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23 सित, राशि-भविष्य एवं उपाय (वैदिक,पौराणिक एवं जैन मन्त्र सहित ) Articles that help you prioritize work today

 

 


 (हवन एवं रूद्र अभिषेक मुहूर्त लेख के अंतिम भाग में अवलोकनार्थ सुलभ )

विक्रम संवत- 2079, -सूर्य दक्षिणायण,चातुर्मास;

अश्वनी कृष्ण पक्ष

तिथि -त्रयोदशी, नक्षत्र-मघा, चंद्र- सिंह राशि

कार्य का शुभ समय- * योग  ,

व्रत,पर्व- ---शिव पूजा ,प्रदोष व्रत .

श्राद्ध त्रयोदशी तिथि का ,

 जन्म राशी शुभ होने पर  किये जाने वाले कार्य-

अनुष्ठान,पूजा,दान,निर्णय,महत्वपूर्ण प्रपत्र पर हस्ताक्षर ,मीटिंग,

,मंत्रणा,जन सम्पर्क, चिकित्सा, जोखिम कार्य.आवेदन,लेख प्रारंभ आदि

12 राशी भविष्य- कार्य योजना परामर्श)

दैनिक राशिफल (Daily Horoscope)

कन्या,,मकर,वृष –,- राशी के लिए सुख बाधक .

Aries मेष राशि चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

आज का दिन किसी भी प्रकार का जोखिम लेने के लिए उचित नहीं है। व्यवहार में अतिरिक्त कुशलता की आवश्यकता है। परिवार एवं मित्रों या कार्यालय में अधिकारियों से मतभेद या विरोध की स्थिति बन सकती है। अनपेक्षित अपमान की स्थिति से बचना उचित होगा। प्रत्येक क्षेत्र अतिरिक्त प्रयास के उपरांत ही सफल हो सकता है। समय को देखते हुए किसी भी प्रकार अति उत्साह से दूर रहना उचित होगा।

Taurus वृष राशि , , , , वा, वी, वू, वे, वो.

आज के दिन अप्रिय स्थितियों की स्थिति रहेगी। प्रत्येक कार्य को सूझबूझ के बाद अथवा सोचने विचारने के उपरांत ही करना उचित होगा। आर्थिक सामाजिक एवं राजनीतिक तीनों स्तर पर मन के अनुकूल कार्य नहीं हो सकेंगे। धार्मिक आध्यात्मिक एवं दान आदि के कार्य में रुचि बढ़ सकती है। बाधाएं कम हो सकती हैं ।

Gemini मिथुन राशि का, की, कू, , , , के, को, ह.

पद प्रतिष्ठा का प्रयोग एवं सुख उपभोग होगा। परिवार के बड़ो व कार्यालय में उच्च अधिकारियों से पूर्ण कृपा प्राप्त होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। मांगलिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी ।प्रशंसा एवं ख्याति के सुयोग हैं। हाथ में लिए हुए कार्य पूर्ण होंगे।  नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। यशबढ़ेगा।

Cancer कर्क राशि -ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

यात्रा एवं खर्च के अनायास योग बनेंगे। कार्य परिश्रम से ही पूर्ण होंगे। कार्यालय में कार्य की अधिकता रहेगी। कठिनाइयां बढ़ सकती हैं। स्वास्थ्य बाधा संभव है। राजनीति के क्षेत्र में कष्ट होगा। सामान्य तौर पर लोगों का व्यवहार सहयोगी या मित्रता पूर्ण नहीं रहेगा। विशेष - यात्रा एवं नए कार्य हाथ में नहीं ले।

Leo सिंह राशि मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

सौभाग्य, सुख व सम्मान इस अवधि की विशेषता है। आपके व आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने सुयोग है। जीवन में सुख शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा। भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील न बन जाएं। आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति होगी। कार्य में उन्नति भी हो सकती है। विशेष - यात्रा एवं नए कार्य हाथ में नहीं ले।

Virgo कन्या राशि- टो, , पी, पू, , , , पे, पो.

शारीरिक रुप से आप स्वास्थ्य में गिरावट महसूस करेंगे। मानसिक रुप से असंतोष अनुभव करेंगे। आपको भोजन भी इतना रुचिकर नहीं लगेगा। दिन में असंतोष सा रहेगा। मन में उदारता एवं दया भावना की कमी होगी। अनपेक्षित स्थिति से क्रोध एवं विवाद की स्थिति बन सकती है। आकस्मिक अप्रिय स्थिति निर्मित होगी। महत्वपूर्ण कार्यों को टालना उचित होगा। खर्च बढ़ेगा। दैनिक कार्य सरलता से पूर्ण होंगे।

Libra तुला राशि रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

विपरीत स्थितियों पर नियंत्रण स्थापित होगा। शत्रु पराजित होंगे। आपका मनोबल एवं आत्मविश्वास आपको यश एवं सफलता प्रदान करेगा। स्थाई संपत्ति एवं लाभ की स्थिति उत्तम है। परिवार के छोटों से या संतान सुखपूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। विवाद केस भी मामलों में अथवा इंटरव्यू परीक्षा में सफलता के अच्छे योग हैं।

Scorpio वृश्चिक राशि तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

अच्छे लोगों से परिचय होगा कार्यों में सफलता मिलेगी। पद प्रतिष्ठा के अच्छे अवसर हैं। विद्या के क्षेत्र में यश पड़ेगा सफलता मिलेगी। राजनीति में गौरव तथा यश बढ़ेगा मित्र वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। शासन या राज्य मैं आपके कार्य प्रगति पर रहेंगे। सज्जन वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा व्यापार में प्रगति होगी। समय का भरपूर उपयोग करने का सुझाव दिया जाता है। विशेष - यात्रा एवं नए कार्य हाथ में नहीं ले।

Sagittarius धनु राशि ये, यो, , भी, भू, , , , भे.

अच्छे लोगों से परिचय होगा कार्यों में सफलता मिलेगी। पद प्रतिष्ठा के अच्छे अवसर हैं। विद्या के क्षेत्र में यश पड़ेगा सफलता मिलेगी। राजनीति में गौरव तथा यश बढ़ेगा मित्र वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। शासन या राज्य मैं आपके कार्य प्रगति पर रहेंगे। सज्जन वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा व्यापार में प्रगति होगी। समय का भरपूर उपयोग करने का सुझाव दिया जाता है। विशेष - यात्रा एवं नए कार्य हाथ में नहीं ले।

Capricorn मकर राशि भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी.

आपके कार्यों की सफलता संदिग्ध है। विरोध, मतभेद, विवाद की स्थिति बन सकती है। राजनीति में छल की संभावना है। विश्वास के परिणाम प्रतिकूल होंगे। दांपत्य साथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी। शारीरिक एवं मानसिक कष्ट की स्थिति से बचने के लिए, किसी भी कार्य को करने में शीघ्रता नहीं बरतें। बाजार के काम, परामर्श देना, यात्रा, नए कार्य प्रारंभ करना उचित नही

Aquarius कुंभ राशि गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

सकारात्मक परिस्थितियों का दिन है। यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। अटका हुआ पैसा पुन: प्राप्त हो सकता है। आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी। प्रेम संबंध सुख या नए मित्र हेतु यह दिन अनुकूल है। दाम्पत्य जीवन में सुख समन्वय रहेगा। आपको आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे। संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

Pisces मीन राशि -दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची.

विजयश्री आपके साथ होगी। मनोबल  उत्तम रहेगा। राजनीति एवं जनसम्पर्क से लाभ सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य बाधा का योग रहेगा। राजनीति में विरोधी पराजित होंगे। आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। आपके द्वारा किये  गए कार्य यश दिलवाएंगे। धन के क्षेत्र में अनुकूल स्थितियां बनेंगी। सफलता के योग अच्छे हैं।

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दिन का भविष्य जानने की विधि-

(नाम एवं जन्म राशी दोनों का प्रभाव होता है)

1प्रचलित नाम एवं जन्म राशी के भविष्य को पढ़िए ,यदि दोनों उत्तम तो दिन श्रेष्ठ सफल व्यतीत होगा 

-नाम से भविष्य फल उत्तम तो व्यवहार ,यात्रा आदि में सफलता ।

- नाम से अशुभ होने पर,यात्रा,गृह,प्रवेश,व्यवहारिक-कार्य,ज्वाइनिंग,आवेदन,परामर्श देना,जोखिम,विवाद हितकर नहीं होगा l

-       नाम के  प्रथम  अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन व्यय,व्यस्तता ,विवाद या सुख बाधक सिद्ध हो सकता है –

-प,ठ,इ,उ,ओ,व,ब,ज,ख,ग,ए शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l

- For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenditure, busyness, dispute or happiness.

-P,TH,E,O,U,V,B,J Kh. Rest all names will be good for alphabets.

-It may be beneficial for the people of Leo, Aries, and Sagittarius to take measures

-----------------------------------उपाय---------------------------

दिन के ग्रह दान एवं मंत्र–

रविवार -सुख,सौभाग्य वृद्धिके लिए – कुंडली में,दशा –अन्तर्दशा में होने पर,अशुभ भाव में होने पर   दोष के  अनिष्ट नाश हेतु अथवा सूर्य ग्रह की प्रसन्नता / कृपा के लिए उपाय –

किसी भी मन्त्र के अंत में अवश्य कहे-

*सर्व सिद्धिम,सफलताम च सर्व वान्छाम पूरय पूरय में नम: / स्वाहा ।

स्नान जल मे कनेर पुष्प ,केसर,खस.इलायची मिला कर स्नान करे ।

-सूर्य देव को जल अर्पण करे ।मंत्र -खखोलकाय नमः ।

-  बाधा मुक्ति के लिए दान-गुड,लाल,वस्त्र,पुष्पतांबा नारंगी वस्तु,लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प ।

दान -लाल गाय ,सूर्य मंदिर10 वर्ष तक के बच्चे,विष्णु,कृष्ण मंदिर मे  दे सकते है।।

3- दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं–

–रसाल,आम,घी,पान मे से कोई भी पदार्थ ।

सफलता के लिए –ओम सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि

तन्नो सूर्यः प्रचोदयात् ।।आपो ज्योति रस अमृतम ।परो रजसे सावादोंम ।

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ॥

जैन मंत्र-

’ ऊँ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रहारिष्ट निवारक। श्री पद्म प्रभु जिनेन्द्राय नमः सर्वशांतिं कुरू कुरू स्वाहा।

मम (अपना नाम) दुष्टग्रहरोगकष्टनिवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।

1-    ग्रहाणामा आदिरात्यो लोक रक्षण कारक:।

विषम स्थान सम्भूतां पीडां हरतु मे रवि: ।।

ग्रहों में प्रथम परिगणितअदिति के पुत्र तथा विश्व की रक्षा करने वाले,

 भगवान सूर्य विषम स्थानजनित मेरी पीड़ा का हरण करें ।। ब्रह्माण्डपुराण

2- ॐ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च। हिरण्ययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन् (यजु. 33। 4334। 31)

नक्षत्र मंत्र -

ॐ पितृभ्य: स्वधायिभ्य स्वाधानम: पितामहेभ्य: स्वधायिभ्य: स्वधानम:।
प्रपितामहेभ्य स्वधायिभ्य स्वधानम: अक्षन्न पितरोSमीमदन्त:
पितरोतितृपन्त पितर:शुन्धव्म। ॐ पितरेभ्ये नम: ।

पौराणिक मंत्र :

पितरः पिण्डह्स्ताश्च कृशाधूम्रा पवित्रिणःl
कुशलं द्घुरअस्माकं मघा नक्षत्र देवताःll

नक्षत्र देवता मंत्र : ॐ पितृभ्यो नमःlपित्रेभ्य नमः। अलौकिक सुख।पितृ शाप से सुरक्षा।

नक्षत्र मंत्र : ॐ मघायै नमः।

 

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दिन का भविष्य जानने की विधि-

(नाम एवं जन्म राशी दोनों का प्रभाव होता है)

1अपने प्रचलित नाम एवं जन्म राशी के भविष्य को पढ़िए ,यदि दोनों उत्तम तो दिन श्रेष्ठ सफल व्यतीत होगा 

- नाम से अशुभ होने पर-यात्रा,गृह,प्रवेश,व्यवहारिक-कार्य,ज्वाइनिंग,आवेदन,परामर्श देना,जोखिम,विवाद हितकर नहीं l

-      नाम के  प्रथम  अक्षर,(व्यक्ति,कम्पनी,स्थान ,संसथान )के लिए दिन बाधक सिद्ध हो सकता है

-     -ये यो भ,भी भू ध,,,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो अ शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l कर्क,वृश्चिक,मीन  रशिवालो को बाधा नाश के लिए तिथि दोष के उपाय चाहिये ।

- For those with the first letter of the name (name of person, thing, company, place), the day can prove to be a hindrance to expenses, busyness, disputes, or happiness.- Yo, Bh, F, Dh, M, T, Chu, Cho, la, Lu and Rest all names will be good for alphabets.

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1रूद्र अभिषेक-(संध्या उपरांत पूजा श्रेष्ठ)

स्वयंभू ,ज्योतिर्लिंग एवं नर्मदेश्वर शिवलिंग के अभिषेक की वर्जना नहीं

अन्य शिवलिंग  का अभिषेक मुहूर्त –नहीं,अशुभ प्रभाव .

2 हवन ,यज्ञ प्रारंभ मुहूर्त (दुर्गा जी हवन का नियम पृथक है  )

(पूजा के उपरांत ,हवंन की परम्परा उचित परन्तु बिना मुहूर्त के हवन नहीं करना चाहिये, अशुभ प्रभाव भी होते है ).

मुहूर्त नहीं है ,.

 

- यात्रारंभ में ‘रवि को ताम्बूल, सोम को दर्पण, मंगल गुड़+धनिया चर्वण, बुध मिठाई गुरु को राई, शुक्र दही, शनि को बायबिडिंग,+काले तिल प्रयोग -विजय,सफलता पूर्वक वापसी घर.

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By renowned astrologer VK Tiwari – (since 1972) – Vastu, Horoscope, Palmistry, Numerology.

(Many honorary degrees from 1976-1990) (85+ebooks,3 books+poems-published, aired; Navneet Hindi Digest - Bharatiya Vidya Bhavan Mumbai - Bhavishya Phal Monthly - 1980 to 2000)

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विवाह में विलंब विवाह के लिए कात्यायनी पूजन । 10 oct - 18 oct विवाह में विलंब - षष्ठी - कात्यायनी पूजन । वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए - दुर्गतिहारणी मां कात्यायनी की शरण लीजिये | प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के समय , संकल्प में अपना नाम गोत्र स्थान बोलने के पश्चात् अपने विवाह की याचना , प्रार्थना कीजिये | वैवाहिक सुखद जीवन अथवा विवाह बिलम्ब   या बाधा को समाप्त करने के लिए प्रति दिन प्रातः सूर्योदय से प्रथम घंटे में या दोपहर ११ . ४० से १२ . ४० बजे के मध्य , कात्ययानी देवी का मन्त्र जाप करिये | १०८बार | उत्तर दिशा में मुँह हो , लाल वस्त्र हो जाप के समय | दीपक मौली या कलावे की वर्तिका हो | वर्तिका उत्तर दिशा की और हो | गाय का शुद्ध घी श्रेष्ठ अथवा तिल ( बाधा नाशक + महुआ ( सौभाग्य ) तैल मिला कर प्रयोग करे मां भागवती की कृपा से पूर्वजन्म जनितआपके दुर्योग एवं   व्यवधान समाप्त हो एवं   आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसी शुभ कामना सहित || षष्ठी के दिन विशेष रूप से कात्यायनी के मन्त्र का २८ आहुति / १०८ आहुति हवन करिये | चंद्रहासोज्

कलश पर नारियल रखने की शास्त्रोक्त विधि क्या है जानिए

हमे श्रद्धा विश्वास समर्पित प्रयास करने के बाद भी वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं , क्योकि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ कोटी का विज्ञान सम्मत है ।इसकी प्रक्रिया , विधि या तकनीक का पालन अनुसरण परमावश्यक है । नारियल का अधिकाधिक प्रयोग पुजा अर्चना मे होता है।नारियल रखने की विधि सुविधा की दृष्टि से प्रचलित होगई॥ मेरे ज्ञान  मे कलश मे उल्टा सीधा नारियल फसाकर रखने की विधि का प्रमाण अब तक नहीं आया | यदि कोई सुविज्ञ जानकारी रखते हो तो स्वागत है । नारियल को मोटा भाग पूजा करने वाले की ओर होना चाहिए। कलश पर नारियल रखने की प्रमाणिक विधि क्या है ? अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए , उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै प्राची मुखं वित्त्नाश्नाय , तस्माच्छुभम सम्मुख नारिकेलम अधोमुखम शत्रु विवर्धनाए कलश पर - नारियल का बड़ा हिस्सा नीचे मुख कर रखा जाए ( पतला हिस्सा पूछ वाला कलश के उपरी भाग पर रखा जाए ) तो उसे शत्रुओं की वृद्धि होती है * ( कार्य सफलता में बाधाएं आती है संघर्ष , अपयश , चिंता , हानि , सहज हैशत्रु या विरोधी तन , मन धन सर्व दृष्टि से घातक होते है ) उर्ध्वस्य वक्त्रं बहुरोग वृद्ध्यै कलश पर -