चन्द्र ग्रहण 08 नवम्बर २०२२ – विश्वव्यापी ग्रहों के प्रभाव - ध्यातव्य - समस्त ग्रहों की स्थिति विशेष से ही शुभ –अशुभ प्रभाव का सृजन होता है .कोई भी एक ग्रह आमूलचूल परिवर्तन नहीं कर सकता . - राशी से फल कथन स्थूल एवं संभाविता (प्रोबेबिलिटी Theory) सिद्धांत परक मूल्याङ्कन ही केवल है .माइक्रो या सूक्ष्म फल कथन लग्न+नवांश , जन्म नक्षत्र चरण , दशा-अन्तर्दशा- 70% प्रतिशत फल + एवं नाम- 30% फल =अधिकतम सटीक सत्य होता है . निम्न लेख में सभी ग्रहों की वस्तुपरक स्थिति को दृष्टिगत रखा गया है . ग्रहण का फल आगामी एक वर्ष तक ग्रंथो में लेख है. - ग्रहण - ( भारत में जिस स्थान पर सूर्यास्त- 18:22 तक होगा केवल उन स्थानों पर सूर्य ग्रहण दिखाई देगा , जिस स्थान पर नहीं दिखेगा , उन स्थानों पर सुतक नियम लागू नहीं होगा एवं चराचर पर कोई प्रभाव मान्य नहीं होगा .) सूर्योदय-सूर्यास्त के अनुसार ग्रहण दृश्य अलग अलग स्थान पर अलग अलग समय पर होगा. सुतक ग्रहण समाप्ति पर समाप्त- भारत , पाकिस्तान , अफगानिस्तान ,* रूस* , आस्ट्रेलिया , उत्तर-पूर्व योरोप , अमेरिका , प्रमुख - क्या करे ?- तुलसी
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