घट स्थापना –मुहूर्त नियम
घट स्थापना एवं पूजा के नियम -
1-चैत्र शुक्ल पक्ष /आश्वनी कृष्ण पक्ष-प्रतिपदा आवश्यक .
-श्रेष्ठ प्रात:काल ,मध्य दिन वर्जित.आवश्यक स्थिति में अभिजित मुहूर्त.
2-नक्षत्र चित्रा,योग-व्यतिपात,वैधृति ,रौद्र ,व्याघात,अहिर्बुधन्यु,दग्ध तिथि , अमावस्या सूर्योदय समय बिलकुल नहीं हो,–वर्जित.
अन्यथा –गृह कलह,चोरी,अपयश संभव.
3-स्थिर लग्न वर्जित –कर्क,मकर,कुम्भ,,
4- द्विस्वभाव उत्तम- लग्न –मिथुन,कन्या,मीना लग्न .
5- दोपहर पश्चात् एवं संध्या पूर्व कभी पूजा नहीं करे
उक्त नियमों के अनुसार वैधृति योग 14. 2 0 बजे तक है इसलिए ऐसी स्थिति में मध्य दिन में अभिजित काल में घट या कलश स्थापना मान्य है..11 :57 - 12 : 48 शुभ मुहूर्त है
आज कल पंडित एवं आयोजक शाम को या रात को भी कलश या घट स्थापना करने से नहीं चूकते या धर्म शास्त्रों के के नियमों का उल्लघन ही है। आज कल पंडित एवं आयोजक शाम को या रात को भी कलश या घट स्थापना करने से नहीं चूकते या धर्म शास्त्रों केनियमों का उल्लघन ही है।
According to the above rules, Vaidhriti Yoga is till 14.20 pm, hence in such a situation, establishment of Ghat or Kalash during Abhijit Kaal in the middle of the day is acceptable. 11:57 - 12:48 auspicious time
Nowadays, pundits and organizers do not fail to establish Kalash or Ghat in the evening or even at night or it is a violation of the rules of religious scriptures.
560103-9424446706
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