतम बाधाएँ - लेख के अंत में दिए उपायों का पालन किया जाए।

4.      Remedies provided at the end of the article to reduce difficulties.

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·         🌸 मास (Month):पौष-मास (Paush Month)
🌼 दिन (Day): शनिवारSaturday
🌺 तिथि (Tithi): द्वितीयाDwitiya
🌸 नक्षत्र (Nakshatra): मृगशीर्षMrigashira

·         🌼 चंद्र राशि (Moon Sign): – mithun🌺

·        

·         📘 Dharmasindhu Guidance (Hindi + English)

·         🔶 द्वितीया तिथिशुभ प्रभाव:
द्वितीया में किए गए आरम्भ, सौभाग्य कार्य, दान, और खरीदारी स्थायी फल देती है।
In Dwitiya, beginnings, purchases, donations, and fortune-related work give lasting results.

·         🔹 क्या करें (Do):
नए संबंध, व्यापार आरम्भ, धन संचालन।
Start new relations, business openings, financial decisions.
माँ गौरी उपासनासौम्यता वाणी सिद्धि।
Worship of Goddess Gauri brings harmony & soft speech.

·         🔸 क्या करें (Avoid):
उधार देनालाभ नहीं मिलता।
Avoid lending money—returns become delayed.

·        

·         🌙 मृगशीर्ष नक्षत्रधर्मसिन्धु अनुसार परिणाम (Mrigashira Effects)

·         🟢 शुभ (Auspicious):
यात्रा, अध्ययन, लेखन, बुद्धि-संबंधी कार्य,
Travel, studies, writing, intellect-based activities.
नए वस्त्र, आभूषण, शिक्षा आरम्भ,
New clothes, jewellery, educational beginnings.

·         🔴 अशुभ (Inauspicious):
विवाद, अदालत, त्वरित निर्णय।
Avoid arguments, court matters, impulsive decisions.

·        

·         🌿 शनिवार + द्वितीया + मृगशीर्ष संयुक्त प्रभाव

·         (Your preferred combined single-line elaborated format)

·         ✨ “शनिवार की द्वितीया में मृगशीर्ष होने सेबुद्धि-कर्म, सौम्य व्यवहार, लेखन, अध्ययन, कला, तथा शांतिपूर्ण कार्य अत्यंत सिद्ध होते हैं; परन्तु विवाद गुस्से से कार्य बिगड़ते हैं।
Saturday + Dwitiya + Mrigashira creates a calm intellectual day—excellent for writing, study, planning, artistic work; avoid anger and arguments.

·        

·         🕉 उपाय (Remedy):

·         सोमाय नमः 11 बार
Chant “Om Somaya Namah” 11 times for clarity & calmness.

·        

·         If you want New Dress Result (नए वस्त्र का प्रभाव) for this combination (Saturday + Dwitiya + Mrigashira), I can give that too in your preferred one-line spiritual style.

·         I prefer this respon

·          

  • विशेष योग?
    शुभ कार्य: यात्रा प्रारंभ, चिरस्थायी कामStart journeys, long-term work
  • शुभ रंग: हल्का नीलाउत्तरLight Blue (North)
  • वर्ज्य: अरबी, कनेरArbi, Kaner
  • खानपान: दही, रोटीCurd, Roti
  • मंत्र: ब्रह्माण्यै नमः
  • जन्म-नक्षत्र शुभ: मृगशिरा, उत्तरा फाल्गुनीMrigashira, Uttara Phalguni
  • जन्म-नक्षत्र अशुभ: मूल, अश्लेषाMoola, Ashlesha
  • जन्म-लग्न अशुभ-आज लग्न अशुभमिथुन, तुला, मीनGemini, Libra, Pisces
  • दोनों लग्न अशुभ: कर्क, सिंहCancer, Leo
  • प्रमाण: धर्मसिन्धु

🔮 आज नयी वस्तु (वस्त्र, आभूषण, चूड़ी) प्रयोग करने के भविष्य में अशुभ प्रभाव

🔮 Future Negative Effects of Using New Items (Clothes, Jewelry, Bangles) Today

📌 🔮 संयुक्त शास्त्रीय निर्णय (ALL-GRANTHA VERDICT)

भद्रबाहु संहिता + निरण्य-सिन्धु + धर्मसिन्धु + गृह्यसूत्र
सभी के अनुसार:

शनिवार + द्वितीया + मृगशीर्ष = नए वस्त्र + आभूषण + चूड़ी धारण का श्रेष्ठ योग

सौम्यता बढ़ती है वाणी मधुर आकर्षण, रूप-प्रसाद मानसिक शांति दाम्पत्य-सौहार्द

केवल शुद्ध काला / लोहे के नये गहने वर्जित (शनिवार नियम)


शुभ नक्षत्र एवं अनुकूल कार्य | Auspicious Nakshatras & Favorable Activities

🔹 🚀 भविष्य-यात्रा एवं नए कार्य | Future Plans & New Venturesव्यापार विस्तार, नौकरी, उच्च अधिकारी से मिलना।
(Business expansion, job opportunities, meetings with senior officials.)

