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पौष कृष्ण त्रयोदशी, अनुराधा नक्षत्र, वृश्चिक राशि चंद्र, प्रदोष व्रत - 28.12.2024

 

पौष कृष्ण त्रयोदशी, अनुराधा नक्षत्र, वृश्चिक राशि चंद्र, प्रदोष व्रत - 28.12.2024

 


    पौष कृष्ण त्रयोदशी: 28 दिसंबर 2024 को पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन उपवासी व्रत रखते हुए शिव पूजा की जाती है।

    अनुराधा नक्षत्र: इस दिन चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में स्थित रहेगा, जो मित्रता, सफलता और संतुलन से जुड़ा है। यह नक्षत्र मानसिक शांति और सहयोग का प्रतीक है।

    वृश्चिक राशि चंद्र: इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा, जो गहरे भावनात्मक और परिवर्तनकारी प्रभावों को दर्शाता है। यह समय आत्मनिरीक्षण और मानसिक शांति की ओर अग्रसर होने के लिए उपयुक्त है।

    प्रदोष व्रत: प्रदोष व्रत का आयोजन त्रयोदशी तिथि को होता है, जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा का समय होता है। इस दिन शिव की आराधना से समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

सारांश: 28 दिसंबर 2024 का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ है, विशेषकर प्रदोष व्रत के समय। अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि का संयोग इस दिन को और भी विशेष बना रहा है।

पौष कृष्ण त्रयोदशी, अनुराधा नक्षत्र, वृश्चिक राशि चंद्र, प्रदोष व्रत - 28.12.2024

    पौष कृष्ण त्रयोदशी: 28 दिसंबर 2024 को पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन उपवासी व्रत रखते हुए शिव पूजा की जाती है।

    अनुराधा नक्षत्र: इस दिन चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में स्थित रहेगा, जो मित्रता, सफलता और संतुलन से जुड़ा है। यह नक्षत्र मानसिक शांति और सहयोग का प्रतीक है।

    वृश्चिक राशि चंद्र: इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा, जो गहरे भावनात्मक और परिवर्तनकारी प्रभावों को दर्शाता है। यह समय आत्मनिरीक्षण और मानसिक शांति की ओर अग्रसर होने के लिए उपयुक्त है।

    प्रदोष व्रत: प्रदोष व्रत का आयोजन त्रयोदशी तिथि को होता है, जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा का समय होता है। इस दिन शिव की आराधना से समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

सारांश: 28 दिसंबर 2024 का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ है, विशेषकर प्रदोष व्रत के समय। अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि का संयोग इस दिन को और भी विशेष बना रहा है।

शुभ कार्य के लिए मुहूर्त:

  • नए कार्य के लिए शुभ समय:

नए वस्त्र या आभूषण के प्रभाव:

आज यदि आप नए वस्त्र या आभूषण पहनते हैं, तो भविष्य में ये पारिवारिक सुख, शांति, सहयोग और मित्रता में वृद्धि करेंगे। साथ ही, कलह, क्लेश और मतभेद में कमी आएगी। यह समय जन संपर्क और सामाजिक एवं राजनैतिक वर्ग के लिए भी अत्यंत उपयोगी रहेगा।

विशेष समय:

नए वस्त्र या आभूषण पहनने का अशुभ समय निम्न है:

  • 11:11-13:05 बजे
  • 15:41-17:00 बजे
  • 20:25-21:41 बजे

इन समयों में पहने गए वस्त्र या आभूषण आपके लिए भविष्य में अनुकूल परिणाम देंगे।

नक्षत्र आधारित भविष्यवाणी:

निम्न नक्षत्रों में जन्म लेने वाले व्यक्तियों का दिन सुखद और अनुकूल रहेगा:
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, मघा, उत्तराफाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढा, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती

नाम के अनुसार भविष्यवाणी:

जिन व्यक्तियों, स्थानों, वस्तुओं या कंपनियों के नाम का पहला अक्षर निम्न में से है:
यो, , भी, भू, , , , भे, मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, उनके लिए आज का दिन खर्च, व्यस्तता, विवाद, या सुख बाधक हो सकता है।

अन्य सभी नामों वाले व्यक्तियों के लिए दिन शुभ रहेगा।

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राशिफल और उपाय

1. मेष राशि (Aries)

चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो,

वित्तीय: आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी। निवेश के निर्णयों में सतर्कता बरतें।

