( शिव तांडव स्त्रोत –अधिकांश गायकों ने 15 श्लोक तक ही इसको स्वरबाद्ध किया है , जबकि 17 श्लोक हैं । इस स्त्रोत को पढ़ने से धन अपव्यय रुकता है , लक्ष्मी स्थिर होती है एवं सुख समृद्धि वृद्धि होती है धार्मिक -शिव भक्त जन के लिए सरल शुद्ध पठनीय हमारे द्वारा अर्थ सहित प्रस्तुत –संदर्भ-श्रावण माह ) श्री रावण कृतं शिव ताण्डव स्तोत्रं ...
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