ग्रहों का गोचर में प्रभाव-जानने की सटीक सरल विधि-                                  ( jyotish9999@gmail.com  ;9424446706)     सामान्यतः जन्म के पश्चात जन्म की राशि के आधार पर जो कि सामान्यता   60 घंटे की अवधि की होती है , के आधार पर ग्रहों के    राशि परिवर्तन के आधार पर भविष्यफल लेखन यह बताया जाता है |     यह विधि नितांत स्थूल एवं श्रेष्ठ परिणाम सटीक फलदाई नहीं हो    हो सकती है , क्योंकि इससे सूक्ष्म एवं प्रमुख लग्न होती है जो सामान्यतः 2 घंटे की अवधि की होती है | कुंडली में स्थित ग्रह अपरिवर्तनशील होते हैं परंतु गोचर में वही ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं जिससे शुभ अशुभ प्रभाव उत्पन्न होते हैं | इसलिए जन्म कुंडली में स्थित ग्रहों की उपेक्षा करना अनदेखा करना अथवा मात्र    चंद्र स्थित राशि के आधार पर गोचर फल कथन नितांत अप्रमाणिक एवं अंधेरे में    तीर तुक्का अथवा अंधेरे में लाठी चलाना जैसा...
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