सामाजिक-राजनीतिक: किसी भी सामाजिक या राजनीतिक गतिविधि में शामिल होने से बचें। विवाद या गलतफहमी होने की संभावना है।

मानसिक और शारीरिक: तनाव बढ़ सकता है, जिससे मानसिक और शारीरिक कमजोरी का अनुभव होगा। श्वसन या पाचन संबंधी समस्याएं उभर सकती हैं।

व्यवसाय/आधिकारिक: कार्यालय में उच्चाधिकारियों से संबंध मधुर रखें। कार्यक्षेत्र में असंतोष रह सकता है।

खर्च या नुकसान: अनियंत्रित खर्चों से बचें। यात्रा और विवाद से दूर रहें।

सफलता: आज अपेक्षित परिणाम मिलने की संभावना कम है।

प्रेम संबंध: प्रेम जीवन में भी समस्याएं आ सकती हैं, किसी भी नए संबंध को शुरू करने से बचें।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, विशेषकर श्वसन और पाचन समस्याओं से बचें।

उपाय: महत्वपूर्ण कार्यों को स्थगित करें और जोखिम भरे निर्णयों से बचें।

2. वृष राशि (Taurus)

, , , , वा, वी, वू, वे, वो

वित्तीय: धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। निवेश में लाभ होगा, खासकर शेयर बाजार और जोखिम वाले कार्यों में।

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपकी राजनीतिक साख मजबूत होगी।

मानसिक और शारीरिक: मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे।

व्यवसाय/आधिकारिक: कार्यक्षेत्र में सफलता का योग है। नई परियोजनाओं में हाथ डालने के लिए यह समय उत्तम है।

खर्च या नुकसान: खर्चों पर नियंत्रण रहेगा, जिससे आर्थिक संतुलन बना रहेगा।

सफलता: सभी कार्यों में सफलता मिलेगी और यश प्राप्त होगा।

प्रेम संबंध: प्रेम जीवन सुखद रहेगा, नए रिश्तों की शुरुआत हो सकती है।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, किसी भी प्रकार की गंभीर समस्या नहीं होगी।

उपाय: इस समय अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने का प्रयास करें, सफलता मिलेगी।

विशेष: यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य, और मीटिंग को टालें या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालें। आर्थिक, यश, और रोजमर्रा के कार्य सरलता से पूरे होंगे।

 

3. मिथुन राशि (Gemini)

का, की, कू, , , , के, को,

वित्तीय: धन अर्जित करने के नए रास्ते खुलेंगे। निवेश लाभप्रद साबित होगा।

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक रूप से आपको मान-सम्मान मिलेगा। शत्रु कमजोर पड़ेंगे और नए मित्र बनेंगे।

मानसिक और शारीरिक: मानसिक और शारीरिक रूप से आप संतुलित और स्वस्थ रहेंगे।

व्यवसाय/आधिकारिक: कार्यक्षेत्र में मान्यता और पहचान मिलेगी। आपके प्रयास सफल होंगे।

खर्च या नुकसान: खर्चों पर नियंत्रण रहेगा, जिससे आप आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे।

सफलता: सभी कार्यों में सफलता और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।

प्रेम संबंध: प्रेम जीवन में सुखद परिणाम मिलेंगे, खासकर महिला मित्रों से प्रसन्नता होगी।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, हालांकि पेट से संबंधित छोटी समस्याएं हो सकती हैं।

उपाय: यात्रा और जोखिम भरे कार्यों से बचें। मानसिक शांति के लिए ध्यान करें।

4. कर्क राशि (Cancer)

ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

वित्तीय: धन की प्राप्ति में देरी हो सकती है। कोई बड़ा निवेश या जोखिम भरा निर्णय लेने से बचें।

सामाजिक-राजनीतिक: सामाजिक जीवन में कुछ रुकावटें आ सकती हैं। विवादों से बचने का प्रयास करें।

मानसिक और शारीरिक: मानसिक तनाव अधिक रहेगा, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है।

व्यवसाय/आधिकारिक: कार्यक्षेत्र में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। अपने सहकर्मियों और अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाए रखें।

खर्च या नुकसान: अनियोजित खर्चों से वित्तीय असंतुलन हो सकता है।

सफलता: इस समय सफलता की संभावना कम है।

प्रेम संबंध: प्रेम जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, धैर्य रखें।

स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। यात्रा से बचें।

उपाय: इस समय कोई भी बड़ा निर्णय लेने से बचें।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

चंद्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति और प्रयासों में सफलता का संकेत देती है। इस विशेष समय में आपको यश और ख्याति प्राप्त हो सकती है। यह दिन धन की दृष्टि से भी शुभ है। घर के लिए भी यह समय सुखद होगा। आपको उत्तम भोजन, वस्त्र, और महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। संपर्क से लाभ हो सकता है। आपके सामने आने वाली हर स्थिति और सम्पन्न किए गए हर कार्य से आपको खुशी मिलेगी।

विशेष: महिला वर्ग के लिए यह दिन विघ्नप्रद हो सकता है। महत्वपूर्ण कार्यों, सुख-शांति, सफलता, और यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो

चंद्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति और प्रयासों में सफलता का संकेत देती है। इस समय आपको यश और ख्याति प्राप्त हो सकती है। यह दिन धन की दृष्टि से भी शुभ है। घर के लिए भी यह समय सुखद होगा। आपको उत्तम भोजन, वस्त्र, और महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। संपर्क से लाभ हो सकता है। आपके सामने आने वाली हर स्थिति और सम्पन्न किए गए हर कार्य से आपको खुशी मिलेगी।

विशेष: महिला वर्ग के लिए यह दिन विघ्नप्रद हो सकता है। सफलता, विजय, और व्यापारिक लाभ के लिए सूझबूझ से समय निकालें।

विशेष: यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य, और मीटिंग को टालें या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालें। आर्थिक, यश, और रोजमर्रा के कार्य सरलता से पूरे होंगे।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

यह दिन व्यय या धन की हानि का संकेत देता है। यदि आप विवाद में पड़ते हैं, तो वह बेकार के झगड़े में बदल सकता है। यह समय आपके सम्मान के लिए नाजुक है। अपने सम्मान और प्रतिष्ठा की रक्षा करें, क्योंकि छोटी सी लापरवाही इन्हें ठेस पहुँचा सकती है। कार्य, व्यापार, या कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। विश्वास रखें, परिश्रम का फल जरूर मिलेगा। परिवार में सुख की कमी हो सकती है। प्रयासों के परिणाम मन के अनुकूल होंगे और प्रयास से ही कार्य पूरे होंगे।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

सफलता, सौभाग्य, सुख और सम्मान इस दिन की विशेषताएँ हैं। यह समय आपके और आपके परिवार के लिए स्वास्थ्यपूर्ण रहने का है। जीवन में शांति का भाव आपको संतोष देगा। अपनी भावनाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील न बनें। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय अच्छा है। दांपत्य जीवन में अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं। सुखद समाचार मिलेंगे और नए संबंध बन सकते हैं।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से भरा हो सकता है। खर्च बढ़ सकते हैं। अपनी संपत्ति का ध्यान रखें और अपव्यय से बचें। अपने कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें, क्योंकि मनवांछित फल मिलना मुश्किल हो सकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विशेषकर आंखों में संक्रमण की संभावना हो सकती है। मानसिक रूप से व्यथा और बेचैनी महसूस कर सकते हैं। घर पर भी सतर्क रहें। महत्वपूर्ण कार्यों की पूर्णता, सुख-शांति, सफलता, और यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

यह दिन अच्छा रहेगा। इच्छापूर्ति, लक्ष्य प्राप्ति, और भौतिक सुख प्राप्त करने का योग है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं, तो यह उपयुक्त समय है। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति और प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। आप सत्ता में अधिकार के पद का आनंद ले सकते हैं।

कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

आर्थिक स्थिति: इस समय आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और आप अतिरिक्त धन अर्जित करने में सक्षम होंगे। कृषि उपज से सामान्य से अधिक लाभ हो सकता है और अटकी हुई धनराशि प्राप्त हो सकती है।

सामाजिक और राजनीतिक: व्यक्तिगत रूप से यह समय आनंददायक रहेगा, खासकर विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ। मानसिक रूप से आप प्रसन्न और शान्तचित्त रहेंगे।

मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्वास्थ्य: यह दिन अच्छा रहेगा। इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति और भौतिक सुखों की प्राप्ति का योग है। किसी नए कार्य की योजना बनाने के लिए यह उपयुक्त समय है।

व्यापार और आधिकारिक विषय: कार्यस्थल पर भी यह समय शुभ है। यदि आप महत्वपूर्ण कार्य या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो विशेष ध्यान दें कि अपेक्षित परिणाम कम हो सकते हैं।

खर्चे और नुकसान: महत्वपूर्ण कार्यों और उपदेशों के परिणाम कम हो सकते हैं, लेकिन सामान्य तौर पर खर्चे और नुकसान की संभावना नहीं है।

सफलता: सफलता और सुखद अनुभव प्राप्त करने की संभावना है।

प्रेम संबंध: विपरीत लिंग के साथ अच्छे समय की संभावना है। प्रेम संबंधों में आनंद प्राप्त होगा।

स्वास्थ्य: शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप संतुलित और सुखद स्थिति में रहेंगे।

विशेष: यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य, और मीटिंग को टालें या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालें। आर्थिक, यश, और रोजमर्रा के कार्य सरलता से पूरे होंगे।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

आर्थिक स्थिति: आज चिंता और व्यय की संभावना है। व्यापार में अतिरिक्त परिश्रम की आवश्यकता होगी। अपव्यय से बचें और अपनी वित्तीय स्थिति पर ध्यान दें।

सामाजिक और राजनीतिक: समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ सकती है, लेकिन विघ्न, बाधा और दुर्भाग्य आपकी योग्यता और अनुभव को चुनौती दे सकते हैं।

मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्वास्थ्य: पेट की समस्याएं या छाती का कष्ट हो सकता है। अनिद्रा और मानसिक थकावट का सामना कर सकते हैं। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।

व्यापार और आधिकारिक विषय: व्यापार में मेहनत की आवश्यकता होगी और कुछ कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं।

खर्चे और नुकसान: खर्चे और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

सफलता: कुछ सुखद संतोष और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हो सकते हैं।

प्रेम संबंध: प्रेम संबंधों में विशेष ध्यान और समझदारी की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की समस्याएं हो सकती हैं, विशेष ध्यान रखें और आवश्यक चिकित्सा सलाह लें।

उपाय:

विशेष: यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य, और मीटिंग को टालें या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालें। आर्थिक, यश, और रोजमर्रा के कार्य सरलता से पूरे होंगे।

 

    Priority: Travel, shopping-related activities (vehicles, clothes, jewelry). Focus on relationships with friends and women.

1.        Effect of wearing new clothes: Possibility of meeting a friend. Using new clothes will enhance relationships, acquaintances, and social connections, bringing happiness to the family.

    Donations: Salt.

    Beneficial foods: Dates (raisins), mixed grains, delicious and fulfilling meals.

    Avoid foods: Sweet kheer, sesame, rice, lotus seeds, and green vegetables.

 

नक्षत्र मंत्र: अनिष्ट प्रभावों को कम करने के लिए नक्षत्र मंत्र का उपयोग करें।

वेद मंत्र: मित्राय नमः

पौराणिक मंत्र: मित्रं पद्मासन आरूढं अनुराधेश्वरं भजे l शूलां कुशल सद्भाहुं युग्मं शोणित वर्णकम् ll”

नक्षत्र देवता मंत्र: ॐ मित्राय नमः

नक्षत्र मंत्र: ॐ अनुराधाभ्यो नमः

नवग्रह मंत्र: ॐ आसिया उसाय नमः

विशेष मंत्र:

ॐ ह्रीँ अर्हँ नमो भगवती श्री पद्मावती

श्रीविजयनंदनी विवासर शुद्धिं कुरु कुरु स्वाहा। मम मनोरथ पूरणी, मम चिंता चूरणी नमों। ॐ ॐ पद्मावती नम स्वाहा:। ॐ नम: भगवती पद्मावती ऋद्धि-सिद्धि दायिनी दुख-दारिद्रय हारिणी श्रीं श्रीं ऊँ नम: कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं फट् स्वाहा।

सर्वसाधु पञ्चपरमेष्ठिन्! अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट्!

चंद्रप्रभु जिनेंद्रस्य, नाम्ना तारा गणाधिप, प्रसन्नों भव. शांति च, रंक्षा कुरु जयं धु्रवम।

ऊं ह्रीं नमों आयरियाणं।

जन्म राशि शुभ होने पर किए जाने वाले कार्य:

अनुष्ठान, पूजा, दान, महत्वपूर्ण दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर, बैठक, जन सम्पर्क, चिकित्सा, रोग, जोखिम कार्य।

-05 नाडी मिलान द्वारा प्रसिद्ध ज्योतिषी VK Tiwari

 

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गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...