गुरु 31 मार्च से 22 अप्रेल धनु राशि, 22 अप्रेल से 13 जुलाई वृश्चिक राशि मे ।
एक तथ्य निर्बिवाद है कि ,कोई एक ग्रह अशुभ-शुभ फल किसी राशि पर पूर्णरूपेण नही कर सकता ।किसी भी ग्रह को अशुभ फल देने के लिये अन्य शेष 8 ग्रहों मे से सहयोग चाहिये ।
राहु,शनि,गुरु ये ग्रह शुभ अशुभ प्रभाव बडे स्तर पर करते हैं । अकेले 2 ये भी नहिं।(सूर्य, शनि,राहु ,बुध एवं मंगल कैसे साथ देंगे?)
गुरु के परिवर्तन से शनि,राहु,मंगल ,सूर्य क्या आपको सुरक्षा ,सुख,भाग्य वृद्धि मे सहयोग करेंगे?
19मई तक-भारत देश-प्रदेश के लिये अति महत्वपूर्ण समय प्रारंभ हो चुका है ।
ग्रह स्थिति-
सूर्य-मीन,मेष;
मंगल-वृष,मिथुन;
शनि,केतु -धनु;राहु-मिथुन;
मेष राशि- 22 अप्रैल तक गुरु आपको राहु के सहयोग से एवं बुध के सहयोग से अच्छे परिणाम देता रहेगा ।
इस बीच में किए गए प्रयास के सफल होने की संभावनाएं पूर्ण हैं ।
23 अप्रैल से मई अंत तक की स्थिति अनुकूल नहीं रहेगी तथापि राजनीतिक दृष्टि से यह समय उपयोगी सिद्ध हो सकता है ।
वृषभ राशि -
12 अप्रैल के पश्चात उत्तरोत्तर स्थिति आपके पक्ष में रहेगी ।सूर्य एवं बुध ग्रह आपको सर सर्वोत्तम अनुकूल परिणाम देने का प्रयास करते रहेंगे।
संघर्ष उपरांत विजय प्राप्त हो सकती है परंतु गुरु ग्रह से किसी प्रकार का कोई सहयोग 23 अप्रैल के पश्चात ही प्राप्त होगा।
मिथुन राशि -
गुरु ग्रह के श्रेष्ठ प्रभाव 22 अप्रैल तक की ही प्राप्त होंगे ,परंतु चिंता का कोई विषय नहीं है । सूर्य और बुध मिलकर इस समय को वर्ष का श्रेष्ठ समय सिद्ध करने के लिए कटिबद्ध हैं ।मंगल ग्रह भागदौड़ व्यस्तता खर्च विवाद की स्थिति बनाता रहेगा । विजयश्री आपके पक्ष में रहेगी ।जो भी प्रयास करना है वह 22 अप्रैल तक अधिकतम किया जाना चाहिये।मंगल राहु की शान्ति उपयोगी होगी।
कर्क राशि-
गुरु ग्रह से किसी भी प्रकार के कोई भी सहयोग की आशा करना व्यर्थ है। परंतु मंगल गृह आपको विजयश्री प्रदान करने में सहयोगी है। इसके साथ ही शनी भी आपके पक्ष में है इस कारण से प्रयास और संघर्ष के अनुकूल परिणाम मिलेंगे ।
यदि छोटी-मोटी समस्याओं को रोकना है तो गुरु एवं राहु ग्रह की शांति के लिए प्रयास किया जाना उपयुक्त सिद्ध होगा।
सिंह राशि-
22 अप्रैल तक गुरु ग्रह विशेष सफलता देने के लिए कटिबद्ध है। इसका पूर्ण सहयोग राहु एवं बुध के द्वारा किया जा रहा है।
वर्ष का उपलब्धि मई ,श्रेष्ठ समय सिद्ध हो सकता है ।
आप मनोबल बनाए रखें एवं समग्र प्रयास करें ।
सूर्य एवं मंगल की शांति का उपाय उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
कन्या राशि-
गुरु ग्रह से किसी भी प्रकार की कोई सहायता की अपेक्षा करना व्यर्थ है। राहुसहयोग कर रहा है ।
बुध भी 3 मई के पश्चात अथवा 12 अप्रैल तक सहयोग करेगा ।शनी भी प्रतिकूल स्थिति में है ,अतः आपको जो भी प्रयास करना है 12 अप्रैल तक कर सकते हैं ।
परंतु शारीरिक मानसिक कष्ट एवम भाग्य बाधा के लिए मंगल सूर्य कटिबद्ध है, इसलिए इनकी शांति के उपाय किए जाना अति आवश्यक होगा।
तुला राशि-
गुरु ग्रह 23 अप्रैल से अनुकूल स्थिति निर्मित कर रहा है ।वर्ष का ही श्रेष्ठ समय ही नहीं वरन यह विगत 11 वर्ष में श्रेष्ठ समय सिद्ध हो सकता है। क्योंकि आपको शनि ग्रह ,केतु ग्रह भरपूर सहयोग कर रहे हैं ।
