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राशी, नक्षत्र फल, वस्त्र मुहूर्त, उपाय 25.दिसंबर

 


 


 
राशी, नक्षत्र फल, वस्त्र मुहूर्त, उपाय 25.दिसंबर

(Astrologer ,palmist & Vastu Jyotish Shiromani V.K. Tiwari – 942444670-Bangalore)

v  पौष कृष्ण पक्ष; दिन  बुधवार-शुभ , तिथि- दशमी श्रेष्ठ विजय शुभ - चित्रा16:22 तक-श्रेष्ठ शुभ;  तुला - चंद्र राशि।

v   

v  जन्म नक्षत्र निम्न हो तो आज  का दिन सुखद अनुकूल होगा

v  (भविष्य-यात्रा, नए कार्य,पूजा,शपथ,निर्माण,आवेदन,नीति निर्धारण,योजना निर्माण,उच्च अधिकारी से मिलना,दान,सभी मंगल शुभ कार्य ,देव -देवी दर्शन ,संधि, विवाह, बैंक सम्बंधित-नया लेखा ,आदि दीर्घकालिक परिणाम वाले कार्य के उद्देश्य सफल होंगे.

v     भरणी रोहिणी आर्द्रा पुनर्वसु अश्लेशा पूर्वाफाल्गुनी हस्त स्वाती विशाखा ज्येष्ठा पूर्वाषाढा श्रवण शतभिषा पूर्व भाद्रपद

v  ***************

v  नाम का प्रथम अक्षर है तो आज दैनिक व्यावहारिक कार्य-जेसे  स्थान प्रवेश,मित्रता,सहयोग,व्यापारिक कार्य,,आदि कार्य में सफलता मिलेगी-

v   ली , लू , ले, लो; अ इ , ऊ . ली , लू , ले, लो ; , , वि , वू

v   कू,के,को,घी,घु,घे,घो घ ,, ,छी छे,छो,छु

v  ; के , को , , हि ; डी, डु, डे, ड़ो;

v  मो, टा, टी, टू;  पू , , , ; रू, रे , रो ता

v  ; ती, तू, ते , तो ; नो , या , यी , यू; भू,धा,धि ,धू,ढे,ढो,फा,फी,फु,फे.फ़ो.ढ; ,खी , खू , खे , खो ; गो , सा , सी , सू ; से , सो , दा दी दे, दो,

v  =========================================

v  : Using new clothes will lead to receiving gifts or new items.

v  वर्जित: मसूर, शहद।

v  उपयोग: तुलसी पत्ते और खीर का सेवन करें।

v  मंत्र: ॐ नारायणाय नमः।

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राशि भविष्य

1. मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
इस दिन आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होंगे। आर्थिक दृष्टि से यह समय आपके लिए शुभ है, आपका अटका हुआ पैसा पुनः प्राप्त हो सकता है। यदि आप कोई वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय इसके लिए उपयुक्त है।

सामाजिक-राजनीतिक:
आपके शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। नए मित्र बन सकते हैं, जिससे आपको सहयोग प्राप्त होगा।

मानसिक एवं शारीरिक:
आपके मन में शांति रहेगी और स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप अपने परिवार के साथ शांति, सुख, और प्रसन्नता का अनुभव करेंगे।

सफलता:
यह दिन कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है। आपके कार्यों में सफलता मिलेगी और जीवन में सुखदायक स्थिति बनी रहेगी।

प्रेम संबंध:
यह समय प्रेम या नए मित्र बनाने के लिए अनुकूल है। दाम्पत्य जीवन में भी सुख और समन्वय रहेगा।

स्वास्थ्य:
संतान से जीवन में सुख की वृद्धि होगी, और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह समय अच्छा रहेगा।


2. वृष राशि (Taurus) – , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
इस समय आपको अपने कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए, क्योंकि सफलता की संभावना प्रबल है। आपके हिस्से की प्रतिष्ठा और पहचान पाने का यह उचित समय हो सकता है।

