26 अगस्त -यजुर्वेदीय -रक्षा
बंधन (उपाक्रम)
(ॐ शुक्रायदेवाय
नमः-यजुर्वेद देव )
(गायत्री
जयंती,हायग्रीव जयंती)
दिन
रविवार-शुभ कार्य –अभिषेक,तिलक लगाना ,ॐ विश्ण्वे नमः ,
पूर्णिमा
तिथि-17.25 बजे तक ॐचन्द्र्मसे नमः ,(प्रतिपदा तिथि कार्य-ॐ अग्निर्देवाय नमः |पंचक समग्र दिन ;
धनिष्ठा
नक्षत्र-12.35 तक–कार्य-तिलक लगाना ,सम्मान करना ;(12.36 दोपहर से -शतभीषा प्रारम्भ)
श्रेष्ठ रक्षा बंधन समय –
शुभ होरा,लग्न,एक
घटी -
(समस्त दोष तिथि,नक्षत्र , लग्न एवं दिन अशुभ समय जैसे- काल,कंटक,कुलीक,यमघंट,राहुकाल,गुलिक काल,आदि से विमुक्त समय;नोट- चौघड़िया कालस्थूल है एवं इसका प्रयोग केवल यात्रा के लिए प्रशस्त अन्य काम के लिए प्रयोग अशुद्ध अनुचित है | )
सभी दोषो से मुक्त श्रेष्ठ रक्षा बंधन समय –
07.36-10.00, 15.36-04.24
(समस्त दोष तिथि,नक्षत्र , लग्न एवं दिन अशुभ समय जैसे- काल,कंटक,कुलीक,यमघंट,राहुकाल,गुलिक काल,आदि से विमुक्त समय;नोट- चौघड़िया कालस्थूल है एवं इसका प्रयोग केवल यात्रा के लिए प्रशस्त अन्य काम के लिए प्रयोग अशुद्ध अनुचित है | )
सभी दोषो से मुक्त श्रेष्ठ रक्षा बंधन समय –
07.36-10.00, 15.36-04.24
ü श्रेष्ठ लग्न (आवश्यक स्थिति मे-09.49-4.25 तक शुभ लग्न )
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