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राशि भविष्य, हवन?मुहूर्त,उपाय-22.दिसंबर

 


राशि भविष्य, -मुहूर्त,उपाय-22.दिसंबर

ज्योतिष शिरोमणि पं. वी. के. तिवारी - 9424446706 - 50 वर्ष अनुभव;

 (Associates- Dr.R.Dixit-Vastu, Dr.S.Tiwari-Vaidik jyotish,)

"Numerology,Aastrology, Vastu, Palmistry, Tarot cards,

 Mobile number – Inauspicious, Question astrology, future based on the name.")

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पौष कृष्ण पक्ष; दिन –रविवार-शुभ , तिथि-सप्तमी 14:31 बजे तक श्रेष्ठ शुभ सर्व कामना प्रद;

- उत्तरा फाल्गुनीपूर्ण रात्रि तक-श्रेष्ठशुभ;  सिंह 12:56 तक चंद्र राशि।

1- पूजा हेतु (विशेष-) श्रेष्ठ समय  -14:15-18:00 (वर्जित -शुभ कार्य);

2-कार्य आरम्भ का शुभ –(अभिजित) मुहूर्त  11:59से 12:35;

 विवादमें  विजय काल -14:15-14:30

हवन-आहुति के परिणाम शुभ-अशुभ क्या होंगे आज:

  1. ग्रह के मंत्र से हवन - शुभ सिद्ध होगा।
  2. रुद्र देव का मन्त्र से  हवन - मनोकामना पूर्ण करने वाला रहेगा।
  3. विष्णु जी के मंत्र से हवन - नियम अनुसार वर्जित है।
  4. देवी दुर्गा के मंत्र से हवन - पद-अधिकार एवं राजनीतिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
  5. उक्त के अतिरिक्त किसी भी मंत्र का हवन - मनोकामना पूर्ति करने वाला होगा।

4-शिव अभिषेक करने के परिणाम -

14:31तक -अभिषेक से विघ्न ,तनाव,कष्ट संभावित;

- 14:40 से आगामी सूर्योदय तक-सुख ,समृद्धि ,सफलता प्रद ;

*आज भविष्य संकेत*

-ग्रह के अशुभ प्रभाव (तनाव,चिंता,विवाद,कष्ट,व्यय )से प्रभावित जन्म राशी एवं नक्षत्र  - परामर्श

जिनका जन्म-मकर राशि ,या – श्रवण,उत्तराषाढा के 2.3.4 चरण एवं धनिष्ठा -1.2 में चरण जन्म हुआ,

13:20 तक - कोई भी नया महत्वपूर्ण कार्य -वार्ता,नयी यात्रा ,शोपिंग  नहीं करना चाहिए  .

केवल दैनिक कार्य ही धैर्य,मौन रह  कर करना चाहिए .

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राशि भविष्य,मुहूर्त ,उपाय22.12.2024

 

मिथुन,तुला,कुम्भ –,- राशी के लिए सुख बाधक एवं  कर्क ,सिंह राशी  के लिए श्रेष्ठ .

मेष राशि (Aries):

मनोबल: आज आपका आत्मविश्वास और मनोबल उच्च स्तर पर रहेगा। आप किसी भी कठिनाई का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।

राजनीति एवं जनसंपर्क: राजनीति और जनसंपर्क के क्षेत्र में आपको अच्छे अवसर मिलेंगे। आपके प्रयासों की सराहना होगी और विरोधी आपके सामने टिक नहीं पाएंगे। आप अपने कार्यों से समाज में सम्मान प्राप्त करेंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। थोड़ी सावधानी बरतना आवश्यक होगा, खासकर अगर आप पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं।

धन: आर्थिक दृष्टिकोण से दिन अनुकूल रहेगा। आपको धन संबंधी मामलों में लाभ हो सकता है। निवेश के मामले में सोच-समझकर कदम उठाएं।

महत्वपूर्ण कार्य: आज के दिन महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए सही समय है, लेकिन मित्रता और यात्रा से जुड़े कार्यों में अपेक्षित परिणाम मिलने की संभावना कम है।

विवाद: आत्मीय वर्ग से कुछ मतभेद या विवाद हो सकता है। आपको संयमित रहकर बात करनी होगी ताकि रिश्तों में खटास न आए।

मित्रता और सहयोग: दोस्तों से सहयोग मिलेगा और नए कार्यों की शुरुआत भी हो सकती है। यदि आप यात्रा पर जा रहे हैं, तो इसके सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है।

वृष राशि (Taurus):

जोखिम: आज का दिन जोखिम लेने के लिए उपयुक्त नहीं है। किसी भी प्रकार के जोखिम भरे कार्यों से दूर रहना बेहतर रहेगा।

व्यवहार: आज के दिन आपको अपने व्यवहार में अतिरिक्त कुशलता दिखाने की जरूरत है। बात करते समय शब्दों का चयन सोच-समझकर करें, वरना विवाद हो सकता है।

परिवार और मित्र: परिवार के सदस्यों और मित्रों के साथ मतभेद हो सकते हैं। ऑफिस में भी उच्च अधिकारियों से टकराव की स्थिति बन सकती है, जिससे बचना उचित होगा।

अपमान: अनपेक्षित अपमान का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आज हर कदम फूंक-फूंक कर रखें।

प्रयास: हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आपको सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। केवल मेहनत से ही आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।

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मिथुन राशि (Gemini):

धैर्य और शांति: आज आपके लिए धैर्य और शांति बनाए रखना बेहद जरूरी होगा। जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें।

सावधानी: हर काम में सावधानी बरतें और बिना सोचे-समझे कोई भी कदम न उठाएं। आज के दिन अप्रिय घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है।

आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर: आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में मनमाफिक परिणाम नहीं मिलेंगे। आपको हर क्षेत्र में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

धार्मिक रुचि: धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में आपकी रुचि बढ़ सकती है। इससे मानसिक शांति मिलेगी।

प्रेम संबंध: प्रेम संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। गलतफहमी से बचने के लिए संवाद में स्पष्टता रखें और अपनी भाषा पर नियंत्रण बनाए रखें।

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कर्क राशि (Cancer):

यात्रा और कार्य: आज यात्रा या महत्वपूर्ण कार्यों को स्थगित करना बेहतर रहेगा। इससे आप अनावश्यक परेशानियों से बच सकते हैं।

पद और प्रतिष्ठा: पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपको अपने पद का लाभ मिलेगा और समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।

परिवार और अधिकारी: परिवार के बड़े सदस्यों और ऑफिस के उच्च अधिकारियों से आपको पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे आपके काम आसानी से हो जाएंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कोई पुरानी बीमारी भी ठीक हो सकती है।

प्रशंसा और यश: आपके कार्यों की प्रशंसा होगी और इससे आपको यश प्राप्त होगा। नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे लोग आपके विचारों का सम्मान करेंगे।

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सिंह राशि (Leo):

यात्रा और खर्च: अनायास यात्रा और खर्च के योग बन रहे हैं, जो आपके बजट को प्रभावित कर सकते हैं।

कार्य: कार्यक्षेत्र में आपको अधिक परिश्रम करना पड़ेगा, तभी जाकर आप अपने कार्य पूरे कर पाएंगे। ऑफिस में काम की अधिकता रहेगी और जिम्मेदारियां बढ़ेंगी।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में दिन ठीक नहीं है। थकान और तनाव महसूस हो सकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी होगा।

राजनीति: यदि आप राजनीति में सक्रिय हैं, तो आज का दिन कठिनाइयों से भरा हो सकता है। विरोधियों से सावधान रहें।

व्यवहार: आपके आसपास के लोग आज सामान्य तौर पर सहयोगी नहीं रहेंगे। उनके व्यवहार में असहयोग की भावना हो सकती है, जिससे आपका मन उदास हो सकता है।

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कन्या राशि (Virgo):

भोजन और सुख: आज आपको स्वादिष्ट और मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। इसके साथ ही, भौतिक सुख-साधनों का भी भरपूर लाभ मिलेगा।

शारीरिक सुख: शारीरिक रूप से आज आप बेहतर महसूस करेंगे। आपको उत्तम वस्त्र, सुगंध, और अन्य सांसारिक सुख की वस्तुएं प्राप्त होंगी, जो आपके दिन को सुखमय बनाएंगी।

मित्र और परिचित: आज आपको अपने जीवन में सबसे अच्छे मित्र और परिचितों का साथ मिलेगा। इनके साथ समय बिताने से मन प्रसन्न रहेगा।

 

पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन में आज आनंद और सुख की वृद्धि होगी। आप अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे।    प्रेम और दाम्पत्य जीवन: प्रेम या दाम्पत्य जीवन में आज आपके रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी। आपके साथी से आपको पूरा सहयोग मिलेगा और आपके संबंधों में समन्वय बना रहेगा। दिन का विशेष आकर्षण सौभाग्य, सुख, और सम्मान होगा।

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तुला राशि (Libra):

  • स्वास्थ्य: आज आप शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस कर सकते हैं। थकान और सुस्ती का अनुभव होगा, जिससे आपकी ऊर्जा स्तर में गिरावट आएगी। इसके कारण, आपको अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने में थोड़ी परेशानी हो सकती है।
  • मानसिक स्थिति: मानसिक रूप से दिन असंतोष और निराशा से भरा रहेगा। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके प्रयासों का फल नहीं मिल रहा है, जिससे मन में बेचैनी बनी रहेगी।
  • भोजन: आज भोजन में रुचि कम रहेगी। आपको मनपसंद भोजन भी उतना आकर्षक नहीं लगेगा, जिससे आप संतुष्ट महसूस नहीं करेंगे।
  • भावनात्मक स्थिति: मन में उदारता और दया भावना की कमी रहेगी, जिससे आप दूसरों के प्रति कठोर हो सकते हैं। छोटी-छोटी बातों पर क्रोध आ सकता है, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
  • विवाद: अनपेक्षित परिस्थितियों के कारण क्रोध और विवाद की स्थिति बन सकती है। आपको इनसे बचने के लिए संयम और समझदारी से काम लेना होगा।
  • महत्वपूर्ण कार्य: आज के दिन कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से बचना चाहिए। यह समय बड़े निर्णय लेने के लिए उपयुक्त नहीं है।
  • खर्च: आपके खर्चे बढ़ सकते हैं, जिससे वित्तीय तनाव महसूस हो सकता है।
  • दैनिक कार्य: हालांकि, आपके दैनिक कार्य बिना किसी बड़ी समस्या के पूरे हो जाएंगे। लेकिन, विशेष कार्यों में सफलता की संभावना कम है।

वृश्चिक राशि (Scorpio):

·         घर और सुख: आज का दिन आपके लिए सुख-समृद्धि से भरा रहेगा। घर में खुशी और शांति का माहौल रहेगा। आपको मनपसंद भोजन और अच्छे वस्त्रों का सुख मिलेगा।

·         परिस्थितियों का निराकरण: आज आने वाली हर समस्या का समाधान आपको मिल जाएगा। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी।

·         संतोष: आपके कार्यों के सफलतापूर्वक संपन्न होने से मन में संतोष और खुशी का भाव रहेगा।

·         समय: आज का समय आपके लिए बेहद सुखद और आनंदमय रहेगा। मित्रों और परिचितों के साथ समय बिताना आपको खुशी देगा।

·         विजय: आप अपने प्रयासों में विजयी होंगे और सफलता आपके कदम चूमेगी।


धनु राशि (Sagittarius):

  • परिचय और सफलता: आज आपको अच्छे लोगों से परिचय होने का अवसर मिलेगा, जो आपके कार्यों में मददगार साबित होंगे। आपकी मेहनत से सफलता मिलेगी और समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
  • शिक्षा और राजनीति: शिक्षा के क्षेत्र में सफलता और यश मिलेगा। यदि आप राजनीति में सक्रिय हैं, तो आपका गौरव और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों से आपको पूरा सहयोग मिलेगा।
  • शासन: सरकारी या राज्य के कार्यों में प्रगति होगी। आप अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर पाएंगे और उनका लाभ उठाएंगे।
  • व्यापार: व्यापार में उन्नति होगी। यह समय आपके लिए नई संभावनाओं और अवसरों से भरा रहेगा।
  • समय का उपयोग: समय का सही उपयोग करें, क्योंकि आज का दिन आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
  • नए कार्य और यात्रा: हालांकि, स्त्री वर्ग के लिए विशेष रूप से यह सलाह दी जाती है कि वे आज यात्रा और नए कार्यों को हाथ में न लें।

मकर राशि (Capricorn):

  • परिचय और सफलता: आज आपको नए और अच्छे लोगों से परिचय होने का अवसर मिलेगा, जो आपके कार्यों में सफलता दिलाने में सहायक होंगे। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आपको नई जिम्मेदारियां मिलेंगी।
  • शिक्षा और राजनीति: शिक्षा के क्षेत्र में आपको सम्मान मिलेगा और राजनीति में भी आपका गौरव बढ़ेगा। मित्रों और सहयोगियों का साथ मिलेगा, जिससे आपके कार्य सुगम होंगे।
  • शासन: सरकारी या राज्य के कार्यों में आपकी प्रगति होगी और आप अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करेंगे। सज्जन लोगों का विशेष सहयोग मिलेगा।
  • व्यापार: व्यापार में उन्नति होगी और आपको नए अवसर प्राप्त होंगे। इस समय का सदुपयोग करके आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
  • आत्मीयता: आज के दिन आप अपने संबंधों में आत्मीयता महसूस करेंगे। भाग्य का पूरा लाभ मिलेगा और जीवन में सफलता प्राप्त होगी।
  • प्रेम संबंध: प्रेम संबंधों में मधुरता बढ़ेगी और आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। मित्रों और परिचितों से भी पूरा सहयोग मिलेगा और संबंधों में नवीनता आएगी।

कुंभ राशि (Aquarius):

  • कार्य सफलता: आपके कार्यों की सफलता संदिग्ध हो सकती है। आज के दिन विरोध, मतभेद और विवाद की स्थिति बन सकती है, जिससे आपके प्रयासों में बाधा आ सकती है।
  • राजनीति: यदि आप राजनीति में सक्रिय हैं, तो आज के दिन छल-कपट की संभावना अधिक रहेगी। आपको सावधान रहना होगा, क्योंकि जिन लोगों पर आप भरोसा करेंगे, वे आपके लिए प्रतिकूल साबित हो सकते हैं।
  • दांपत्य जीवन: दांपत्य साथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, जिससे घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है।
  • खर्च: आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी, जिससे वित्तीय दबाव महसूस हो सकता है।
  • शारीरिक और मानसिक कष्ट: शारीरिक और मानसिक कष्ट से बचने के लिए किसी भी कार्य को जल्दबाजी में करने से बचें। धैर्य और संयम से काम लें।
  • बाजार और परामर्श: आज के दिन बाजार के कार्य, परामर्श देना, यात्रा, या नए कार्य शुरू करना उचित नहीं होगा। ये गतिविधियां आपको अधिक परेशानियों में डाल सकती हैं।

मीन राशि (Pisces):

  • दांपत्य सुख: आज के दिन दांपत्य जीवन में सुख और सहयोग की वृद्धि होगी। आपको अपने जीवनसाथी से पूरा सहयोग मिलेगा और उनके साथ संबंध मधुर रहेंगे।
  • पुत्र और पुत्री: संतान पक्ष से भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वे आपके कार्यों में मदद करेंगे और आपकी योजनाओं को सफल बनाने में सहायक होंगे।
  • कार्य स्थल: कार्यालय में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगी और आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। आप अपने काम को कुशलता से पूरा करेंगे।
  • व्यापार: व्यापार में लाभ की स्थिति रहेगी। आपको नए व्यापारिक अवसर मिल सकते हैं और आप इनसे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और आप शारीरिक रूप से खुद को फिट महसूस करेंगे।
  • नए कार्य: यदि आप कोई नया कार्य शुरू करना चाहते हैं, तो आज का दिन इसके लिए उपयुक्त है। आप इस समय अपने प्रयासों से सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