सामाजिक-राजनीतिक:
आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे, और नए मित्र बनाएँगे। राजनीति एवं जनसंपर्क से लाभ और सफलता प्राप्त होगी।

मानसिक एवं शारीरिक:
मनोबल उत्तम रहेगा और स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप नीरोग काया का आनंद उठाएँगे।

सफलता:
इस अवधि में आप सफल और प्रसन्न रहेंगे। विजयश्री आपके साथ होगी।

प्रेम संबंध:
प्रेम संबंध सुखद रहेंगे और मित्रों से सहयोग मिलेगा।

स्वास्थ्य:
स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, जिससे आप ताजगी और ऊर्जा का अनुभव करेंगे।


3. मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, , , , के, को, ह.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
कुछ मिले-जुले परिणामों का दिन रहेगा। व्यापार में लाभप्रद लेन-देन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। विदेश यात्रा की योजना में बाधाएं आ सकती हैं, और वित्तीय दृष्टि से यह कठिन समय हो सकता है। अतः धन व्यय पर नियंत्रण रखें।

सामाजिक-राजनीतिक:
आपका मन अशांत रह सकता है और आप दूसरों के प्रति सशंकित महसूस कर सकते हैं। यह समय आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकता है।

मानसिक एवं शारीरिक:
मानसिक रूप से आप खिन्न रह सकते हैं। निराशा जीवन को अकर्मण्य बना सकती है। विशेष रूप से 13:50 PM से अनपेक्षित स्थिति के प्रति सतर्क रहें। मौन और निष्क्रियता इस समय श्रेष्ठ उपाय हो सकता है।

सफलता:
इस दिन विशेष प्रयासों में अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकती, अतः कार्यों को स्थगित करना उचित होगा।

प्रेम संबंध:
प्रेम और मित्रता में भी कठिनाइयाँ हो सकती हैं, अतः धैर्य बनाए रखें।

स्वास्थ्य:
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। निराशा आपको मानसिक रूप से कमजोर बना सकती है।


4. कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
यह समय वित्तीय दृष्टि से कठिनाइयों का संकेत देता है। खर्चे बढ़ सकते हैं और अनियंत्रित क्रोध आपको मुश्किल में डाल सकता है।

सामाजिक-राजनीतिक:
इस समय आपको अपने आत्मीयजनों के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में सतर्कता बरतनी होगी।

मानसिक एवं शारीरिक:
मानसिक रूप से आप अस्थिर रह सकते हैं। परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है।

सफलता:
कार्य में बाधाएं आ सकती हैं, लेकिन आत्मविश्वास बनाए रखें।

प्रेम संबंध:
प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव की संभावना है।

स्वास्थ्य:
स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है, विशेषकर 13:50 PM के बाद अनपेक्षित स्थितियों के प्रति सतर्क रहें।


5. सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
इस दिन आपके प्रयास सफल होंगे। वित्तीय दृष्टि से यह समय सौभाग्यपूर्ण रहेगा। बकाया राशि की प्राप्ति और धन की प्राप्ति संभव है।

सामाजिक-राजनीतिक:
आपकी ख्याति में वृद्धि होगी और आपको रुचिपूर्ण उत्तम भोजन और वस्त्रों का सुख मिलेगा।

मानसिक एवं शारीरिक:
मन में संतोष रहेगा और आप शांतिपूर्ण समय का आनंद लेंगे।

सफलता:
सभी कार्यों में सफलता मिलेगी और दिन सुखद रहेगा।

प्रेम संबंध:
मित्रों और परिचितों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा।

स्वास्थ्य:
स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और आप ताजगी का अनुभव करेंगे।


6. कन्या राशि (Virgo) – टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

वित्तीय/व्यवसायिक/आधिकारिक:
विशेषकर 13:50 PM के बाद धन की हानि के योग हैं, अतः अपने व्यय पर विशेष ध्यान दें। असावधानी से प्रतिष्ठा को ठेस पहुँच सकती है।

सामाजिक-राजनीतिक:
लोगों से व्यवहार में सतर्क रहें और किसी विवाद में न पड़ें।

मानसिक एवं शारीरिक:
शारीरिक रूप से स्वास्थ्य में गिरावट महसूस हो सकती है। मानसिक रूप से असंतोष अनुभव करेंगे।

सफलता:
दिन में असंतोष बना रहेगा और कार्यों में अवरोध आ सकते हैं।

प्रेम संबंध:
इस दिन प्रेम संबंधों में कठिनाइयाँ हो सकती हैं।

स्वास्थ्य:
आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, इसलिए विशेष ध्यान रखें।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

  • यात्रा स्थगित: आज आपकी यात्रा योजनाएं स्थगित करनी पड़ सकती हैं। धैर्य और अल्पभाषी रहना सफलता का मूल रहेगा।
  • सुख-सुविधाएं: मनचाहे भोजन का आनंद मिलेगा और शारीरिक सुख-साधनों की प्राप्ति होगी। उत्तम वस्त्र, सुगंध, और अन्य इच्छित सांसारिक वस्त्र मिलेंगे।
  • पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन में भी आनंद होगा, और प्रेम या दाम्पत्य जीवन में साथी के प्रति प्रेम में वृद्धि होगी।
  • स्वास्थ्य: रोगों से मुक्त रहने का अच्छा समय है, जिससे जीवन में सुख-शांति का अनुभव होगा।
  • आर्थिक स्थिति: आर्थिक रूप से यह समय शुभ है। पुराने ऋणों की वसूली और आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति होगी।
  • विशेष: 13:50 PM से पहले महत्वपूर्ण कार्य, उपदेश, और यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

  • यात्रा एवं निर्णय: यात्रा और निर्णय को स्थगित रखना उचित रहेगा।
  • आर्थिक स्थिति: यह समय आर्थिक दृष्टि से कठिनाइयों से भरा रहेगा। खर्चे बढ़ सकते हैं, इसलिए धन की सुरक्षा पर ध्यान दें।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मानसिक रूप से आप बेचैनी और व्यथा का अनुभव कर सकते हैं।
  • सामाजिक स्थिति: परिवार और सगे-सम्बन्धियों से व्यवहार में सतर्क रहें, विवाद की संभावना है।
  • विशेष: 13:50 PM से बाद में अप्रिय और अनपेक्षित विघ्न-बाधाओं के प्रति सतर्क रहना उपयोगी होगा।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, , भी, भू, , , , भे

  • आर्थिक लाभ: यह समय अधिक धन उपार्जन और सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। अटकी हुई धनराशि प्राप्त हो सकती है।
  • पारिवारिक जीवन: परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप होगा और पुराने मित्रों से पुनर्मिलन का अवसर मिलेगा।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, और आप मानसिक रूप से प्रसन्न और शांतचित्त रहेंगे।
  • व्यवसायिक स्थिति: व्यापार और राजनीति से जुड़े लोगों के लिए यह समय लाभदायक रहेगा।
  • विशेष: 13:50 PM के बाद महत्वपूर्ण कार्य, उपदेश, और यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी

  • उपदेश से बचें: उपदेश देने से बचें, यह समय इच्छापूर्ति और लक्ष्य प्राप्ति का है।
  • सुख-सुविधाएं: भौतिक और सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी, और नए कार्यों में सफलता निश्चित होगी।
  • कार्यस्थल पर सफलता: कार्यस्थल पर सम्मान, पदोन्नति और प्रशंसा की प्राप्ति होगी।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य सामान्य रूप से अच्छा रहेगा, और उत्तम भोजन का आनंद मिलेगा।
  • विशेष: 13:50 PM के बाद महत्वपूर्ण कार्य, उपदेश, और यात्रा के अपेक्षित परिणाम की संभावना कम है।

कुंभ राशि (Aquarius) – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो,

  • परिश्रम: इस समय आपको अपने व्यापार और कार्यालय में अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, अनिद्रा और थकान महसूस हो सकती है।
  • धार्मिक कार्य: धार्मिक अनुष्ठान और दान-पुण्य कार्य सफलतापूर्वक करेंगे, जिससे समाज में प्रसिद्धि मिलेगी।
  • सामाजिक स्थिति: समाज में प्रतिष्ठा बनाए रखें और शत्रुओं से सतर्क रहें। संतान से विवाद से बचें।
  • धन-व्यय: धन-व्यय के समय विशेष सचेत रहें।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची

  • समय की स्थिति: यह समय असुविधा, असहयोग, और समन्वयहीनता का हो सकता है। किसी शुभ समाचार की उम्मीद न करें, क्योंकि सूचनाएं सत्यता से परे हो सकती हैं। यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों और बाधाओं का दिन होगा।
  • आर्थिक स्थिति: आर्थिक दृष्टि से यह काल लाभप्रद नहीं रहेगा। धन वसूली में कठिनाई आ सकती है।
  • कार्यस्थल पर सलाह: अपने वरिष्ठ और उच्चाधिकारियों से कार्यालय में किसी भी प्रकार की असहमति या विवाद से बचें।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें, विशेषकर पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र की समस्याओं के लिए। व्यर्थ की चिंता न करें।

सामवेद वालों के लिए रक्षा बंधन: जिन्हें अपना गोत्र नहीं मालूम है, उनके लिए भी शास्त्रों के अनुसार रक्षा बंधन विजय और सफलता के लिए श्रेष्ठ है।

हरतालिका तीज: स्त्रियां हरतालिका तीज के दिन अपने सौभाग्य की रक्षा के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

रक्षा बंधन मुहूर्त:

  • मंत्र: "Yena baddho balee raajaa daanavendro mahaabalah; Tena twaam anubadhnaami rakshey maa chala maa chala."
    • अर्थ: "मैं आपके हाथ पर यह रक्षा बांध रहा हूं, जिससे शक्तिशाली और उदार राजा बलि को बांधा गया था; हे रक्षा, दूर मत जाओ; दूर मत जाओ।"
    • इस मंत्र की शक्ति बुरी प्रभावों से रक्षा करती है।

आज नए वस्त्र और आभूषण के संभावित प्रभाव:

  • भावी प्रभाव: जब भी इस वस्त्र या आभूषण का भविष्य में प्रयोग किया जाएगा, तो दैनिक जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य और मनोबल में वृद्धि होगी।

आज का उपाय:

  • मंत्र: "ॐ त्वष्टाये नमः।"
  • वायुदेव पूजन: वायुदेव पूजित होने पर संतुष्ट हो परम शक्ति प्रदान करते हैं।
    • ऋग्वेद 1.90.9: "नमस्ते वायो, त्वमेव प्रत्यक्ष ब्रह्मासि, त्वामेव प्रत्यक्षं ब्रह्म वदिष्यामि। तन्मामवतु।"
    • अर्थ: "वायु को नमस्कार है, आप प्रत्यक्ष ब्रह्म हैं, मैं आपको ही प्रत्यक्ष ब्रह्म कहूंगा। आप हमारी रक्षा करें।"
    • अन्य मंत्र: "ऊँ वां वायवे प्रारणधिपतये हरिण वाहनाय अकुश हस्ताय सपरिवाराय नमः।"
  • दान: गाय का घी दान करना चाहिए। वस्त्र दान करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

लेखक: यह लेख प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित वी.के. तिवारी द्वारा रचित है। (अनेक ज्योतिषीय सम्मान से सम्मानित)

  • साहित्य: 80+ ई-बुक्स, 3 पुस्तकें, 10,000+ लेख। नवनीत-पत्रिका - भविष्यफल मासिक (1980 से 2000 तक प्रकाशित)
  • सेवाएं: होरो मेकिंग, नौकरी, करियर, वास्तु (3 स्टार होटल, डीपीएस बिल्डिंग, अस्पताल)
  • संपर्क: 9424446706, बेंगलुरु

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श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...