गणेश जी के निम्न मंत्र प्रतिदिन पढ़े -
सभी बाधाएं एवं दुःख दूर होंगे और सभी कार्यों में सफलता मिलेगी |
ज्ञानार्थ वाचकों गणेश य निर्वाण वाचका।
तयो रीशं परम ब्रम्ह गणेशम प्रणमाम्यहम्।।1
एक शब्द प्रधान अर्थो दंत् बल वाचक।
बलम प्रधानम सर्व अस्माक एक दंतम नमाम्यहं।।2
दीनार्थ वाच्को हेरम्ब श्च प्रणमाम्यहम्।
विपत्ति वाचको विघ्नो नायक खण्डन अर्थक:।।3
विपत खंडन कारकम नमामि विग्ं नायकं ।
विष्णू दततेशच नैवेद्यर्यास्य नैवेद्यर्यास्य लम्बोदर्ं च तं।।4
शूर्पा कारी च यत्कर्णौ विघ्न वारण कारणो ।
संपदौ ज्ञान रूपों चा शूर्प कर्णम नमाम्य्हम ।।5
विष्णू प्रसाद पुष्पम चा यन्मुर्घ्न्ंं मुनी दत्तकं।
तद गजेन्द्र वक्त्र्ं नमाम्यहं।।6
Regards
Jyotish Shiromani
Pt V.K Tiwari
9424446706
ज्ञानार्थ वाचकों गणेश य निर्वाण वाचका।
तयो रीशं परम ब्रम्ह गणेशम प्रणमाम्यहम्।।1
एक शब्द प्रधान अर्थो दंत् बल वाचक।
बलम प्रधानम सर्व अस्माक एक दंतम नमाम्यहं।।2
दीनार्थ वाच्को हेरम्ब श्च प्रणमाम्यहम्।
विपत्ति वाचको विघ्नो नायक खण्डन अर्थक:।।3
विपत खंडन कारकम नमामि विग्ं नायकं ।
विष्णू दततेशच नैवेद्यर्यास्य नैवेद्यर्यास्य लम्बोदर्ं च तं।।4
शूर्पा कारी च यत्कर्णौ विघ्न वारण कारणो ।
संपदौ ज्ञान रूपों चा शूर्प कर्णम नमाम्य्हम ।।5
विष्णू प्रसाद पुष्पम चा यन्मुर्घ्न्ंं मुनी दत्तकं।
तद गजेन्द्र वक्त्र्ं नमाम्यहं।।6
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