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नाम से जानिए-नए कार्य ,वर्जित-अवधि 2020 कब किस माह आपका नाम अशुभ प्रभाव देगा

                      
(अशुभ)शुभारंभ 2020 मे कब नहीं करे (व्यकित,,संस्था,शहर,कंपनी)    
किस नाम वाले व्यक्ति,(  नाम के प्रथम अक्षर अनुसार)  के लिए कौनसी समय अवधि अशुभ ,त्याज्य या वर्जित  है,उसका विवरण( यात्राविवाहनए कार्य आदि वर्जित) प्रस्तुत है
(Vaastu Palmist,Horo, Since 1972,) 9424446706 jyotish9999@gmail.com

 Jaipur-1976,1986;Delhi-1980,1987;
Pune-1983,Kanpur-1987;Brahmpuri-1991;
Bhopal-19-78,80,83,84,88,90;

1- व्यक्ति  नाम -  कार्य मुहूर्त वर्जित समय अबधि क्या? शेष  अवधि सफलता,विजय,शुभ,शुव्द मुहूर्त के अनुसार |
2-
किस  स्थान ,संस्थान,कंपनी के लिए अशुभ समय अवधि 2020 में?
3-
मुहूर्त-सामान्य रूप से इस वर्ष आर्द्रा, मृगशिरा,उत्तराषाढा,मूल, पूर्वाषाढा नक्षत्र पर चन्द्रमा होने पर कोई शुभ कार्य शुभारम्भ उपयोगी होना संदिग्ध है।
नाम का जीवन पर बहुत व्यापक प्रभाव होता है  ज्योतिष के आधार पर स्थान अर्थात नदी, देश शहर, कंपनी, संस्थान पर भी  शुभ अशुभ प्रभाव होते हैं ।
      
यह सत्य है कि जन्म समय मैं चंद्रमा के आधार पर जो नक्षत्र और उसका जो चरण होता है, वहअधिक महत्वपूर्ण होता है।
      
अधि संख्य वर्ग को अपना   जन्म नक्षत्र एवं उसका चरण ज्ञात नहीं होता.
      
किस नाम वाले व्यक्ति,(  नाम के प्रथम अक्षर अनुसार)  के लिए कौनसी समय अवधि अशुभ ,त्याज्य या वर्जित  है,उसका विवरण( यात्रा, विवाह, नए कार्य आदि वर्जित) प्रस्तुत है(चरण के आधार पर 4दिन तक अवधि कम की जा सकती है)-
आपके नाम का प्रथम अक्षर-        वर्जित दिन अवधि (असफलता,अपयश)
कु, , छ-                                   29 दिसंबर से 11 जनवरी ;
वे, वो  ,का ,की -             11 जनवरी से 24 जनवरी;
,,,उ -                             24 जनवरी से 6 फरवरी;
तू,ते, तो-                                   19 फरवरी से 4 मार्च :
पे,पो,,री-                                 4 मार्च- 17 मार्च;
पु,पो,, ठा-                               17 से से 31 मार्च ;
दे ,दो ,चा,ची -                        31 मार्च से 14 अप्रैल ;
मो,टा ,टी,टू -                           14 अप्रैल से 27 अप्रैल ;
,मि,में,मु-                              27अप्रेल-11 मई;
खे, खो,-                                  11 मई से 25 मई;
जी खा-                                    25 मई से 8 जून;
भे, भो,ज-                                  8-22जून;
भू,,,ढा-                                22 जून-6जुलाई;
ये, यो,,भी-                            6 से 20 जुलाई;
नो,,यि, यू-                          20 जुलाई-3 अगस्त;
,नि, नी, नु, नो, ने-        3अगस्त-17अगस्त;
ली,लो-                                 17-31अगस्त;
चु,चे, चो,, ला-                       31अगस्त-13सितम्बर;
दे,दो,,ची-                          13-27सितम्बर;
दु,, ,-                              27 सितम्बर से 11 अक्टू;
से,श*सो,सो,, दी-             11-24अक्टूबर;
गो,, सी, सु शि,-               24 अक्टूबर-6नवम्बर;
,गे, गी,गु-                     6से20नवम्बर;
डी, -डे,डो-                         24नवम्बर से29दिसम्बर;
         नाम के प्रथम अक्षर से जानिए, महत्वपूर्ण कार्य के लिए संदिग्ध सफलता या विघ्न बाधा वाला समय-

  वर्ष 2020 में ग्रह गोचर के अनुसार  कष्ट बाधा के समय,विशेष रूप से शहर,संस्थान,कंपनी,प्रदेश के लिए घटना,परिवर्तन या प्रतिकूल अवधि निम्नानुसार होगी-अक्षर से प्रारंभ नाम वालो के लिए
*22
अप्रेल तक-भू, ,,ढा;
*22
अप्रेल से वर्ष अंत तक-भे,भो,ज।
*पूर्ण 2020-
वे,वो,,की,
19
जन-8फरवरी-हु,है,हो,डा;
8
फरवरी से 27फरवरी-के,को,,ही
27
फर-17 मार्च-कु,,;
17
मार्च-2अप्रेल-वे,वो,, की;
2-25
अप्रेल-आ,,,;
25
अप्रेल-14मई- ती, तो।
14
मई-8जून- रु,रे,रो,त।
8
जून-24 जून- पे,पो,,री।
24
जून-17 जुलाई-पु,ठा।
17
जुलाई-16अगस्त तथा 4 अक्टूबर से 24 दिसम्बर--टे, टो, ,पी।
16
अगस्त-4अक्टूबर-मो,, टी, टू।

       
स वर्ष  सर्वाधिक अशुभ स्थिति आर्द्रा, मृगशिरा,उत्तराषाढा नक्षत्र में जन्म वालो के लिए (कु,,,वे,वो,,की,भे,भो,ज*अक्षर से प्रारंभ स्थान/क्षेत्र में घटना आधिक्य संभव है।)
जन्म कुंडली के आधार पर उपाय उचित। दशा,जन्म नक्षत्र, षोडश वर्ग,आदि के अनुरूप अशुभ प्रभाव अल्प होंगे। यात्रा ,रोग ,हानि का विचार एवं जोखिम से दूर रहना उपयोगी सिद्ध होगा।
   *
दान,पूजा,सुकर्मादि के साथ यात्रा या नए कार्य की जोखिम लेने के लिए वर्जना।
सूर्य पूजा, नवग्रह मंत्र, |


  पंडित विजेंद्र कुमार तिवारी
9424446706







      
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