🔹 🙏 पूजा-पाठ एवं आध्यात्मिक कार्य | Religious & Spiritual Activitiesमंदिर दर्शन, देव-देवी पूजन, व्रत, दान।
(Temple visits, deity worship, fasting, charity.)

🔹 📜 कानूनी एवं प्रशासनिक कार्य | Legal & Administrative Mattersशपथ, नीतिगत निर्णय, योजना निर्माण, सरकारी कार्य।
(Oaths, policy-making, planning, official work.)

🔹 🏡 निर्माण एवं संपत्ति कार्य | Construction & Property Mattersघर खरीदना, निर्माण कार्य, स्थान परिवर्तन।
(Buying a house, construction work, relocation.)

🔹 💍 शुभ कार्य | Auspicious Activitiesशादी, सगाई, संधि वार्ता, बैंक खाता खोलना।
(Weddings, engagements, agreements, opening bank accounts.)

यदि जन्म नक्षत्र भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, उत्तरभाद्र में से कोई एक है, तो आज कार्य शुभ एवं सफल होंगे।
If your birth nakshatra (lunar mansion) is Bharani, Rohini, Mrigashira, Punarvasu, Ashlesha, Purva Phalguni, Hasta, Chitra, Vishakha, Jyeshtha, Purvashada, Shravana, Dhanishta, Uttarabhadra, then the following activities will be successful today.


📌 नाम का प्रथम अक्षर और सफलता | Name’s First Letter & Success

📌 First Letter of Name & Success

अगर आपके नाम का पहला अक्षर नीचे दिए गए किसी भी वर्ण से शुरू होता है, तो आज के दिन दैनिक जीवन के कार्यों में सफलता मिलेगी।
If your name starts with any of the letters below, you will achieve success in daily tasks today.

यदि आपके नाम का पहला अक्षर ली, लू, ले, लो, , , , , , , वि, वू, के, को, , हि, डी, डु, डे, ड़ो, मो, टा, टी, टू, पू, , , , पे, पो, रा, री, ती, तू, ते, तो, नो, या, यी, यू, भू, धा, धि, धू, ढे, ढो, फा, फी, फु, फे, फ़ो, , , खी, खू, खे, खो, , गी, गू, गे, दू, दे, दो, , थी, थू, थे, थो, , झी, झो, झे में से कोई भी है, तो आज का दिन आपके लिए दैनिक कार्यों में सफलता दिलाने वाला रहेगा।
If your name starts with any of these letters Li, Lu, Le, Lo, A, I, U, Ai, O, Va, Vi, Vu, Ke, Ko, Ha, Hi, Di, Du, De, Do, Mo, Ta, Ti, Tu, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po, Ra, Ri, Ti, Tu, Te, To, No, Ya, Yi, Yu, Bhu, Dha, Dhi, Dhu, Dhe, Dho, Pha, Phi, Phu, Phe, Pho, Dha, Kha, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi, Gu, Ge, Du, De, Do, Tha, Thi, Thu, The, Tho, Jha, Jhi, Jho, Jhe, then today will bring success in your daily activities.

विशेष रूप से व्यावसायिक लेन-देन, मित्रता, सहयोग, व्यापारिक निर्णय, नए संपर्क बनाना, सामाजिक मेलजोल और किसी भी महत्वपूर्ण बातचीत के लिए यह दिन अनुकूल है।
This day is especially favorable for business transactions, friendships, partnerships, trade decisions, networking, social interactions, and any important discussions.

