नवरात्रि - नवदुर्गा (नाम और स्वरूप भिन्न) पूजित;1वैष्णव,2 माध्व, 3तुलसीकृत रामायण,4 शैव, 5- उग्रचण्डा कल्प 6- दक्षिण भारतीय और तांत्रिक परंपरा
नवरात्रि - नवदुर्गा (नाम और स्वरूप भिन्न) पूजित दुर्गा देवी की उपासना विभिन्न संप्रदायों में अलग-अलग दृष्टिकोणों से की जाती है , और इसी कारण नवरात्रि के दौरान पूजित नवदुर्गा के नाम और स्वरूप भी भिन्न पाए जाते हैं। हर संप्रदाय की अपनी दार्शनिक और भक्ति परंपरा के अनुसार नवदुर्गा के स्वरूप , नाम और पूजा पद्धति में भिन्नता है। यह भिन्नता अविनाशी शक्ति की व्यापकता और लीलाओं की विविधता को दर्शाती है। – 1वैष्णव , 2 माध्व , 3तुलसीकृत रामायण , 4 शैव , 5- उग्रचण्डा कल्प 6- दक्षिण भारतीय और तांत्रिक परंपरा -नवदुर्गा नाम और स्वरूपों की भिन्नता है। 🔶 1. वैष्णव संप्रदाय -नवदुर्गा ( विशेषतः श्रीभागवत , विष्णु पुराण के अनुसार): यहाँ दुर्गा को विष्णु की योगमाया और भक्तिपरक रूप में पूजा जाता है। उनके स्वरूप भक्तिभाव से जुड़े होते हैं: योगमाया , वैष्णवी , नरायणी , महालक्ष्मी · योगमाया हरिप्रिया , · मोहिनी , · चंडिका , विद्याधारी , विद्याधारी 📜 श्लोक (भागवत पुराण 10.2.10): " नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपी...