दिनांक दीप प्रज्वलन
2017 दिन - समय
17 अक्टूबर मंगलवार हवन 07ः30-08ः00;
ज्ञान 21ः32-22ः00 ; 19ः32-20ः00; सौभाग्य भौतिक सुख 19ः32-20ः00 ; 22ः32-21ः00
18 अक्टूबर बुधवार
06ः12-6ः48;
ज्ञान 20ः32-21ः00 06ः 3.10-07ः00; 20ः32-09ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 12ः40-13ः00;
19 अक्टूबर गुरूवार
हवन 11ः33-12ः00; 18ः32-19ः00
ज्ञान 06ः21-06ः48;
सौभाग्य भौतिक सुख 20ः32-21ः00 23ः32-24ः00
20 अक्टूबर शुक्रवार
हवन 08ः32-09ः00;
ज्ञान 17ः33-18ः00; 23ः56-01ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 06ः18-07ः00; 20ः30-20ः23
21 अक्टूबर शनिवार
हवन 11ः25-19ः00ः
07ः40-08ः00; 16ः35-17ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 10ः35-11ः00; 17ः35-18ः00
22 अक्टूबर रविवार
हवन 11ः35-12ः00; 18ः35-19ः00 0
ज्ञान 7ः35-08ः00; 16ः35-17ः00
गायत्री मंत्र अंग न्यास
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः।
ऊँ देव्यब्रह्माण्यै विùहे महाषक्त्यै च धीमहि। तन्न्ाो देवी प्रचोदयात्
ऊँ देव्याब्रह्माण्यै हृदयाय नमः।।1।।
ऊँ विùहे षिरसे स्वाहा ।।2।।
ऊँ महाषक्त्यै च षिखायै वषट्।।3।।
ऊँ धीमहि कवचाय हुम्।।4।।
ऊँ तन्न्ाो देवी नेत्रत्रयाय वौषट्।।5।।
ऊँ प्रचोदयादस्त्राय फट्।
इसी प्रकार करन्यास भी करना चाहिये।
दीपक नमस्कार मंत्र
दीप ज्योति पर ब्रह्म, दीप ज्योति जनार्दनाः ।
दीपो हरतु पापम, संध्या दीप नमोस्तुतेः ।
शुभं करोति कलयाणं, आरोग्य सुख संपदामः ।
शत्रु बुद्धि विनाशाय, मम् सर्व बाधा हरणम ं,
च दीप ज्योति नमोस्तुतेः ।
वी.के.तिवारी
2017 दिन - समय
17 अक्टूबर मंगलवार हवन 07ः30-08ः00;
ज्ञान 21ः32-22ः00 ; 19ः32-20ः00; सौभाग्य भौतिक सुख 19ः32-20ः00 ; 22ः32-21ः00
18 अक्टूबर बुधवार
06ः12-6ः48;
ज्ञान 20ः32-21ः00 06ः 3.10-07ः00; 20ः32-09ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 12ः40-13ः00;
19 अक्टूबर गुरूवार
हवन 11ः33-12ः00; 18ः32-19ः00
ज्ञान 06ः21-06ः48;
सौभाग्य भौतिक सुख 20ः32-21ः00 23ः32-24ः00
20 अक्टूबर शुक्रवार
हवन 08ः32-09ः00;
ज्ञान 17ः33-18ः00; 23ः56-01ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 06ः18-07ः00; 20ः30-20ः23
21 अक्टूबर शनिवार
हवन 11ः25-19ः00ः
07ः40-08ः00; 16ः35-17ः00
सौभाग्य भौतिक सुख 10ः35-11ः00; 17ः35-18ः00
22 अक्टूबर रविवार
हवन 11ः35-12ः00; 18ः35-19ः00 0
ज्ञान 7ः35-08ः00; 16ः35-17ः00
गायत्री मंत्र अंग न्यास
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः।
ऊँ देव्यब्रह्माण्यै विùहे महाषक्त्यै च धीमहि। तन्न्ाो देवी प्रचोदयात्
ऊँ देव्याब्रह्माण्यै हृदयाय नमः।।1।।
ऊँ विùहे षिरसे स्वाहा ।।2।।
ऊँ महाषक्त्यै च षिखायै वषट्।।3।।
ऊँ धीमहि कवचाय हुम्।।4।।
ऊँ तन्न्ाो देवी नेत्रत्रयाय वौषट्।।5।।
ऊँ प्रचोदयादस्त्राय फट्।
इसी प्रकार करन्यास भी करना चाहिये।
दीपक नमस्कार मंत्र
दीप ज्योति पर ब्रह्म, दीप ज्योति जनार्दनाः ।
दीपो हरतु पापम, संध्या दीप नमोस्तुतेः ।
शुभं करोति कलयाणं, आरोग्य सुख संपदामः ।
शत्रु बुद्धि विनाशाय, मम् सर्व बाधा हरणम ं,
च दीप ज्योति नमोस्तुतेः ।
वी.के.तिवारी
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