*बच्चों के नाम अक्षर के नियम*
नवांश चंद्र नक्षत्र के अक्षर पर श्रेष्ठ।
श्रेष्ठ नाम के नियम
1नाम सरल नही हो।
2देवताओं के नाम पर N हो
3 कठोर शब्द जैसे ड, ट, थ, ढ, ण, क्ष, त्र, ज्ञ, ख।
4 उच्च स्वर वाले एवम सभी अक्षर मात्रा युक्त हो। आ , ई, ऐ, छ, च, प, स, ब, व, त, ध, म, ल, श,
5 अक्षर की पुनरावृत्ति हो।
6 नाम में आधा अक्षर हो।
7 जितना बडा उतना श्रेष्ठ।
8 Boy के नाम का प्रथम अक्षर "न" नही होना चाहिए।
9Girl के नाम का प्रथम अक्षर "k" अक्षर पर नही होना चाहिए।
*विशेष*अक्षर के तत्व परस्पर विरोधी न हो।
जितने अधिक नियमों का अनुपालन नाम में होगा उतना सफल जीवन होगा।
व्यावहारिक रूप से कुंडली के दोषों का शमन भी होता है नाम से।
*कुंडली के दोषों को दूर कर सकता है, शुभ सफलता में वृद्धि कर सकता है नाम*
*नाम किस ग्रह पर
1नाम सरल नही हो।
2देवताओं के नाम पर न हो
3 कठोर शब्द जैसे ड, ट, थ, ढ, ण, क्ष, त्र, ज्ञ, ख।
4 उच्च स्वर वाले एवम सभी अक्षर मात्रा युक्त हो। आ , ई, ऐ, छ, च, प, स, ब, व, त, ध, म, ल, श,
5 अक्षर की पुनरावृत्ति हो।
6 नाम में आधा अक्षर हो।
7 जितना बडा उतना श्रेष्ठ।
8 Boy के नाम का प्रथम अक्षर "न" से होने पर सुख अभाव,दंपति सुख मे बाधा ,अदम्य साहस ,मनोबल, चाहिए।
9Girl के नाम का प्रथम अक्षर "k" अक्षर पर होने से फॅमिली लाइफ प्रोब्लेम चाहिए।
*विशेष*प्रथम अक्षर के तत्व परस्पर विरोधी न हो।
जितने अधिक नियमों का अनुपालन नाम में होगा उतना सफल जीवन होगा।
व्यावहारिक रूप से कुंडली के दोषों का शमन भी होता है नाम से।
*कुंडली के दोषों को दूर कर सकता है, शुभ सफलता में वृद्धि कर सकता है नाम*
*नाम किस ग्रह पर आधारित हो, जो जीवन को सफल बनाए*
आधारित हो, जो जीवन को सफल बनाए*
प्राचीन काल में गुरु या पुरोहित नामकरण करते थे।
1कुंडली
में जिस ग्रह के लाभ लेना है या
ग्रह को प्रबल करना है (नवांश कुंडली से
देख कर)उसके नक्षत्र चरण पर भी नाम जीवन को सफल बनाता है।
2चंद्रमा कुंडली में निर्बल हो तो चंद्र नक्षत्र अक्षर पर उचित नही।
3चंद्र या कोई भी ग्रह3,6,8,12 वे भाव में हो तो चंद्र नक्षत्र अक्षर पर उचित नही।
4 चंद्र के साथ राहु, केतु, बुध, शनि हो चंद्र नक्षत्र अक्षर पर नाम उचित नही।।
5चंद्र यदि लग्न का शत्रु हो तो चंद्र नक्षत्र अक्षर पर नाम उचित नही।
6 जन्म समय,चन्द्र की दशा हो एवम चंद्र 2,6,7,12,8 भाव का स्वामी हो चंद्र नक्षत्र अक्षर पर नाम उचित नही।
7
जन्म समय,चन्द्र की दशा हो एवम चंद्र 2,6,7,12,8 भावस्थ ग्रह के नक्षत्र
में हो तो भी चंद्र नक्षत्र के अक्षर पर नाम नहीं उचित नही।
8 जेमिनी के आत्म या अमात्य कारी ग्रह की स्थिति उक्त नियमों के परिपेक्ष्य में देख कर नाम अक्षर निर्धारित कर सकते हैं।
उक्त नियम अधोहस्ताक्षरीके अपने अनुसंधानात्मक 50 वर्ष के अनुभव के हैं।
सभी सदस्य जागरूक एवम प्रबुद्ध हैं या ज्ञान जिजीविषा उत्कट अभिलाषी हैं।
सुझाव ,संशोधन या कोई भ्रम हो तो स्वागत है।
नियम विश्लेषण, सिंहावलोकन, समीक्षा स्वागतेय।
*स्वीकर करना कतई आ वश्यक नही*
*हरि ॐ*
शुभम अस्तु।
(वी के तिवारी9424446706,jyotish 9999@Gmail.com)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें