शिव पूजा जानने योग्य . 1 .परिक्रमा . शिव लिंग परिक्रमा कभी नहीं लगाना चाहिए। जिस और और योनि होती है उसका उल्लंघन करना वर्जित है। इसलिए शिव मंदिर की पूर्ण परिक्रमा शास्त्रो मे निषिद्ध है। अर्ध प्रदिक्षिणा करना चाहिए। अर्थात आधी से अधिक नहीं करे। बारबार आधी भी नहीं करे। 2. बिल्व पत्र कब नहीं तोड़ना वर्जित . बिल्ब पत्र बासी नहीं माने जाते। निषिद्ध दिन पूर्व तोड़े या अर्पित बिल्ब पत्र भी पुन जल से धोकर चढ़ाये जा सकते हैं। बिल्ब पत्र बासी नहीं माने जाते। तोड़ना वर्जित .सोमवार |यतिथि.चतुर्थीएनवमीएचतु सोमवार यतिथि.चतुर्थीएनवमीएचतुर्दशीएअमावस्या यसंक्रांति। 3. पुष्प तोड़ने तोड़ने एवं अर्पित करने की विधि .पूर्ण विकसित सुंगधित पुष्प ; कमल पुष्प के अतिरिक्त अन्य किसी पुष्प कली वर्जित एटूटी या विखरी पंखुरी का पुष्प भीनिषिद्ध है। , पुष्प जिस प्रकार से पेड़ पर लगा हो उस प्रकार अर्पित करे। ’ पुष्प तोड़ते समय दाहिने हाथ प्रयोग करे। पुष्प तोड़ते समयए पुष्प से तर्जनी ;अंगूठे के पास की ऊँगली का स्पर्श नहीं होना चाहिए। ’ वर्जित पुष्प . केवड़ा एबकुल एकपास ,सेमल,केतकी ,कांड ,जूही ,शिरीष
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