-वृष,कन्या राशी या नाम ओ.व,ब,इ,उ,ए ,प,थ,ठ अक्षर प्रारंभ हो उनको अवश्य उपाय

आज का राशिफल | Daily Horoscope

📌 मिथुन, तुला, कुम्भ राशियों को विशेष उपाय करने चाहिए।
📌 वृष, कन्या, तुला, मकर राशि के लिए आज नए कार्य और यात्रा वर्जित हैं।


🐏 मेष राशि (Aries) – (Chu, Che, Cho, La, Li, Lu, Le, Lo, A)

🔹 स्वास्थ्य (Health): मान-सम्मान एवं स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी, व्यापार में लाभ होगा।
🔹 सफलता (Success): कार्यों में सरलता से सफलता मिलेगी, यश और प्रताप बढ़ेंगे।
🔹 परिवार (Family): परिवार एवं परिचितों से सहयोग प्राप्त होगा, गृह सुख मिलेगा।
🔹 सामाजिक जीवन (Social Life): मित्रों और अधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे।
🔹 राजनीति (Politics): राजनीतिक दृष्टि से यह समय बहुत अच्छा है।


🐂 वृष राशि (Taurus) – (I, U, E, O, Va, Vi, Vu, Ve, Vo)

🔸 योजनाएं (Plans): योजनाओं को क्रियान्वित करने से पहले सोच-विचार करें।
🔸 सावधानियां (Precautions): सगे-सम्बन्धियों से व्यर्थ की शत्रुता संभव है।
🔸 यात्रा और खर्च (Travel & Expenses): अनायास यात्रा और खर्च के योग बन सकते हैं।
🔸 कार्य स्थल (Workplace): कार्य की अधिकता बनी रहेगी।
🔸 स्वास्थ्य (Health): स्वास्थ्य में बाधाएं संभव हैं।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 आज नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


👯 मिथुन राशि (Gemini) – (Ka, Ki, Ku, Gha, Da, Cha, Ke, Ko, Ha)

🔹 भाग्य (Luck): भाग्य की समस्या रहेगी, लेकिन लाभ की स्थिति उत्तम है।
🔹 स्वास्थ्य (Health): शरीर स्वस्थ रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): स्थाई लाभ की योजना बनेगी, परंतु खर्च बढ़ेगा।
🔹 मंगल कार्य (Auspicious Work): धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
🔹 यात्रा (Travel): यात्रा के योग प्रबल हैं।
🔹 विशेष सलाह (Advice): धैर्य रखें, विवाद से बचें और अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।


🦀 कर्क राशि (Cancer) – (Hi, Hu, He, Ho, Da, Di, Du, De, Do)

🔸 प्रेम जीवन (Love Life): प्रेम में अपमान का सामना हो सकता है।
🔸 कार्य स्थल (Workplace): सुविधाएं प्राप्त होंगी।
🔸 यात्रा (Travel): यात्रा स्थगित रखें।
🔸 नए कार्य (New Work): 🚫 नया कार्य और जनसंपर्क टालें।
🔸 परिवार (Family): परिवार सामान्य रूप से सुखी रहेगा।


🦁 सिंह राशि (Leo) – (Ma, Mi, Mu, Me, Mo, Ta, Ti, Tu, Te)

🔹 परिवार और कार्य स्थल (Family & Workplace): मतभेद हो सकते हैं।
🔹 सम्मान (Reputation): अनपेक्षित अपमान से बचें।
🔹 स्वास्थ्य (Health): अनिद्रा और तनाव रह सकता है।
🔹 विशेष सलाह (Advice): अति उत्साह से बचें, धैर्य रखें।


🌾 कन्या राशि (Virgo) – (To, Pa, Pi, Pu, Sha, Na, Tha, Pe, Po)

🔸 सफलता (Success): कार्यों की सफलता संदिग्ध हो सकती है।
🔸 विरोध (Conflicts): मतभेद और विवाद की स्थिति बन सकती है।
🔸 स्वास्थ्य (Health): मानसिक और शारीरिक कष्ट से बचने के लिए शांत रहें।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 आज नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


⚖️ तुला राशि (Libra) – (Ra, Ri, Ru, Re, Ro, Ta, Ti, Tu, Te)

🔹 स्वास्थ्य (Health): आज आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): व्यापार में लाभ की संभावना कमजोर है।
🔹 सफलता (Success): कार्यस्थल पर बाधाएं सकती हैं।
🔹 विशेष सलाह (Advice): 🚫 नया कार्य करें, आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता दें।


🦂 वृश्चिक राशि (Scorpio) – (To, Na, Ni, Nu, Ne, No, Ya, Yi, Yu)

🔸 स्वास्थ्य (Health): मनोबल ऊंचा रहेगा।
🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): निवेश फायदेमंद रहेगा।
🔸 सामाजिक स्थिति (Social Life): सम्मान बढ़ेगा, शत्रुओं पर विजय मिलेगी।


🏹 धनु राशि (Sagittarius) – (Ye, Yo, Bha, Bhi, Bhu, Dha, Fa, Dha, Bhe)

🔹 स्वास्थ्य (Health): उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): असंतोषजनक स्थिति रह सकती है।
🔹 विशेष सलाह (Advice): धैर्य रखें, अति आवश्यक होने पर ही प्रतिक्रिया दें।