इसके साथ ही 12 अप्रैल से बुध ग्रह का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है ।इस अवधि में किसी भी कार्य के लिये किया गया बीजा रोपण, उत्तम सफल फलदाई होगा। यदि बाधा मुक्त सफलता ,यश उपलब्धी चाहते हैं, सारे कष्ट विवाद से बचना चाहें तो मंगल का विशेष ध्यान रखें।
वृश्चिक राशि-
यह समय विशेष सावधानी का है।
22 अप्रैल तक प्रत्येक क्षेत्र में अपनी योजना बनाकर कार्य प्रारंभ करें अन्यथा पश्चाताप करना पड़ सकता है।
कष्ट ,स्वास्थ्य बाधा एवं शत्रु के षड्यंत्र से सुरक्षा का उपाय करें ।किसी भी प्रकार का जोखिम यात्रा या धन के मामले में न ले।
गुरु ग्रह 22 अप्रैल तक सहयोग करने को तत्पर है ।गुरु को बुध ग्रह सहयोग कर रहा है। 3 मई के पश्चात पुनः बुध ग्रह सहयोग करेगा ।
परंतु शनि ,मंगल,और विशेष रूप से राहु आपके प्रतिकूल हैं ।
परंतु एकमात्र गुरु आपको विशिष्ट स्थान प्रदान कर सकता है।
धनु राशि-
गुरु ग्रह किसी भी प्रकार की कोई भी सहायता नहीं करना चाहता है। यह वाद -विवाद ,फीवर स्वास्थय बाधा की स्थितियां निर्मित करने को तत्पर हैं परंतु मंगल ग्रह आपको विजय श्री प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। जिसको 12 अप्रैल से 3 मई तक बुध ग्रह पूर्ण रूप से सहयोग करेगा।
शारिरीक एवं मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें ।अधिक यात्रा कष्टदायक सिद्ध हो सकती हैं। राजनीति में केतु एवं राहु आपको उच्च स्थिति प्रदान करा सकते हैं। अतः सूर्य एवं गुरु की शांति का प्रयास करना उचित होगा।
आप की लग्न धनु, मीन, कर्क, सिंह है तो आपको इतने प्रतिकूल प्रभाव नहीं प्राप्त होंगे।
मकर राशि-
गुरु ग्रह 23 अप्रैल से आपको उच्च स्तरीय सफलता देने के लिए कटिबद्ध है ।
जिसका सहयोग सूर्य एवं बुध द्वारा किया जाएगा। राहु भी राजनीति में उत्कर्ष एवं विभाग में विजय देने की स्थिति में है।बुध 12अप्रेल तक एवं 3मई से विशिष्ट सफलता मे गुरु को सहयोग देगा।
उच्च पद ,प्रतिष्ठा की प्राप्ति संभव है। कार्य का अधिकता रहेगी ।भागदौड़ एवं विवाद से बचने का प्रयास करें। शनि केतु ग्रह के साथ-साथ मंगल आपको अनावश्यक परेशानियों एवं बाधा हो को प्रदान करता रहेगा ।
मध्य मई से सूर्य भी अशुभ प्रभाव देगा।
कुम्भ राशि-
गुरु ग्रह 22 अप्रैल तक उच्चस्तरीय सफलता देने के लिए कटिबद्ध है। जिसको बुध ग्रह का पूर्ण सहयोग प्राप्त है
राहु भी राजनीति में उत्कर्ष देने के लिए तत्पर हैं।
शनि एवं केतु भी सहयोगी हैं ।12
वर्ष मे श्रेष्ठ समय सिद्ध हो सकता है। आप पूर्ण योजना बनाकर कर ,जिस क्षेत्र में भी उतरेंगे उस क्षेत्र में सफलता आपके चरणों में होगी।
मंगल ग्रह के लिए विशेष प्रतिकूल है इसके प्रतिकूलता कम करने के लिए अपनी कुंडली के अनुसार उचित उपाय किया जाना परामर्शद है ।
मीन राशि-
गुरु ग्रह अपने राशि परिवर्तन के द्वारा 23 अप्रैल के पश्चात ही अनुकूल फल देने के लिए कटिबद्ध है।
जिसको बुध ग्रह का एवं मंगल ग्रह का सहयोग प्राप्त रहेगा ।
परंतु इस अवधि में भी राहु एवं सूर्य आपके कार्यों के फल को पूर्णता प्राप्त नहीं होने देंगे ।
यह परामर्श दिया जाना उचित होगा कि सूर्य एवं राहु की शांति के लिए उपाय अवश्य करें ।
23 अप्रैल से प्राप्त होने वाले गुरु के लाभ को पहले से भी प्राप्त करने का प्रयास करें।
.....................................................................................................................................
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें