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आपत्ति निवारक एवं मनोकामना पूरक उपाय-अप्रेल-मई

अप्रेल –           2018 Ø    आपत्ति निवारक एवं मनोकामना पूरक उपाय - 1-अन्नत फलप्रद-   वैशाख शु.तृतीया(अक्षय तृतीया)18 अप्रेल  – तीन अवतार हुए- नरनारायण , हयग्रीव , परशुराम , अतः स्मरण एवं दान का अक्षय फल | गेहूं का सत्तू(नरनारायण ) , ककड़ी(परशुराम) , चनेकी दाल भीगीहुई (हयग्रीव) फल रस , जल कलश , दान करे | गौरी पूजा करे | 2-आयु , एश्वर्य , आरोग्य के लिए   नीम की एक कोमल पत्ती खाए | गंगा जल स्नान , शकर , घी.जल दान , सूर्य नमन | 3-यश , संपदा , प्रगति –( वैशाख पूर्णिमा)30 अप्रेल-सत्यनारायण व्रत , सर्वोत्तम | तिल मिश्रित जल से स्नान , तिल तेल दीपक , तिल से तर्पण , शकर , एवं तिल दान , तिल , एवं शहद हवन का विशेष महत्व | विष्णु भगवान् , चंद्रमा , पूजा ,( विष्णवे नम:) |( भविष्य पुराण , जाबाली.)                          -मई Ø    आपत्ति निवारक एवं मनोकामना पूरक उपाय - 1- वैधव्य नाशक  –( स्कन्द एवं भविष्योत्तर पुराण )वट सावित्री व्रत –( ज्येष्ठ अमावस्या)-15मई-वट वृक्ष पूजा | 2- स्त्री वर्ग की आपत्ति नाशक मनोकामना पूरक   – कनेर वृक्ष पूजा (जेठ शु.प्रतिपदा) मई   *मनोकामना प

मनोकामना पूरक उपाय-मार्च2018

मार्च 2018 Ø    आपत्ति निवारक एवं मनोकामना पूरक उपाय -                   1-- – रोग नाशकएवं बाधा नाशक   ( कोढ़ , उदर रोग , अजीर्ण)-01मार्च -   फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी - सूर्य पूजा- मम सकलपाप ताप प्रशमन कामनया इश्वर प्रितिये सर्वारती हर व्रतं करिष्ये   | प्रातः-.दोपहर उत्तर मुह , सायं पश्चिम मुह कर खड़े हो | सूर्य को कुछ पल देख कर निचे देखे | आदित्य ह्रदय   या   खखोल्काय नम:   मन्त्र जाप |                 2- राज्य(घर) में सुख शांति , भूत प्रेत बाधा , रोग , ज्ञान   (चैत्र शु.प्रतिपदा)18मार्च - संवत्सर पूजा , नवरात्र प्रारंभ   -(यजुर्वेद , ज्योतिर्निबंध , भविष्योत्तर पुराण )घट स्थापना , देवी पूजा , द्वार पूजा , संवत्सर का काल्पनिक चित्र बना कर | इस दिन नीम का पत्ता खाने रक्त रोग से सुरक्षा व् आरोग्य होता है |   प्रतिपदा को अग्नि पूजा करने से(लोभान के पश्चात गूगल अग्नि में छोड़ने से समस्त नकारात्मक उर्जा नष्ट ) भूत बाधा से सुरक्षा होती है | यह दिन आरोग्य , विद्या , नकारात्मक उर्जा , दुर्गति नाशक दुर्गा पूजा प्रारंभ के कारण विशिष्ट | दुर्गा जी की प्रतिमा लाना , घट स्थापना , पूजा ,

फरवरी- 2018 - वाधा मुक्ति उपाय

11मार्च 2021-                  Ø    1-शिवरात्रि - पापनाशक कामना पूरक - फाल्गुन कृ.चतुर्दशी – 13 फरवरी ( ईशान संहिता) ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव इस तिथि को हुआ  | स्कन्दपुराण – अर्धरात्रि में पूजा का महत्व है क्युकी शिव जी इस समय भ्रमण करते हैं |              Ø    प्रार्थना   मन्त्र - संसार क्लेश दग्धस्य व्रत अनेन   शंकर | प्रसीद सुमुखो नाथ ज्ञान दृष्टि प्रदों भव | Ø    2-   वैधव्यसुरक्षा , प्रसन्नतावर्धक  – 18फरवरी , मधूक तृतीया -पार्वती पूजा   , Ø    मन्त्र- भूमिकाये नम: , देवाभूषाये नम: , उमाये नम: , तपोवनरताये नम: , गौर्यै नम: | दौर्भाग्यम में शमयतु सुप्रसन्नम मन: सदा | अवैधव्यं कुले जन्म ददात्व पर्जन्मनी | Ø    3- रोग नाशक एवं सर्व कामना पूरक –( अर्क , कामनापूरक , कल्याण सप्तमी)-सूर्य एवं उनके सात घोडो की     पूजा - ॐखखोल्काय नम: |   रोग नाशक एवं सर्व कामना पूरक-घी , खीर एवं गुड दान तथा खीर स्वयं खाएं | Ø     

मनोकामना पूरक उपाय-जनवरी-2018

                               जनवरी-2018 v    मनोकामना पूरक उपाय   – 1-( दिनांक 20) - -   गुड दान से देवी , नमक दान से प्रभु कृपा करते हैं (ग्रन्थ-भविष्योत्तर ) | v    2-(दि. 21) - निर्धनता निवारक -(माघ शुक्ल चतुर्थी ) कुंद के पुष्प शिव जी को अर्पित करे(ग्रन्थ-निर्णयामृत)   | संतान एवं सौभाग्य प्रद   - पुष्प , अदरख , नमक , फल , धुप.दीपक.अनाज , शकरब्राह्मण को दान करे (देवी भागवत ) | पाप नष्ट-सफ़ेद टिल की आहुति शकर के मोदक अर्पण | सुख शां ति   –   गणेश जी को घी मे तली हुई   मीठी पूरी .पुआ एवं नमकीन पदार्थ या नमक अर्पित करे(भविष्य पुराण ) | v                                                  3-(दि 22 -) गृहथ जीवन सुख  – माघ शु.पंचमी ) उत्तर दिशा की और मुह कर एक कलश में गेहूँ तने सहित , डालकर गणेशाय नम: | कामदेव एवं रति का प्रतीक मान कर गेहूं सहित उसके डंठल की पूजा करे |  सर्व सुख सौभाग्यम देहि में रति काम्देवाभ्याम  नम: | फल , पुष्प दान करे   | v                                               4-(दि .-23-) दारिद्रयहर व्रत - वर्ष भर शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत कर दूध , घी.श