🐊 मकर राशि (Capricorn) – (Bho, Ja, Ji, Khi, Khu, Khe, Kho, Ga, Gi)

🔸 स्वास्थ्य (Health): जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): जोखिम भरे निवेशों से बचें।
🔸 विशेष सलाह (Advice): 🚫 नया कार्य और यात्रा वर्जित है।


🌊 कुंभ राशि (Aquarius) – (Gu, Ge, Go, Sa, Si, Su, Se, So, Da)

🔹 ख्याति और प्रतिष्ठा (Reputation): मान-सम्मान बढ़ेगा।
🔹 आर्थिक स्थिति (Finance): धन प्राप्ति के योग हैं।
🔹 घर और परिवार (Family): सुख-शांति बनी रहेगी।
🔹 व्यापार (Business): नए सौदों में सतर्कता बरतें।


🐟 मीन राशि (Pisces) – (Di, Du, Tha, Jha, Na, De, Do, Cha, Chi)

🔸 आर्थिक स्थिति (Finance): धन हानि की संभावना है।
🔸 व्यवहार (Behavior): विवादों से बचें, सतर्क रहें।
🔸 कार्यालय (Workplace): बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।


 

माँ गौरी उपासना गौरीदेव्यै नमः
🌼 श्रीम ह्रीं गौरी स्वाहा (वाणी-सौम्यता हेतु विशेष)
किये जाने वाले कार्य - गृह प्रवेश,दीक्षा,गुरु से मंत्र , हाथी ,स्थिर कार्य,नौकरी,शस्त्र ।

-वृष,कन्या राशी या नाम ओ.व,ब,इ,उ,ए ,प,थ,ठ अक्षर प्रारंभ हो उनको अवश्य निम्न उपाय

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व   - चंद्रमा की पूजा- चन्द्रमसे नम:।

 । पितृगण पित्रेभ्य नम:।।

-स्नान जल मे काले तिल मिला कर स्नान करे ।।

-शमी वृक्ष पर जल अर्पण करे ।

-पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

-पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तिल तैल का चर बत्तियों का दीपक , चार वत्तियाँ ,चार दिशाओं में हों ।

-दीपक वर्तिकाये लाल,नारंगी या अनेक रंग की हो (श्वेत रंग की नहीं)

दीपक की बत्ती की दिशा उत्तर श्रेष्ठ,पूर्व दिशा उत्तम ।

मंत्र --

ॐ पिप्पलाद , कौशिक ऋषये नमः । विष्णवे नम:,हनुमते नम:।।

सर्व वांछाम पूरय पूरय च सर्व सिद्धिम देहि में नम ।

-दान-

उड़द ,तिल,काला,वस्त्र,,नीले पुष्प,लोभान,करे ।

दान – वृद्ध व्यक्ति ,कनिष्ठ या सेवक को दे सकते है।।

3- घर से प्रस्थान पूर्व खाएं–

-तिल,भात ,उड़द,अदरख मे से कोई पदार्थ उपयोग करना चाहिए ।

जैन धर्म मंत्र-

णमो लोए सव्वसाहूणं।

राहू

1 ॐ नाक ध्वजाय विद्महे पद्म हस्ताय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात् ॥

2ॐ शिरो रूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात् ॥

ब्रह्माण्डपुराण-मन्त्र

सूर्य  पुत्रो दीर्घ देहा विशालाक्ष:शिवप्रिय:। मन्दचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि: ।।

(हे सूर्य के पुत्र,दीर्घ देह ,विशाल नेत्रों,मंद गति से चलने वाले,भगवान्

शिव के प्रिय तथा प्रसन्न आत्मा शनि मेरी पीड़ा को दूर करें ।। )

शनि- ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शं योरभि स्त्रवन्तु न:।। (यजु. 36।12)

 


कुंडली मिलान के महत्वपूर्ण तथ्य

A: 5 नाड़ियाँ - 44 गुण।
B: 13
नक्षत्रों में नाड़ी दोष नहीं होता।
C: 35
से अधिक मंगल दोष के अपवाद नियम।
D:
नवांश D-9, 5 नाड़ी, 9 ग्रह, लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।
E: 30
विशेषताओं पर विचार किया जाता है।

संपर्क करें:
Email:
tiwaridixitastro@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Bangalore
-५६०१०२

 

V’k’TIWARI- Palmistry,Vastu, Astrology(since 1972)

📜 विशेष संदर्भ | Special Reference:
📌 डॉ. आर. दीक्षित🏛वास्तु विशेषज्ञ | Vastu Expert
📌 ship

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...