नए वस्त्र और आभूषण पहनने के प्रभाव:

जब भी आप भविष्य में इन वस्त्रों या आभूषणों को पहनेंगे या उपयोग करेंगे, तो आपको रोजगार, व्यवसाय, ज्ञान, शिक्षा, दीर्घकालिक प्रगति, सफलता, और उद्देश्य पूर्ति में लाभ मिलेगा।

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*सफलता के लिए, नक्षत्र कृत आज के अरिष्ट नाशक मंत्र

वेद मंत्र उत्तरा फाल्गुनी

ॐ दैव्या वद्धर्व्यू च आगत गवं रथेन सूर्य्यतव्चा।
मध्वा यज्ञ गवं समञ्जआयतं प्रत्नया यं वेनश्चित्रं देवा।
ॐ अर्यमणे नम:।

पौराणिक मंत्र:

संपूजयाम्य अर्पमणं फाल्गुनी तार देवताम्।
धुम्र वर्णं रथारुढं सुशक्ति कर संयुतम्।।

नक्षत्र देवता मंत्र :

ॐ अर्यम्ने नमः।

नक्षत्र मंत्र : ॐ उत्तरा फाल्गुनीभ्यां नमः।

अशुभ प्रभाव रोकने के लिए तिथi देवता का स्मरण

मन्त्र -ऐं ह्रीं श्रीं अम ऐं सा का ला ह्रीं नित्य क्लिंने मदाद्रवे सौंहम कामेश्वरी नित्य श्री पादुकाम पूजयामि तर्पयामि नमः।

-1आवला एवं इसके तेल.शेम्पू व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे ।

- नमक रहित भोजन प्रयोग करे ।

-आज सर  ( हेड )स्पर्श करने से सुखसफलता वृद्धि होगी .

आज कंठ या गले को स्पर्श करने से चिंता एबम कार्य प्रगति रुक सकती है .

कार्य के पूर्व  एवं घर से प्रस्थान पूर्व   -

अग्नि देव को नमन एवं हवन या अग्नि को घी अर्पित करे / घृत का हवन करे तो उस हवि से समस्त धान्य और धन की प्राप्ति होती है।

मन्त्र-ॐअग्निर्देवाय नम:।

अमावस्या को भगवत गीता का 7 वां अध्याय पढ़ें।

 

Auspicious Tasks:

Good for health and land-related tasks, business start-ups, and family matters.

Effect of New Clothes: Brings success and prosperity.

Donate: Clothes, gold, and food.

  1. Priority: Tasks that lead to long-term success and stability. Using new clothes will lead to good business outcomes and health-related results.

Nakshatra Food: Milk, rice, and ghee.

Forbidden Food: Green vegetables, garlic, and onions.

 

                                          देवी पार्वती अन्नपूर्णा -

भोजन निर्माण एवं ग्रहण - अन्नपूर्णा मंत्र से धन-धान्य आभाव नहीं होता  है-

अन्नपूर्णे सदा पूर्णे शंकर प्राण वल्लभे ।

ज्ञान वैराग्य-सिद्ध्‌यर्थं भिक्षां देहिं च पार्वति ।।

 माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वरः।

 बान्धवाः शिव भक्ताश्च स्वदेशो भुवन त्रयम्‌ ।।धन धान्य अन्न  पूर्णेश्वरी।।

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घर से निकलते समय:

  • गच्छ गौतम! शीघ्रं त्वं, ग्रामेषु नगरेषु च।
  • असनं वसनं चैव, ताम्बूलं तत्र कल्पय।।

भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन:

  • रविवार को ताम्बूल, घी।
  • सोमवार को खीर, जल एवं तिलक लगाकर।
  • मंगलवार को गुड़ खाकर निकलना चाहिए।
  • बुधवार को धनिया और तिल, राइ खाकर निकलना चाहिए।
  • गुरुवार को दही, शकर खाकर घर से निकलना चाहिए।
  • शुक्रवार को जौ खाकर निकलें।

मंत्र:

  • राम लक्ष्मणौ सीता च सुग्रीवों हनुमान कपि।
  • पञ्चैतान स्मरतौ नित्यं महाबाधा प्रमुच्यते।

-       हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥

-       (विजय,सफलता पूर्वक वापसी घरके लिए )भोज्य वस्तु या उससे बने व्यंजन ...क्या खाना चाहिए?

-        रविवार को ताम्बूल,घी, सोम को खीर,जल एवं तिलक लगाकर.

-       मंगलवार के दिन - गुड़ खाकर निकलना चाहिए।

-       बुधवार - धनिया और तिल ,राइ खाकर निकलना चाहिए।

-       गुरुवार को - दही  शकर,खाकर घर से निकलना चाहिए।

-       शुक्रवार को - जौ खाकर निकलें।

 मंत्र-

राम लक्ष्मणौ सीता च सुग्रीवों हनुमान कपि।

पञ्चैतान स्मरतौ नित्यं महाबाधा प्रमुच्यते।।

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कुंडली मिलान विशेषज्ञता

1.      नाड़ी दोष: कुल 5 नाड़ियाँ होती हैं।

2.      नक्षत्र: 13 नक्षत्र ऐसे होते हैं जिनमें नाड़ी दोष नहीं होता।

3.      मंगल दोष: 35 से अधिक अपवाद नियम होते हैं।

4.      नवांश D-9: 5 नाड़ी, 9 ग्रहों एवं लग्न राशि, नक्षत्र के चार चरणों से मिलान।

5.      विशेषताएँ: 30 विशेषताओं पर विचार किया जाता है, जबकि प्रचलित अष्टकूट केवल 8 विशेषताओं पर विचार करता है।

संभावित विवाहित जीवन के परिणाम:
प्रिंटेबल 6 से 10 पृष्ठ, अन्यत्र दुर्लभ।

संपर्क करें:
Email: jyotish9999@gmail.com
Phone: 9424446706
Location: Sun City, Bangalore


 

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संतान को विकलांगता, अल्पायु से बचाइए श्राद्ध - पितरों से वरदान लीजिये पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी jyotish9999@gmail.com , 9424446706   श्राद्ध : जानने  योग्य   महत्वपूर्ण तथ्य -कब,क्यों श्राद्ध करे?  श्राद्ध से जुड़े हर सवाल का जवाब | पितृ दोष शांति? राहू, सर्प दोष शांति? श्रद्धा से श्राद्ध करिए  श्राद्ध कब करे? किसको भोजन हेतु बुलाएँ? पितृ दोष, राहू, सर्प दोष शांति? तर्पण? श्राद्ध क्या है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध नहीं करने के कुपरिणाम क्या संभावित है? श्राद्ध की प्रक्रिया जटिल एवं सबके सामर्थ्य की नहीं है, कोई उपाय ? श्राद्ध कब से प्रारंभ होता है ? प्रथम श्राद्ध किसका होता है ? श्राद्ध, कृष्ण पक्ष में ही क्यों किया जाता है श्राद्ध किन२ शहरों में  किया जा सकता है ? क्या गया श्राद्ध सर्वोपरि है ? तिथि अमावस्या क्या है ?श्राद्द कार्य ,में इसका महत्व क्यों? कितने प्रकार के   श्राद्ध होते   हैं वर्ष में   कितने अवसर श्राद्ध के होते हैं? कब  श्राद्ध किया जाना...

गणेश विसृजन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि

28 सितंबर गणेश विसर्जन मुहूर्त आवश्यक मन्त्र एवं विधि किसी भी कार्य को पूर्णता प्रदान करने के लिए जिस प्रकार उसका प्रारंभ किया जाता है समापन भी किया जाना उद्देश्य होता है। गणेश जी की स्थापना पार्थिव पार्थिव (मिटटीएवं जल   तत्व निर्मित)     स्वरूप में करने के पश्चात दिनांक 23 को उस पार्थिव स्वरूप का विसर्जन किया जाना ज्योतिष के आधार पर सुयोग है। किसी कार्य करने के पश्चात उसके परिणाम शुभ , सुखद , हर्षद एवं सफलता प्रदायक हो यह एक सामान्य उद्देश्य होता है।किसी भी प्रकार की बाधा व्यवधान या अनिश्ट ना हो। ज्योतिष के आधार पर लग्न को श्रेष्ठता प्रदान की गई है | होरा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ माना गया है।     गणेश जी का संबंध बुधवार दिन अथवा बुद्धि से ज्ञान से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों प्रतियोगियों एवं बुद्धि एवं ज्ञान में रूचि है , ऐसे लोगों के लिए बुध की होरा श्रेष्ठ होगी तथा उच्च पद , गरिमा , गुरुता , बड़प्पन , ज्ञान , निर्णय दक्षता में वृद्धि के लिए गुरु की हो रहा श्रेष्ठ होगी | इसके साथ ही जल में विसर्जन कार्य होता है अतः चंद्र की होरा सामा...

गणेश भगवान - पूजा मंत्र, आरती एवं विधि

सिद्धिविनायक विघ्नेश्वर गणेश भगवान की आरती। आरती  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।  माता जा की पार्वती ,पिता महादेवा । एकदंत दयावंत चार भुजा धारी।   मस्तक सिंदूर सोहे मूसे की सवारी | जय गणेश जय गणेश देवा।  अंधन को आँख  देत, कोढ़िन को काया । बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया । जय गणेश जय गणेश देवा।   हार चढ़े फूल चढ़े ओर चढ़े मेवा । लड्डूअन का  भोग लगे संत करें सेवा।   जय गणेश जय गणेश देवा।   दीनन की लाज रखो ,शम्भू पत्र वारो।   मनोरथ को पूरा करो।  जाए बलिहारी।   जय गणेश जय गणेश देवा। आहुति मंत्र -  ॐ अंगारकाय नमः श्री 108 आहूतियां देना विशेष शुभ होता है इसमें शुद्ध घी ही दुर्वा एवं काले तिल का विशेष महत्व है। अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री-      मंत्र ओम महोत काय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्। गणेश पूजन की सामग्री एक चौकिया पाटे  का प्रयोग करें । लाल वस्त्र या नारंगी वस्त्र उसपर बिछाएं। चावलों से 8पत्ती वाला कमल पुष्प स्वरूप बनाएं। गणेश पूजा में नार...

श्राद्ध रहस्य - श्राद्ध क्यों करे ? कब श्राद्ध नहीं करे ? पिंड रहित श्राद्ध ?

श्राद्ध रहस्य - क्यों करे , न करे ? पिंड रहित , महालय ? किसी भी कर्म का पूर्ण फल विधि सहित करने पर ही मिलता है | * श्राद्ध में गाय का ही दूध प्रयोग करे |( विष्णु पुराण ) | श्राद्ध भोजन में तिल अवश्य प्रयोग करे | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि - श्राद्ध अपरिहार्य - अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष तक पितर अत्यंत अपेक्षा से कष्ट की   स्थिति में जल , तिल की अपनी संतान से , प्रतिदिन आशा रखते है | अन्यथा दुखी होकर श्राप देकर चले जाते हैं | श्राद्ध अपरिहार्य है क्योकि इसको नहीं करने से पीढ़ी दर पीढ़ी संतान मंद बुद्धि , दिव्यांगता .मानसिक रोग होते है | हेमाद्रि ग्रन्थ - आषाढ़ माह पूर्णिमा से /कन्या के सूर्य के समय एक दिन भी श्राद्ध कोई करता है तो , पितर एक वर्ष तक संतुष्ट/तृप्त रहते हैं | ( भद्र कृष्ण दूज को भरणी नक्षत्र , तृतीया को कृत्तिका नक्षत्र   या षष्ठी को रोहणी नक्षत्र या व्यतिपात मंगलवार को हो ये पिता को प्रिय योग है इस दिन व्रत , सूर्य पूजा , गौ दान गौ -दान श्रेष्ठ | - श्राद्ध का गया तुल्य फल- पितृपक्ष में मघा सूर्य की अष्टमी य त्रयोदशी को मघा नक्षत्र पर चंद्र ...

विवाह बाधा और परीक्षा में सफलता के लिए दुर्गा पूजा

विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन कर...

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश ...