ज्योतिष शिरोमणि - पण्डित वी के तिवारी ( 9424446706, jyotish9999@gmail.com) ज्योतिष उपाधि : वाचस्पति , भूषण , महर्षि , शिरोमणि , मनीषी , रत्नाकर , मार्तण्ड , महर्षि वेदव्यास विशेषज्ञता :( 1976 से अब तक) वास्तु , जन्म कुण्डली , मुहूर्त , रत्न परामर्श , हस्तरेखा , पंचांग संपादक | शुभ विवाह मुहूर्त : दांपत्य सुख का वरदान | विवाह के लिए कुंडली मिलान के अतिरिक्त शुभ विवाह मुहूर्त का भी बहुत महत्व होता है । कोई कार्य यदि अशुभ समय किया जाता है तो , उसके सुपरिणाम मिलना संदिग्ध होते हैं । इसलिए मुहूर्त का सर्वाधिक विशेष महत्व है , क्योंकि यदि कोई कार्य गलत समय पर किया गया तोउसमें विभिन्न प्रकार की विघ्न बाधाएं एवं परेशानियां आना सामान्य बात है। प्रारब्ध या परंपरा दांपत्य जीवन के प्रमुख कारक हें | विवाह पूर्व कुंडली मिलान एवं शुभ बेला मे ब्रह्म विवाह या वेदिक विधि से विवाह , दाम्पत्य जीवन पर प्रारब्ध की काली छाया को कम करने मे , अहम भूमिका विवाह शुभ मुहूर्त एवं कुंडली से कडली मिलान (केवल जन्म नक्षत्र से मिलान अपूर्ण विधि ) वर की राशि के अनुसार ,( प्रत्येक वर