( त्रिदेव से श्रेष्ठ मां भगवती योग माया ) देवी भागवत के पंचम स्कंध में त्रिदेव में श्रेष्ठ मां भगवती को बताया गया है | व्यास जी द्वारा त्रिदेवों की तुलना में भगवती की श्रेष्ठता प्रतिपादित की गई है | भगवती योग माया के ही प्रभाव से प्रत्येक युग में भगवान विष्णु विभिन्न अवतार लेते हैं | अत्यंत रहस्य वाली भगवती नेत्र की पलक झपकने मात्र से जगत की उत्पत्ति पालन तथा सम्हार कर सकती हैं | इन्हीं मां भगवती योग माया के द्वारा श्रीकृष्ण को प्रसूति गृह से निकालकर गोप राजनंद क भवन में , शिशुल कृष्ण को पहुंचा कर उनकी रक्षा की गई | यही योग माया कंस के विनाश के लिए श्री कृष्ण को मथुरा ले गई | श्री कृष्ण को द्वारका बनाने की प्रेरणा इन्हीं मां भगवती ने दी | मकड़ी के तंतु जाल में फंसे कीट की भांति विष्णु महेश आदि सभी देवी भगवती की लीला से माया रूपी बंधन में पड़ जाते हैं और आवागमन के चक्र में भ्रमण करते रहते हैं | अर्थात मां देवी भगवती की पूजा का विशिष्ट महत्व है | - वर...
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